विधान सभा में गेम खेलते और तंबाकू खाते भाजपा विधायकों का वीडियो वायरल, अखिलेश ने घेरा

सपा प्रमुख ने पूछा, इन पर सीएम कब चलाएंगे नैतिक बुलडोजर

  • सपा ने शेयर किया, 22 सितंबर का बताया जा रहा है वीडियो
  • महोबा सदर और झांसी के विधायक दिख रहे वीडियो में

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान विधान सभा में दो भाजपा विधायकों का गेम खेलने और तंबाकू खाने का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में सदन में एक विधायक मोबाइल गेम खेल रहे हैं जबकि अन्य विधायक तंबाकू खा रहे हैं। सपा ने इस वीडियो को शेयर कर सरकार पर निशाना साधा है। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से यह वीडियो शेयर कर प्रदेश सरकार से पूछा है कि सत्र के दौरान इन माननीय विधायकों के खिलाफ मुख्यमंत्री नैतिक बुलडोजर कब चलाएंगे।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, भाजपाई विधायक उप्र विधान सभा के सत्र में खेल रहे हैं ताश और कर रहे हैं प्रदेश का नाश। भाजपा के उन विधायक जी को धन्यवाद जिन्होंने पीछे से ये वीडियो बनाकर व वायरल कर जनहित का काम किया। अब देखना ये है कि मुख्यमंत्री इन माननीय विधायक जी पर ‘नैतिक बुलडोजऱ’ कब चलाएंगे? वहीं सपा ने ट्वीट करते हुए लिखा, सदन की गरिमा को तार-तार कर रहे भाजपा विधायक। महोबा से भाजपा विधायक सदन में मोबाइल गेम खेल रहे, झांसी से भाजपा विधायक तंबाकू खा रहे। इन लोगों के पास जनता के मुद्दों के जवाब हैं नहीं और सदन को मनोरंजन का अड्डा बना रहे हैं। बेहद निंदनीय एवं शर्मनाक। यह वीडियो 22 सितंबर 2022 का बताया जा रहा है। इसी दिन सदन में महिलाओं का विशेष सत्र मनाया गया था। सदन की कार्यवाही के दौरान महोबा से विधायक राकेश गोस्वामी मोबाइल में तीन पत्ती गेम खेलते नजर आए। राकेश गोस्वामी महोबा सदर विधान सभा 231 से विधायक हैं। वहीं, दूसरी तरफ झांसी से भाजपा विधायक रवि कुमार शर्मा टेबल के नीचे छुपकर तंबाकू खाते नजर आ रहे हैं। ये झांसी की सदर सीट से विधायक हैं।

रालोद ने भी साधा निशाना

रालोद ने अपने ट्विटर हैंडल से इस मामले को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। रालोद ने ट्वीट किया, विधान सभा में तीन पत्ती का गेम खेलने वाले ये महाशय महोबा के भाजपा विधायक हैं। सदन के प्रति इनकी कर्मठता और जनता की समस्याओं को लेकर आए माननीय विधान सभा सदस्यों के प्रति इनकी मानसिकता का उदाहरण है इनका कृत्य। जनसेवा के प्रति ये है भाजपा के जनप्रतिनिधियों का चाल, चेहरा और चरित्र।

पीएफआई ने पीएम मोदी पर हमले की रची थी साजिश, निशाने पर थी पटना की रैली

  • एनआईए और ईडी की पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा, कई सदस्यों को दी गई थी ट्रेनिंग
  • तैयार कर रहा था टेरर मॉड्यूल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ कार्रवाई कर रही जांच एजेंसियों ईडी और एनआईए ने सनसनीखेज खुलासा किया है। अधिकारियों के मुताबिक इस साल 12 जुलाई को पटना में पीएफआई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले करने की साजिश रची थी। पीएम की यह रैली उसके टारगेट में थी। इसके अलावा वह अन्य हमलों के लिए टेरर मॉड्यूल तैयार कर रहा था।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि हमले के लिए पीएफआई ने पटना में कैंप लगाकर कई सदस्यों को ट्रेनिंग दी थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल से गिरफ्तार पीएफआई के सदस्य शफीक पैठ से पूछताछ की है। शफीफ ने एजेंसी को बताया है कि उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पटना रैली थी।

चलाया गया था ऑपरेशन ऑक्टोपस

पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जांच एजेंसियों ने ऑपरेशन ऑक्टोपस चलाया था। इसके तहत 22 सितंबर को 11 राज्यों में एनआईए, ईडी और राज्य पुलिस की एक संयुक्त टीम द्वारा किए गए कई छापे में 106 से अधिक पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। तीन पदाधिकारियों को दिल्ली से हिरासत में लिया गया था।

खाते में आए थे 120 करोड़

जांच के दौरान ये भी पता चला है कि पीएफआई के एकाउंट में एक साल में करीब 120 करोड़ जमा किए गए थे। इसके साथ ही जितना पैसा अकाउंट में जमा किया गया था उससे दोगुना रुपया कैश के रूप में एकत्र किया गया था। इन पैसों से देश भर में दंगों और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना थी।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू

  • गहलोत, थरूर और मनीष तिवारी के नाम की चर्चा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। नामांकन तीस सितंबर तक भरे जाएंगे। 19 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर के बीच कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर सीधा मुकाबला है। सूत्रों के मुताबिक मनीष तिवारी भी चुनाव लडऩे पर विचार कर रहे हैं।
चुनाव के रिटर्निंग अधिकारी के रूप में नामांकन पत्र लेने के लिए केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में उपलब्ध रहेंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने साफ कर दिया कि इस बार गांधी परिवार से अध्यक्ष पद का कोई उम्मीदवार नहीं होगा। साथ ही कहा कि यह तय है कि मैं अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ूंगा। मैं जल्द ही नामांकन दाखिल करने की तारीख तय करूंगा। वहीं शशि थरूर ने अपने प्रतिनिधि के माध्यम में नामांकन पत्र मंगवाया है।

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