भाजपा सरकार ने अपराधियों को सौंप दिया है उत्तर प्रदेश: अखिलेश

हत्या प्रदेश बन गया है यपूी, हर ओर डर का माहौल
अपराधियों पर सख्ती की बातें महज तुकबंदी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व का जो तरीका सरकार चलाने का है वह निष्क्रियता और अकर्मण्यता को जन्म देता है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश को अपराधियों को सौंप दिया है। इस स्थिति से पूरे राज्य में डर घर कर गया है। जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होती है लेकिन यहां तो लगता है उत्तर प्रदेश बिना सरकार के चल रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश हत्या प्रदेश बन गया है। बलिया में पत्रकार रतन सिंह की हत्या हुई। पीसीएस महिला अधिकारी की मौत हुई। वाराणसी में दो लोगों को गोली मारी गई। बेखौफ अपराधी हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं को अंजाम दे कर रहे हैं। सरकार इन पर नियंत्रण में नाकाम रही है। सरकार को संजीत यादव के केस का खुलासा करने के लिए एक विशेष टीम गठित करे। जनता के साथ न्याय हो यह पुलिस और शासन का दायित्व है। उन्होंने कहा कि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए समाजवादी सरकार में यूपी डायल 100 सेवा शुरू की गई थी। आधुनिक संसाधनों से युक्त पुलिस मुख्यालय भी बना था। पुलिस को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए नई गाडिय़ां, बाइकें दी गई थी जिससे उन्हें घटनास्थल पर पहुंचने में देर न हो। भाजपा सरकार ने ये सारी व्यवस्थाएं चौपट कर दीं। मुख्यमंत्री की अपराधियों पर सख्ती की बातें महज तुकबंदी लगने लगी है।

सपा प्रमुख ने संजीत के परिजनों को दी आर्थिक मदद

लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव से शुक्रवार को संजीत यादव के पिता चमन सिंह, मां कुसमा देवी तथा बहन रूचि यादव ने भेंट कर उनसे न्याय दिलाने का आग्रह किया। संजीत यादव का 22 जून को अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई थी। बाद में संजीत की हत्या की बात सामने आई लेकिन आज तक उसकी लाश नहीं मिली है। पीडि़त परिवार का कहना था कि पुलिस निष्पक्ष जांच के बजाय उल्टे परिवारीजनों को परेशान कर रही है। सरकार इस अपहरण और हत्याकाण्ड का आज तक खुलासा भी नहीं कर सकी है। अखिलेश यादव ने पीडि़त परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि वे पीडि़त परिवार के साथ हैं। सरकार इस परिवार को 50 लाख की मदद तथा परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी दे। उन्होंने दो लाख परिवारीजनों को दिए। इससे पूर्व सपा की ओर से इस परिवार को 5 लाख की मदद दी जा चुकी हैं।

सीरो सर्वे टला, टीम के सदस्य संक्रमित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का पता लगाने के लिए शुरू होने वाले सीरो सर्वे पर वायरस का ग्रहण लग गया है। प्रदेश के 11 जिलों में सीरो सर्वे का काम शुरू होना था, लेकिन जिन पर सर्वे कराने की जिम्मेदारी थी, उन्हीं के पॉजिटिव पाए जाने के कारण फिलहाल यह काम शुरू नहीं हो पाया है।
सीरो सर्वे का काम केजीएमयू लखनऊ के निर्देशन में शुक्रवार से शुरू होना था, लेकिन यहां के माइक्रोबायोलाजी विभाग की हेड प्रो.अमिता जैन कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अपना इलाज करा रही हैं। उनके स्वस्थ होकर वापस लौटने पर ही माइक्रोबायोलाजी विभाग सर्वे का काम शुरू कर पाएगा। केजीएमयू में कुलपति सहित कई डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसी तरह लखनऊ के सीएमओ डॉ.आरपी सिंह के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण यहां सर्वे का काम आगे टाला गया है। लखनऊ के एडीशनल सीएमओ डॉ.ए.राजा और डिप्टी सीएमओ डॉ.वाईके सिंह भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.डीएस नेगी का कहना है कि फिलहाल सीरो सर्वे का काम आगे टाल दिया गया है।

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