तो देश में चल रही बुलडोजर संस्कृति!

4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्घजनों ने किया मंथन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देश के कई राज्यों में किसी घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर वाली कार्रवाई का ट्रेंड शुरू हुआ है। उसकी झलक राष्टï्रीय राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिली। यहां जहांगीरपुरी में एमसीडी ने अतिक्रमण के नाम पर कार्रवाई की, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल रोक लगा दी है। सवाल यह है कि क्या देश में बुलडोजर की एक नई संस्कृति उत्पन्न हो गई है। इस मुद्ïदे पर वरिष्ठï पत्रकार अनिल रॉयल, सुशील दुबे, अरूणा सिंह, उमाशंकर दुबे, आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़, पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी, डॉ. लक्ष्मण यादव और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी बातचीत की।
डॉ. लक्ष्मण यादव ने कहा, दिल्ली में चारों ओर अवैध कब्जा है। 40 फीसदी हिस्से में कार पार्किंग की जाती है। सवाल यह है कि न्याय की बाते कहां है। सुशील दुबे ने कहा पहली बार इस देश में हुआ था जब पांच जजों ने पीसी की थी,ये शुरूआत वहीं से हुई थी। मऊ दंगे पर योगी के दौरे के बाद बुलडोजर क्रांति उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में क्रांति ले लेगी। तो आज बुलडोजर ने नई संस्कृति पैदा कर दी है।
एसआर दारापुरी ने कहा अभी जो भी कार्रवाई हो रही, वह अमित शाह के आदेशानुसार हो रही है। ये परिस्थितियां ठीक नहीं है। कानून ध्वस्त हो गया है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
अनिल रॉयल ने कहा, यूपी में बुलडोजर हिट हुआ तो दिल्ली ने भी वहीं राह अपना ली। बुलडोजर अगर न्याय के लिए चल रहा तो सब जगह चलना चाहिए। कानून से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि ये जो भाजपा है वह न हिंदू की है न मुसलमान की है। रही बात बुलडोजर की तो बुलडोजर की राजनीति यूपी से शुरू हुई, जो लॉ एंड आर्डर भी फॉलो नहीं करती। सुप्रीम कोर्ट में आज इसकी धज्जियां भी उड़ी। अरूणा सिंह और उमाशंकर दुबे भी परिचर्चा में शामिल हुए।

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