हमारी संस्कृति में वृक्ष पूजनीय : राज्यपाल

  •  आनंदीबेन पटेल ने झांसी में रोपे पौधे

लखनऊ। यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वन महोत्सव के अवसर पर आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में झांसी के निकट सिमरधा डैम में सहभागिता करते हुए हरिशंकरी का पौधा लगाकर वन महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा मेरे लिए यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि आज मुझे वन महोत्सव सप्ताह के अवसर पर ऐतिहासिक नगरी झांसी की पहूंज नदी पर स्थित सिमरधा डैम के पास पौधारोपण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। राज्यपाल ने कहा नदी पर बना हुआ सिमरधा डैम जलापूर्ति का मुख्य स्रोत है तथा इस डैम से निकली विभिन्न नहरों से लगभग 30 गावों में सिंचाई की जाती है। पर्यटन की दृष्टि से भी यहां का वातावरण बहुत मनोरम है। दूसरी ओर पहाड़ी पर स्थित विश्व विख्यात हॉकी के जादूगर ध्यानचंद की विशाल प्रतिमा हमारे युवाओं को प्रेरित करती है। यहां आकर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित करना मैं अपना कर्तव्य समझती हूं। आनंदीबेन पटेल ने कहा कि वन महोत्सव प्रकृति के उपकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। हमारी समृद्ध संस्कृति व परम्परा में पेड़-पौधों को विशिष्ट स्थान प्राप्त है। भारतीय संस्कृति में वृक्षों को अत्यन्त पूजनीय माना जाता है। पीपल वनस्पति जगत में सर्वश्रेष्ठ है। नीम, आंवला, बरगद आदि वृक्ष औषधीय गुणों का भण्डार होने के साथ-साथ मानव सेहत को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने प्रदेश को हरा-भरा बनाने एवं विकास पथ पर अग्रसर रखने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए प्रदेश सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा हमारे पर्यावरणविदों का मानना है कि महामारी कोरोना (कोविड-19) का संक्रमण इंसान द्वारा प्रकृति से की गई छेड़छाड़ का ही नतीजा है।

दाह संस्कार के लिए पहले से करें लकड़ी का इंतजाम

वन महोत्सव का शुभारंभ करने झांसी गई प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा जीवन में पौधे अवश्य लगाएं। अपने दाह संस्कार के लिए इन्हीं पेड़ों की लकड़ियों का इस्तेमाल करें। रोपे गए पौधे जीवित रहें, इसका भी ध्यान रखें। राज्यपाल ने कहा पीपल वनस्पति जगत में सर्वश्रेष्ठ है। ये 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। नीम, आंवला, बरगद आदि वृक्षों में औषधीय गुणों का भंडार है। ये लोगों को सेहतमंद रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वृक्ष के आसपास रहने से जीवन में मानसिक संतुलन और संतुष्टि मिलती है।

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