पांच महीने बाद पटरी पर दौड़ी लखनऊ मेट्रो

  • आरोग्य सेतु एप से ही मिलेगा मेट्रो में प्रवेश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना काल से बंद पड़ी मेट्रो सेवा फिर शुरू हो गई। करीब साढ़े पांच महीने बाद एक बार फिर से लखनऊ में मेट्रो का सफर शुरू हो गया है। आज सुबह 6 बजे पहला फेरा लगा, मेट्रो रात दस बजे तक चलेगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मेट्रो स्टेशन्स पर सुरक्षा के लिहाज से विशेष तैयारी की गई है। हालांकि पहले दिन सुबह के वक्त मेट्रो में सन्नाटा पसरा नजर आया, गिने चुने यात्री ही मेट्रो की सवारी के लिए पहुंचे। पहले दिन ऑफिस जाने वाले यात्री ज्यादा देखने को मिले।
इस दौरान मेट्रो स्टेशन के एंट्री गेट पर ही यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। अगर कोई बिना मास्क है तो मौके पर ही मास्क दिए जा रहे हैं। मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि रोजाना सुबह और शाम स्टेशन और ट्रेन में सेनेटाइजेशन किया जाएगा। इसके अलावा हर थोड़ी देर में टोकन वेंडिंग मशीन, एस्क्लेटर्स की रेलिंग को सेनेटाइज किया जाएगा। टोकन को इस्तेमाल कर बाद यूवी सेनेटाइसेशन बॉक्स में रखा जाएगा। ट्रेन के अंदर हर राइड से पहले सीट, हैंड रेल और ग्रिप हैंडल को सेनेटाइज किया जाएगा। मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि गो स्मार्ट कार्ड से यात्रा करने पर 10 फीसदी डिस्काउंट मिलेगा।

टिकट काउंटर में सोशल डिस्टेंसिंग

कोरोना काल के बाद जब दोबारा मेट्रो सेवा शुरू हुई तो कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया। टिकट काउंटर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। बिना मास्क वालों को प्रवेश नहीं दिया गया, दो-तीन लोगों को मास्क में लापरवाही बरतने पर सुरक्षाकर्मियों ने डांटा भी। यात्रियों को मास्क के साथ ही स्टेशन में प्रवेश की अनुमति दी गई।

रजिस्टर में दर्ज होगा तापमान व फोन नंबर

मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि हर स्टेशन पर यात्रियों के लिए दो प्रवेश और निकास द्वार खोले गए हैं। यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर यात्रा करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं होगा, उनका नाम, फोन नंबर व तापमान रजिस्टर में दर्ज होगा। यात्री गो-स्मार्ट कार्ड और टोकन दोनों का इस्तेमाल कर सकेंगे।

एक नजर शेड्यूल पर

३सुबह 6 से रात 10 तक चलेगी
३ हर 5 मिनट पर मिलेगी मेट्रो
३ 16 मेट्रो चलेंगी, 4 वेटिंग में रहेंगी
३ मेटल डिटेक्टर की लंबाई बढ़ाई गई
३ 21 मेट्रो स्टेशन में से एयरपोर्ट और सिंगारनगर में सिर्फ एक ही गेट से एंट्री और एग्जिट

लापता बेटे का इंतजार, पुलिस ने कर दिया अंतिम संस्कार

  • नोएडा पुलिस की बड़ी लापरवाही आई सामने

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नोएडा में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां एक परिवार को अपने लडक़े का अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं हुआ। वहीं पुलिस ने बिना जांच पड़ताल के ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इसे लेकर उस समय हडक़ंप मच गया जब गुमशुदा के परिजन थाना 39 का घेराव करने पंहुचे। पुलिस की ओर से व्हाट्सअप ग्रुप पर एक डेड बॉडी की फोटो दिखाने पर परिजनों ने विशाल यादव को पहचाना।
जानकारी के मुताबिक नोएडा थाना 39 में 20 वर्षीय विशाल यादव बीते 17 अगस्त को गायब हुआ था, जिसकी रिपोर्ट परिजनों ने 19 अगस्त को दर्ज करवाई थी। घर वालों को उम्मीद थी कि नोएडा पुलिस गुमशुदा विशाल की तलाश करेगी लेकिन 18 अगस्त को थाना बिसरख क्षेत्र के एनएच-24 हाइवे के पास एक संदिग्ध अवस्था में मिले शव को पुलिस ने बिना जांच पड़ताल किए 72 घंटे बाद अंतिम संस्कार कर दिया। और जिसका अंतिम संस्कार किया वह विशाल यादव था। 17 अगस्त को करीब 11 बजे विशाल यादव जेसीबी चलाने नोएडा सेक्टर 45 के लिए अपने घर से निकला था। कुछ देर बाद ही विशाल की कॉल आई कि उसका झगड़ा हो गया है। विशाल ने रात 9 बजे घर पर फिर फोन किया और कहा कि वह सेक्टर 76 में जेसीबी मालिक गिरीश के घर पर है और आज नहीं आएगा, कल अपनी तनख्वाह लेकर ही घर आएगा। डीसीपी राजेश एस ने बताया कि पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस रेडियो मुख्यालय में महिलाकर्मियों का शोषण!

