मजदूरों पर गिरी आकाशीय बिजली तीन की मौत, पांच झुलसे

उपजिलाधिकारी ने मृतक के परिजनों को दिया आर्थिक मदद का भरोसा,

बारिश से बचने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली के नीचे बैठे थे सभी मजदूर
 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अमरोहा। अचानक आई तेज आंधी और बारिश के बीच अमरोहा स्थित थाना सैद नगली इलाके के कनेटा गांव में एक ट्रैक्टर ट्रॉली पर आकाशीय बिजली गिर गई। इस घटना में बारिश से बचने के लिए ट्राली के नीचे बैठे तीन मजदूरों की मौत हो गई जबकि पांच गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को हसनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार देकर मेरठ रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक लकड़ी काटने गए मजदूर अचानक बारिश शुरू होने पर खेत के बाहर खड़े ट्रेक्टर ट्रॉली के नीचे आकर बैठ गए। इसी दौरान ट्रॉली पर अचानक आकाशीय बिजली गिर गई, जिससे वहां बैठे आठों मजदूर इसकी चपेट में आ गए। आकाशीय बिजली से झुलस कर तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। ट्रैक्टर चालक ने बताया कि वह लकड़ी काटने का काम करते हैं और इन सभी को लेकर लकड़ी काटने ही गए हुए थे। इस बीच अचानक तेज बारिश शुरू हो गई, जिस कारण सभी मजदूर ट्राली के नीचे बैठ गए थे। तभी अचानक आकाशीय बिजली गिर गई। इस घटना की सूचना पर उप जिलाधिकारी सुधीर कुमार हसनपुर सीएचसी पहुंचे। उन्होंने इस घटना में तीन लोगों की मौत की पुष्टि की। इसके साथ मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया।

यमुना में डूबने से तीन युवकों की मौत

आगरा। बटेश्वर में आज सुबह यमुना स्नान करते समय तीन युवक डूब गए। गोताखोरों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। हादसे की जानकारी होने के बाद कोहराम मच गया है। बटेश्वर में भगवान शिव के दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैैं। आज सुबह सात बजे फतेहाबाद के पीताबाई पोखर निवासी 18 वर्षीय आयुष, फतेहाबाद के कछयायी निवासी 19 वर्षीय सौरभ और 25 वर्षीय बोदला निवासी कन्हैंया वहां पहुंचे थे। भगवान शिव के दर्शन से पहले तीनों पहले यमुना में स्नान कर रहे थे। गहरे पानी में जाने पर तीनों डूब गए। घाट पर खड़े लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। थोड़ी देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई। आसपास के गोताखोरों को बुलाया गया। इसके बाद गोताखोरों ने यमुना में तलाश शुरू कर दी। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आयुष और कन्हैंया को गोताखोरों ने निकाल लिया। तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। करीब आधा घंटे बाद सौरभ का शव भी मिल गया। पुलिस ने तीनों युवकों के स्वजन को भी सूचना दे दी है। आयुष और कन्हैंया रिश्तेदार हैं और सौरभ कन्हैंया का दोस्त बताया जा रहा है।

मेघालय के नवनिर्मित विधान सभा भवन का स्टील का गुंबद गिरा
यूपीएनआरएनएनएल की देखरेख में हो रहा है निर्माण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
शिलांग। मेघालय के नवनिर्मित विधान सभा भवन का एक हिस्सा बीती रात गिर गया। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि इमारत का 70 टन वजनी गुंबद बीती रात करीब साढ़े बारह बजे गिर गया। विधान सभा भवन का निर्माण 177.7 करोड़ रुपये की लागत से उत्तर प्रदेश की यूपीएनआरएनएनएल ने किया है।
निर्माण की देखरेख कर रहे लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कार्यकारी इंजीनियर (भवन) रांसम सुत्नगा ने कहा कि डिजाइन में खामी गुंबद के गिरने का कारण हो सकती है। उन्होंने कहा कि खंभों और बीम के लिए स्टील के गुंबद का वजन शायद बहुत ज्यादा था इसलिए वे इसे सहन नहीं कर पाए। इसकी वजह से पूरा ढांचा ही गिर गया। सुत्नगा ने कहा कि मलबा साफ करने में दो हफ्ते लगेंगे। घटनास्थल पर पहुंचे इंजीनियर ने कहा कि गुंबद का नया ढांचा बनाने में कम से कम आठ महीने लगेंगे। विधान सभा अधिकारियों ने कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की के अधिकारियों ने पूरी इमारत के डिजाइन को मंजूरी दी थी और इसका निरीक्षण किया था। नई इमारत बनाने का काम जून 2019 में शुरू हुआ था और इसे अगस्त 2022 तक पूरा किया जाना था।

