आपदा को अवसर में बदलकर मिशन 2022 साधेगी सपा

  •  अखिलेश यादव ने गरीबों को मुफ्त खाना खिलाने के लिए जगह-जगह समाजवादी रसोई चलाने की दी सलाह

लखनऊ। नई हवा है…नई सपा है…नारे के साथ अब समाजवादी पार्टी अपनी छवि बदलने की कोशिश में जुट गई है। पार्टी जानती है कि कोरोना से निपटने में भाजपा सरकार पूरी तरह फेल हो गई है, वहीं, समाजवादी पार्टी समाज सेवा के लिए समर्पित है। पार्टी ने आपदा को अवसर में बदलकर मिशन 2022 की तैयारी भी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को समाज सेवा में पूरी तरह जुटने के साथ ही चार सूत्र संपर्क, संवाद, सहयोग व सहायता पर चलने के लिए कहा है। अब यह लगभग साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव में कोरोना एक बड़ा मुद्ïदा रहेगा। इसी नजरिए से समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव की तैयारी भी करेगी। सपा आम जनता के बीच जाकर उनकी परेशानियों को दूर करने की कोशिश करेगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे आमजनों की हर संभव मदद करें। गरीबों को मुफ्त खाना खिलाने के लिए जगह-जगह समाजवादी रसोई चलाईं जाएं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जरूरतमंदों को राशन वितरण करने के लिए भी कहा है। उन्होंने जनता से सीधे संपर्क व संवाद बनाकर सहयोग व सहायता करने के लिए कहा है। अखिलेश यह चाहते हैं कि आमजनों के बीच सपा की नई तस्वीर पेश हो। सपा यह संदेश देना चाहती है कि कोरोना संक्रमण से निपटने में सरकार हर मोर्चे पर विफल रही।

केवल पूंजीपतियों का हुआ विकास

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा भाजपा सरकार में सबका साथ, सबका विकास का नारा खूब लगाया जाता है लेकिन हकीकत में केवल कुछ पूंजीपतियों का ही विकास हुआ। जनसामान्य की तकलीफों को कम करने के बजाय वह उनमें और बढ़ोतरी करने की साजिशें कर रही है। कृषि अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के बाद अब वह घरेलू अर्थव्यवस्था को भी चौपट करने में लग गई है। महंगाई विकराल रूप धारण कर रही है। पेट्रोल-डीजल के दामों में इतनी बढ़ोतरी पहले कभी नहीं हुई।

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सरकार को घेरा 

अखिलेश यादव ने कहा भाजपा गरीब को ही खत्म कर देना चाहती है। महंगाई ने हर वर्ग को बुरी तरह से परेशान कर दिया है। कृषि अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के बाद अब वह घरेलू अर्थव्यवस्था चौपट करने में लग गई है। किसान सिंचाई, खाद-बीज, कीटनाशक, कृषि यंत्र व जुताई के बढ़े दामों से परेशान है। अब उन पर बिजली की बढ़ी दरें थोप दी गईं हैं। डीजल के दाम पिछले छह माह में 40 फीसदी बढ़े हैं। इसकी तुलना में माल ढुलाई की दरों में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके चलते सब्जी, फल व अन्य सभी जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं। पेट्रोलियम उत्पादों से भारत सरकार को 4.51 लाख करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। इन सबके बीच जनता पिसती रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button