  • सोशल एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने की जांच की मांग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सोशल एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने पुलिस रेडियो मुख्यालय में महिलाकर्मियों के शोषण के आरोपों की जांच की मांग की है। डीजीपी एचसी अवस्थी को भेजी शिकायत में उन्होंने कहा कि उन्हें रेडियो मुख्यालय की युवा महिलाकर्मियों द्वारा डीजीपी तथा अन्य को भेजी गयी एक शिकायत मिली, जिसमें कहा गया है कि निश्चित स्थानांतरण नीति नहीं होने के कारण युवा महिलाकर्मियों को यूपी-112 में तैनात कर दिया जाता है और उन्हें वापस पोस्टिंग के लिए गलत सौदेबाजी की जाती है।
शिकायत के अनुसार कुछ वरिष्ठ महिलाकर्मी इस काम में शामिल हैं और यह सारा काम एक डीआईजी द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा तीन महिलाकर्मियों द्वारा आत्महत्या कर लेने तथा एक और कर्मी के आत्महत्या की ओर अग्रसर होने की बात भी कही गयी है। इन आरोपों को अत्यंत गंभीर बताते हुए नूतन ने इसकी गोपनीय तथा खुले ढंग से जांच कराते हुए आरोप सही पाए जाने पर कठोर कार्रवार्ई करने की मांग की है।

आईएएस सुशील मौर्य की कोरोना से मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण बेहद घातक होता जा रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों के बाद अब आईएएस अधिकारी सुशील कुमार मौर्या की कोरोना से मौत हो गई है। विशेष सचिव भाषा के पद पर तैनात सुशील मौर्य का आज लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में सुबह निधन हो गया। उनकी तबीयत बिगडऩे पर उनको बीती 27 अगस्त में पीजीआई की इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। जहां पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कोविड हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया। सुशील मौर्य जौनपुर निवासी थे। 1994 बैच के पीसीएस अफसर सुशील मौर्य 2010 में आईएएस संवर्ग में प्रोन्नत हुए थे। वह मैनपुरी, सुल्तानपुर, बलिया, गाजीपुर जिलों में एसडीएम, एडीएम, सीडीओ आदि पदों पर सेवाएं दे चुके थे।

बिना मानचित्र ही आवासीय भवन पर कमर्शियल कॉम्लेक्स का निर्माण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। इंदिरानगर में बिना मानचित्र आवासीय भूखंड पर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर दिया। एलडीए अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुए हैं। कॉम्प्लेक्स में नक्शा पास कराए बिना ही बेसमेंट के साथ ही दो मंजिला कॉम्लेक्स बनाया गया है। वही इस अवैध निर्माण को लेकर क्षेत्रीय निवासी ने मंडलायुक्त सहित एलडीए कार्यालय के कई बार चक्कर लगाए लेकिन, कोई भी सुनने को तैयार नहीं है।
दरअसल, एलडीए के जोन पांच में इंदिरा नगर के फरीदी नगर में बनी मानस एंक्लेव कॉलोनी आती है। क्षेत्रीय निवासी छत्रपाल सिंह का आरोप है कि क्षेत्र में ही रहने वाले किशोर वर्मा ने एलडीए से बिना अनुमति ही प्लॉट पर चार मंजिला इमारत बना दी है। छत्रपाल का आरोप है कि किशोर वर्मा ने बिल्डिंग में बेसमेंट और भतल में दुकानें बनाकर किराए पर दे दी हैं। प्रथम तल पर बड़े-बड़े हॉल बनवाए हैं। आवासीय क्षेत्र में कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाकर उसमें पारदर्शी शीशे लगाने के कारण मानस एंक्लेव निवासी छत्रपाल सिंह ने एलडीए, आवास विकास व नगर निगम को शिकायती पत्र भी लिखे लेकिन कोई भी कार्यवाही अभी तक नहीं की गई।

स्मार्ट मीटर मामले में ईईएसएल को नोटिस

लखनऊ(4पीएम न्यूज़ नेटवर्क)। स्मार्ट मीटर बत्ती गुल मामले में पावर कार्पोरेशन ने 20 दिन बाद ईईएसएल को कारण बताओ नोटिस भेजा है। यह नोटिस कान्ट्रैक्ट एग्रीमेंट की धारा 6.1 के तहत जारी किया है। इसमें ईईएसएल के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पावर कार्पोरेशन ने नोटिस में मास्टर डाटा मैनेजमेंट (एमडीएम ) पर स्लो वर्क करने की बात कही है। यह भी कहा गया है कि स्मार्ट मीटर में जो वोडा सिम लगा है, वह कई क्षेत्रों में काम नहीं कर रहा है। नोटिस में नियमों का उल्लंघन माना गया है।

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