चंदौली में भूसा व्यापारी की हत्या से सनसनी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंदौली। अलीनगर के ख्यालगढ़ गांव में भूसा गोदाम के दरवाजे पर सो रहे महेंद्र कुमार उर्फ पप्पू की धारदार हथियार से सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
अलीनगर थाना क्षेत्र के ख्यालगढ़ गांव निवासी भूसा व्यापारी महेंद्र कुमार उर्फ पप्पू रविवार की रात खाना खाने के बाद अपने घर से करीब 50 मीटर दूर सड़क किनारे स्थित भूसा गोदाम के बाहर चौकी पर सोने चला गया। आज सुबह जब मृतक की पत्नी मुन्नी देवी उसे जगाने के लिए तब घटना की जानकारी हुई। सीओ अनिल राय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया धारदार हथियार से सिर पर प्रहार होने से पप्पू की मौत हुई है।

नोएडा की निठारी मार्केट में भीषण आग, दूर-दूर तक धुएं का गुबार
कई दुकानें जलकर खाक, आग बुझाने में जुटे दमकलकर्मी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नोएडा के निठारी बाजार इलाके में आग लग गई है। मार्केट में लगी आग की चपेट में आकर तीन दुकानें जलकर राख हो गई हैं। आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी गई। इस घटना के बाद बाजार में अफरा-तफरी मच गई है। आसपास के दुकानदार भी अपनी दुकानों में रखा सामान हटाकर उसे सुरक्षित जगह पहुंचाने में जुटे हैं। आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी है। निठारी बाजार में धुएं का गुबार उठ रहा है।
जानकारी के मुताबिक नोएडा के सेक्टर 20 थाना क्षेत्र के निठारी मार्केट में आज सबकुछ सामान्य चल रहा था। इसी बीच बाजार की एक दुकान से धुआं उठता दिखा। देखते-देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और तीन तीन दुकानें इसकी चपेट में आ गईं। आग की विकराल लपटों ने निठारी बाजार की तीन दुकानों को अपने आगोश में ले लिया। ये दुकानें जलकर राख हो गयी। यह देख आसपास के दुकानदारों में हड़कंप मच गया। आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकान से सामान निकालकर उसे सुरक्षित जगह पर हटाना शुरू कर दिया। लोगों ने आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को देने के साथ ही आग बुझाने की कोशिशें शुरू कर दीं। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मौके की ओर रवाना हो गई हैं। समाचार लिखे जाने तक फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मौके पर पहुंच गयी थीं। वहीं आसपास के लोग भी आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुटे हैं।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के फिर अध्यक्ष बने उमाकांत लखेड़ा

उनकी टीम के सभी साथी भी रहे विजयी, कोरोना काल की अग्निपरीक्षा में खरी उतरी उमाकांत की टीम

राजेश बादल
नई दिल्ली। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव संपन्न हुए। मतदाताओं ने एक बार फिर अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा पर भरोसा जताया है। अभूतपूर्व तो यह है कि उनके सभी साथी इस बार जीते और एक को भी पराजय का सामना नहीं करना पड़ा। यह प्रेस क्लब के इतिहास में संभवतया पहली बार हुआ है।
दरअसल, इस बार चुनाव से पहले अनेक आशंकाएं जन्म ले चुकी थीं । एक वर्ग कहता था कि मीडिया में जिस तरह सियासी बंटवारा हुआ है, उसके चलते इस बार क्लब के चुनाव में भी यह बंटवारा काम करेगा। आम तौर पर पत्रकारिता के इस पेशे में हरदम पेशेवर मूल्य ही काम करते हैं। सियासी षड्यंत्र कामयाब नहीं होते लेकिन इस बार चुनाव में जिस तरह प्रचार अभियान संचालित किया गया, उसने काफी निराश किया। कुछ प्रत्याशियों ने बेवजह पानी की तरह पैसा बहाया,पर वह काम नहीं आया। असल में धन से शारीरिक श्रम तो खरीदा जा सकता है लेकिन मूल्य, सिद्धांत, सरोकार और समर्पण की बोली नहीं लगाई जा सकती। आज पत्रकारिता में निजी विचारधारा को स्थान दिया जाने लगा है। मेरी नजऱ में यह कलंक है।
बहरहाल! लौटते हैं इस संस्था के निर्वाचन पर। उमाकांत लखेड़ा की पिछली कार्यकारिणी को पद संभालते ही कोरोना के विकराल रूप का सामना करना पड़ा था। इस दरम्यान इस कार्यकारिणी ने अपने सदस्यों के प्रति जिस तरह जिम्मेदारी और संवेदनशीलता का भाव प्रदर्शित किया, उससे उसका एक विशिष्ट मानवीय चेहरा सामने आया। यह भी देखा गया कि जब निरंतर लॉकडाउन के चलते बड़े-बड़े क्लबों की वित्तीय हालत लडख़ड़ा गई थी, तब अपने तमाम संसाधनों को समेटकर लखेड़ा और उनके साथियों ने संस्था की सांस जिंदा रखी और उसे टूटने नहीं दिया। उमाकांत की टीम इस अग्नि परीक्षा में खरी उतरी। यही इस बार के चुनाव में इकतरफा परिणामों का कारण है। हालांकि अभी भी यह क्लब अनेक आंतरिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। एक बार फिर उमाकांत और उनकी टीम को तहे दिल से मुबारकबाद ।

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