योगी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर

  • वीडियो जारी कर किया ऐलान, कहा, जहां से चुनाव लड़ेंगे योगी वहां से लड़ूंगा इलेक्शन
  • बताया सिद्धांतों की लड़ाई, मुख्यमंत्री पर लगाया अलोकतांत्रिक तरीके से काम करने का आरोप

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। प्रदेश के तेजतर्रार और ईमानदार आईपीएस अफसर रहे अमिताभ ठाकुर अब सियासत में हाथ आजमाने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनाव में वे योगी आदित्यनाथ के खिलाफ ताल ठोंकते नजर आएंगे। उन्होंने ऐलान किया है कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए उन्होंने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। अमिताभ ठाकुर ने ऐलान किया कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध आगामी विधान सभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में तमाम अलोकतांत्रिक, अराजक, दमनकारी, उत्पीड़नात्मक तथा विभेदकारी कार्य किये हैं। वे इसका विरोध करते हैं और जहां से भी योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ेंगे, वे वहां से अवश्य चुनाव लड़ेंगे। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह उनके लिए सिद्धांतों की लड़ाई है, जिसमें वे गलत के खिलाफ अपने विरोध को प्रकट करेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें जितने भी वोट मिले पर वे यह अवश्य सुनिश्चित कर देंगे कि योगी आदित्यनाथ द्वारा आदर्श संहिता का पूर्ण और वास्तविक रूप में अनुपालन किया जाये। गौरतलब है कि तेजतर्रार आईपीएस अफसर रहे अमिताभ ठाकुर को प्रदेश सरकार ने इसी साल अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी। इस मामले को लेकर अमिताभ ठाकुर ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे और इसका जवाब मांगा था।

कौन हैं अमिताभ ठाकुर

1992 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे अमिताभ ठाकुर मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। यूपी के कई जिलो में पुलिस की कमान संभाल चुके अमिताभ ठाकुर एक तेजतरर्रार और ईमानदार अफसर के रुप मे जाने जाते हैं। अमिताभ ठाकुर नेशनल आरटीआई फोरम के संस्थापक भी रहे हैं। उनकी पत्नी नूतन ठाकुर भी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। जिन दिनों फेसबुक पर ‘आई हेट गांधीÓ नामक एक फेसबुक ग्रुप में महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी की गई थी, उस वक्त अमिताभ दंपति ने फेसबुक के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करा दिया था। कुछ दिनों बाद फेसबुक से उस ग्रुप को प्रतिबंधित भी कर देना पड़ा था। ठाकुर दंपति के इस काम की उन दिनों सोशल मीडिया पर काफी सराहना हुई थी।

अनिवार्य सेवानिवृत्ति को कैट में दे चुके हैं चुनौती

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अपने अनिवार्य सेवानिवृत्ति के आदेश को केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) की लखनऊ बेंच में चुनौती दी है। उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के क्रम में प्रदेश सरकार ने 23 मार्च 2021 को अनिवार्य सेवानिवृति दी थी। अपनी याचिका में अमिताभ ने कहा है कि केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार के आदेश पूरी तरह गलत हैं और मात्र उनके प्रति व्यक्तिगत तथा व्यवस्थाजन्य विद्वेष एवं पूर्वाग्रह के कारण पारित किए गए हैं। इससे उनका पूरा परिवार दुष्प्रभावित हुआ है। प्रदेश सरकार ने बिना कारण व आधार के मनमाने ढंग से उनका नाम चुनकर उन्हें सेवा से निकाले जाने की संस्तुति की, जिसे केंद्र सरकार ने अनुमोदित कर दिया। जब उन्होंने इस आदेश से संबंधित अभिलेख मांगे तो दोनों सरकारों द्वारा उन्हें अभिलेख देने से मना कर दिया गया। इस प्रकार अभिलेख देने से मना करने से यह साफ हो जाता है कि दोनों सरकार के आदेश गलत हैं और वे इन्हें छिपाना चाहती हैं। उन्होंने इस आदेश को खारिज करते हुए उन्हें सेवा में वापस लिए जाने तथा उन्हें इस अवधि के सभी सेवा लाभ दिए जाने की मांग की है।

पीएम मोदी बोले- भुलाया नहीं जा सकता बंटवारे का दर्द

  • अब 14 अगस्त को मनाया जाएगा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस
  • स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर किया ऐलान, कहा, यह दिवस मजबूत करेगा भाईचारा

4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत विभाजन का दर्द भुलाया नहीं जा सकता है। अब 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा। पीएम मोदी ने 14 अगस्त को याद करते हुए लिखा, देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी। गौरतलब है कि 14 अगस्त के दिन ही भारत का विभाजन हुआ था। वहीं, भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर यानी 15 अगस्त को अमृत महोत्सव मनाए जाने की योजना पूरे देश में अनेक-अनेक कार्यक्रमों के रूप में शुरू हो गई है।

दिल्ली में हाई अलर्ट, खालिस्तानी समर्थक फैला सकते हैं गड़बड़ी

नई दिल्ली। 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली से जम्मू-कश्मीर तक आतंकी हमले के इनपुट मिले हैं। खुफिया विभाग ने दिल्ली पुलिस को इनपुट दिए हैं और खालिस्तान समर्थकों के इरादे साफ किए हैं। खालिस्तानी समर्थक 15 अगस्त वाले दिन या उससे पहले दिल्ली व पंजाब में ऐतिहासिक इमारतों समेत अन्य जगहों पर खालिस्तानी झंडा फहरा सकते हैं या गड़बड़ी फैला सकते हैं। इसे देखते हुए राजधानी में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। जगह-जगह तलाशी अभियान सघन कर दिया गया है। 

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