उत्तराखंड में सरकार गठन से पहले भगवान के दरबार में विधायकों की हाजिरी

नई दिल्ली। उत्तराखंड में नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले आज सभी भाजपा विधायक और पदाधिकारी महानगर स्थित विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इसके अलावा दून में निवास करने वाले सांसद, प्रदेश पदाधिकारीगण, मेयर, महानगर पदाधिकारी, पार्षद, मंडल अध्यक्ष, मोर्चों के पदाधिकारी और शक्ति केंद्र्र संयोजक भी पूजा-पाठ करेंगे। वह अपने निकटवर्ती मंदिरों में लोक कल्याण और प्रदेश की खुशहाली के लिए पूजा-पाठ करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले पुष्कर सिंह धामी ने टपकेश्वर मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। इसके बाद रेसकोर्स स्थित गुरुद्वारा में मत्था टेका और प्रदेश की खुशहाली के लिए अरदास की। वहीं मदन कौशिक भी मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे। उधर, उत्तरकाशी जिले के बड़कोट में सुबह प्रदेश में पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व पुन: भाजपा सरकार लौटने पर यमुनोत्रीधाम के पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोतम उनियाल की अगुवाई में मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशालीगाँव स्थित यमुना मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई।

धामी सरकार की नेतृत्व में प्रदेश के सर्वांगीण विकास के साथ खुशहाली की कामना की गई। महानगर महामंत्री रतन सिंह चौहान ने बताया कि सिद्धपीठ प्राचीन शिव मंदिर धर्मपुर चौक में राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजय वर्गीय, टपकेश्वर महादेव मंदिर में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सिद्धपीठ प्राचीन शिव मंदिर धर्मपुर चौक में संगठन महामंत्री अजय, गुरुद्वारा रेसकोर्स में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, श्री झंडे जी साहिब जाएंगी सह प्रभारी रेखा वर्मा, श्री पृथ्वीनाथ मंदिर में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, श्री शिव मंदिर विजय कालोनी में सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक, प्राचीन सिद्धपीठ शिव मंदिर धर्मपुर चौक में माला राज्यलक्ष्मी शाह, कालिका माता मंदिर में विधायक खजान दास, पंचायती मंदिर में मेयर सुनील उनियाल गामा पूजा करेंगे।

आजम खान के इस्तीफे से रामपुर में चढ़ा सियासी पारा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक बार फिर उप चुनाव होगा। दसवीं बार शहर विधायक चुने गए मोहम्मद आजम खां ने लोकसभा की सदस्यता से कल इस्तीफा दे दिया है। अब लोकसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव में सपा के सामने अपनी सीट बचाए रखने की चुनौती होगी। यूपी विधानसभा चुनाव में शहर सीट से समाजवादी पार्टी ने इस दफा पार्टी के कद्दावर नेता एवं सांसद आजम खां को चुनावी मैदान में उतारा था। दस मार्च को परिणाम आए तो दसवीं बार आजम खां को जनता ने फिर शहर विधायक चुन लिया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिदंदी भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना को 54 हजार वोटों से हरा दिया। आजम खां की इस जीत के बाद यह तय हो गया था कि रामपुर में एक बार फिर उप चुनाव होगा। मंगलवार को आजम खां के लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद यह भी तय हो गया कि अबकी उप चुनाव विस सीट पर नहीं बल्कि, लोकसभा सीट पर होगा। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी रामपुर में उपचुनाव हुए थे। समाजवादी पार्टी ने 2017 में शहर से विधायक बने आजम खां को पार्टी ने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रत्याशी बनाया था। आजम खां ने लोकसभा चुनाव जीत लिया। इस जीत के बाद उन्होंने शहर विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2019 में ही शहर सीट पर उपचुनाव हुआ। इस उप चुनाव में आजम खां की पत्नी डा.तंजीन फात्मा को सपा ने प्रत्याशी बनाया। डा.तंजीन फात्मा चुनाव जीत गई थीं। आजम अभी लोकसभा सदस्य हैं और अब विधायक भी बन गए।

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