संसद से यूपी विधान सभा तक हंगामा, विपक्ष बोला- इस्तीफा दें केंद्रीय मंत्री टेनी

  • संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित, विधान सभा में वेल तक पहुंचे विपक्षी विधायक
  • लखीमपुर हिंसा पर एसआईटी के खुलासे के बाद केंद्र व प्रदेश सरकार पर विपक्ष ने तेज किये हमले

4पीएम न्यूज नेटवर्क, लखनऊ। लखीमपुर हिंसा पर एसआईटी के खुलासे के बाद विपक्ष ने केंद्र और यूपी सरकार पर हमले तेज कर दिये हैं। विपक्ष ने इस मामले में आज संसद से लेकर यूपी विधान सभा तक हंगामा किया। साथ ही विपक्षी सांसदों और विधायकों ने एक बार फिर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी से इस्तीफे की मांग की। हंगामे के चलते संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा जबकि विधान सभा में हंगामे के बीच प्रदेश की योगी सरकार ने अनुपूरक बजट पेश किया।

लखीमपुर हिंसा और सांसदों के निलंबन पर संसद के दोनों सदनों में लगातार विपक्ष का हंगामा जारी है। विपक्ष सांसदों का निलंबन वापस लेने और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाने की अपनी मांग पर अड़ा है। विपक्ष लखीमपुर हिंसा मामले में एसआईटी की रिपोर्ट के बाद इसे किसानों की सुनियोजित तरीके से हत्या करने की साजिश बता रहा है। वहीं हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।

लोक सभा में राहुल गांधी ने कहा कि हमें लखीमपुर हिंसा में हुई हत्या के बारे में बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। इसमें सरकार के मंत्री की संलिप्तता थी और जिसके बारे में कहा गया है कि यह एक साजिश थी। किसानों की हत्या करने वाले मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और सजा मिलनी चाहिए। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य सभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया और मांग की कि सरकार मंत्री का इस्तीफा तुरंत ले। वहीं यूपी विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने हंगामा किया। सपा तथा कांग्रेस के सदस्य एसआईटी जांच रिपोर्ट पर चर्चा कराने और गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर वेल में आकर नारेबाजी की।

केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से भी की थी अभद्रता

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने बुधवार को लखीमपुर हिंसा केस से जुड़े एक सवाल पर आपा खो बैठे। उन्होंने पूरी मीडिया को चोर तक कह दिया। उन्होंने पत्रकार का कालर तक पकड़ने की कोशिश की। लखीमपुर हिंसा में अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा समेत सभी 13 आरोपियों पर अब जानलेवा हमला, गंभीर चोट पहुंचाने व शस्त्र अधिनियम की धाराओं पर केस चलेगा। हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई थी।

हंगामे के बीच अनुपूरक बजट पेश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के हंगामेेेके बीच योगी आदित्यनाथ सरकार ने अनुपूरक बजट पेश किया। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के बजट पेश करने के दौरान ही कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी के विधायक वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे। योगी आदित्यनाथ सरकार ने विधान सभा में चालू वित्तीय वर्ष के लिए 8479.53 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया।

सपा-कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

लखनऊ। लखीमपुर हिंसा पर एसआईटी के खुलासे के बाद प्रदेश का सियासी पारा फिर गर्म हो गया है। आज लखनऊ में विधान भवन के सामने कांग्रेस और सपा के विधायकों ने जमकर प्रदर्शन किया और केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग की। लखनऊ में विधान सभा मार्ग पर विधान भवन के ठीक सामने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा के नेतृत्व में कांग्रेस के विधायकों ने प्रदर्शन किया। वहीं विधान भवन परिसर में समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ विधान परिषद सदस्यों ने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार करने पर प्रदर्शन किया। साथ ही मोदी मंत्रिमंडल से उनको बर्खास्त करने की मांग की।

अब लड़कियों की शादी की उम्र होगी 21 साल

4पीएम न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। देश में लड़कियों की शादी की कानूनी उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। सूत्रों ने बताया कि बुधवार को कैबिनेट की बैठक में इस पर फैसला लिया गया। अब इसके लिए मौजूदा कानूनों में सरकार संशोधन करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से अपने संबोधन में इसका उल्लेख किया था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैबिनेट की मंजूरी के बाद सरकार बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 और फिर विशेष विवाह अधिनियम एवं हिंदू विवाह अधिनियम 1955 जैसे निजी कानूनों में संशोधन करेगी। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दिसंबर 2020 में केंद्र की टास्क फोर्स की प्रमुख जया जेटली ने नीति आयोग को अपनी सिफारिशें सौंपी थीं। टास्क फोर्स की सिफारिश को सरकार ने मान लिया है।

निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मियों की हड़ताल

4पीएम न्यूज नेटवर्क, लखनऊ। सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण किए जाने के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के बैनर तले बैंक कर्मी आज से दो दिनों की हड़ताल पर चले गए हैं। इस कारण बैंकों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। इसके चलते बैंक ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बैंक कर्मी आज सुबह से स्टेट बैंक मुख्यालय पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

नेशनल कंफेडरेशन ऑफ बैंक के प्रदेश महामंत्री अखिलेश मोहन ने कहा कि बैंको का निजीकरण कर पूॅजीपतियों के हाथों में सौपने का प्रयास किया जा रहा है। बैंकों के निजीकरण से जनता का पैसा पूंजीपति हड़प लेंगे। देश भर में करीब नौ लाख कर्मचारी आज से दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल में लखनऊ के करीब 10 हजार बैंक कर्मचारी शामिल हुए। बैंक बंद रहने से करीब 25 से 30 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की गई है।

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