चांदी के जूते से अफसरों को किनारे कर बाफिला ने कब्जायी अरबों की जमीनें

बाफिला के इशारे पर जमीन के दस्तावेजों में किया जाता था खेल
दर्जन भर से अधिक मुकदमों के बाद भी खुलेआम घूम रहा बाफिला
पैसों के दम पर कई मामलों को करा चुका है रफा-दफा
एलडीए में रूतबा ऐसा कि कर्मचारी और अधिकारी उसे सौंप देते थे गोपनीय फाइलें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पैसे के दम और एलडीए के अफसरों व कर्मियों की मिलीभगत से भूमाफिया दिलीप सिंह बाफिला ने अरबों रुपये की सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। एलडीए में उसका रूतबा यहां तक पहुंच गया था कि वह सीधे अर्जन विभाग में घुसकर गोपनीय फाइलों से छेड़छाड़ करता और कर्मचारी उसके सामने हाथ बांधे खड़े रहते। बाफिला पर दर्जन भर से अधिक मुकदमे दर्ज हैं लेकिन मजाल उसके खिलाफ किसी अधिकारी ने कोई कड़ी कार्रवाई की हो। वह पैसे के बल पर अब तक कई मामलों को रफा-दफा भी करा चुका है। पिछले दिनों बाफिला एक बार फिर कर्मचारियों की मौजूदगी में फाइलों से छेड़छाड़ करता मिला। इस बार वह वीसी अभिषेक प्रकाश की नजरों से बच नहीं सका। वीसी के निर्देश पर उसके और कर्मचारियों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि कर्मचारियों के नाम एफआईआर में नहीं दर्ज है और बाफिला का पता भी अज्ञात में दर्ज कराया गया है। दिलीप सिंह बाफिला हिमालयन सहकारी आवास समिति के चेयरमैन है। उस पर सरकारी सहित किसानों की जमीन कब्जाने के दर्जन भर से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। हालांकि उसने पैसे के बल पर कई मामले खत्म करवा दिए हैं। ऐसे ही 22 जुलाई 2019 को करोड़ों की जमीन हड़पने के आरोप में इस पर केस दर्ज किया गया था। गोमतीनगर विस्तार के सेक्टर आई निवासी ट्रांसपोर्टर मुकेश कुमार सिंह ने दिलीप सिंह बाफिला समेत चार लोगों पर जमीन पर कब्जा कर प्लॉटिंग करने और धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। मुकेश के मुताबिक उन्होंने दो साल पहले चिनहट के भरवारा में किसान से डेढ़ बीघा जमीन का एग्रीमेंट व पॉवर ऑफ अटार्नी कराई थी। जमीन की कीमत कई करोड़ है। इस पर बाफिला ने अवैध कब्जा कर प्लॉटिंग शुरू कर दी। इस मामले में कोर्ट में केस चल रहा है। आरोपी उसे धमकाता भी रहता है। हालात यह है कि पैसे के बल पर बाफिला एलडीए के कई अधिकारियों और कर्मचारियों तक अपनी पहुंच बना चुका है। वह बेधड़क न केवल अर्जन विभाग, जहां गोपनीय फाइलें रखी जाती हंै वहां पहुंच जाता है बल्कि अपने से संबंधित फाइलों से भी छेड़छाड़ करता है। ऐसे ही एक मामले में डीएम/वीसी अभिषेक प्रकाश ने पिछले दिनों छापेमारी की और अर्जन विभाग के बड़े बाबू को तत्काल निलंबित कर दिया था। इसके अतिरिक्त एक अनुभाग अधिकारी, एक बाबू को भी सस्पेंड किया गया है। नायब तहसीलदार स्निग्धा चतुर्वेदी और विहित प्राधिकारी डीके सिंह का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए गए थे। वीसी अभिषेक प्रकाश ने अर्जन विभाग के कर्मचारी को जेल भेजने के निर्देश दिए थे जिनमें सत्येंन्द्र, केदारनाथ त्रिपाठी, भोला, आनंद मिश्रा और पीयूष शामिल थे लेकिन एफआईआर में विभाग के अलावा किसी भी कर्मचारी का नाम नहीं दर्ज कराया गया है।
बाफिला के इशारे पर एलडीए ने खोल दी थी मैरिज लॉन की सील
नवंबर 2019 में गोमती नगर विस्तार के सेक्टर एक में दि हिमालयन सुपर हॉस्पिटल के नाम से आरक्षित जमीन का इस्तेमाल दिलीप सिंह बाफिला मैरिज लॉन के तौर पर कर रहा था। अवैध तरीके से निर्माण व इस्तेमाल करने पर एलडीए ने इसे सील कर दिया था। बेटे की शादी के मौके पर बाफिला के कहने पर एलडीए ने मैरिज लॉन की सील खोल दी थी। हालांकि बाद विहित प्राधिकारी पीसी पांडेय के निर्देश पर इसे दोबारा से सील कर दिया गया था।
खा चुका है जेल की हवा
दिलीप सिंह बाफिला अपनी हिमालयन सोसायटी के नाम पर सरकारी व किसानों की जमीनों पर कब्जा करके प्लॉटिंग करता है। 2015 में गोमतीनगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
सीएम की होर्डिंग लगाकर रौब दिखाना पड़ा भारी, योगी के इशारे पर वीसी ने शुरू किया पेंच कसना
हैरानी की बात यह है कि दिलीप सिंह बाफिला सीएम योगी आदित्यनाथ की होडिंग लगाकर भी रौब गांठता था। सीएम योगी के जन्मदिन के दौरान उसने शहर में होर्डिंग लगवाकर उनको शुभकामनाएं दी थीं। अब जब दिलीप सिंह के कारनामों की सूचना सीएम तक पहुंची तो उन्होंने सख्त रुख अपनाया है। सीएम योगी के इशारे पर एलडीए वीसी अभिषेक प्रकाश ने भूमाफिया दिलीप सिंह बाफिला के पेंच कसने शुरू कर दिए हैं। दिलीप सिंह बाफिला पर गिरोह बनाकर कागजों में हेरफेर कर धोखधड़ी करने की धाराओं में तहसीलदार अर्जन मो. असलम की तहरीर पर गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही उसके द्वारा एलडीए के कर्मचारियों से मिलीभगत कर पूर्व में भी धोखाधड़ी कर कब्जाई गई जमीनों पर भी कार्रवाई होगी। बाफिला पर दर्जन भर से अधिक मुकदमे गोमतीनगर विस्तार थाने में दर्ज हैं।

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