पिछली सरकारों ने नहीं किया न्याय, अब विकास के पथ पर आजमगढ़ : सीएम

राजनीति की संकीर्ण विचारधारा के कारण प्रतिभाओं को नहीं मिल रहा था मौका

  • लोक सभा उपचुनाव में जीत के बाद पहली बार जनपद पहुंचे सीएम ने दी 143 करोड़ की सौगात

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आजमगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज आजमगढ़ के आईटीआई कॉलेज मैदान में आयोजित जनसभा में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने आजमगढ़ के साथ न्याय नहीं किया। सात साल पूर्व यहां की क्या स्थिति थी, इस पर चर्चा करने की जरूरत नहीं है। अब नए उत्तर प्रदेश का नया आजमगढ़ विकास के सुपथ पर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि जो प्रतिभा आजमगढ़ में थी, वह राजनीति की संकीर्ण विचाराधारा के चलते आगे नहीं पहुंच सकी थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब पहचान उत्तर प्रदेश स्तर पर होगी। पूर्व की सरकारों पर इशारों में तंज कसते हुए कहा कि एक समय था कि जब आजमगढ़ के नौजवानों को दूसरे शहरों में होटल तक नहीं मिलते थे लेकिन आज यहां के लोगों ने यह धारणा बदल दी है। यहां के नौजवान एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी क्षेत्रों को आगे बढ़ाने का काम किया। आजमगढ़ में भले हमारे सांसद और विधायक न रहे हों लेकिन हमने आजमगढ़ को उपेक्षित नहीं किया। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बना। यहां किसी को प्रधानमंत्री तो किसी को मुख्यमंत्री आवास योजना का फायदा मिला है। उन्होंने कहा कि जिले के लोगों का सपना था कि यहां विश्वविद्यालय का निर्माण हो जिसे हमने पूरा कर दिया और उसका नाम महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय रखा। पांच लाख नौजवानों को बिना भेदभाव के नौकरी दी। ओडीओपी प्रोडक्ट के लिए कामन फैसिलिटी सेंटर दिया। उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने से ही देश व समाज में खुशहाली आएगी। यहां के जनप्रतिनिधियों ने भी कई प्रस्ताव दिए हैं, जिस पर काम होगा। उन्होंने कहा कि अब तो आप लोगों ने हमें यहां का सांसद भी दे दिया। आप लोगों ने भोजपुरी माटी में जन्मे कलाकार को सांसद बनाकर भेजा है। लोक सभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ की जीत के बाद सीएम योगी का यह पहला आजमगढ़ दौरा है। इस मौके पर सीएम ने 143 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

तंबाकू नियंत्रण केंद्र का उद्घाटन

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एम्स में आज नवनिर्मित 500 सीट के ऑडिटोरियम व देश के पहले तंबाकू नियंत्रण केंद्र का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस केंद्र से तंबाकू के दुष्परिणामों से होने वाली बीमारियों की रोकथाम में मदद मिलेगी। तंबाकू से अनेक प्रकार की बीमारियां होती हैं। यह उन्हीं के लिए हानिकारक नहीं है जो तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं बल्कि उनकी संगत में रहने वाले लोगों को भी इसका नुकसान होता है जबकि तंबाकू के पैकेट पर लिखा रहता है कि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। बावजूद इसके लोग उसका इस्तेमाल कर रहे हैं इसलिए इससे बचने में जागरूकता का पक्ष ज्यादा है। अधिक से अधिक जनमानस को जागरूक करके हम तंबाकू के खतरों से बचा सकते हैं।

हर घर तिरंगा फहराने की अपील

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ की हर गली-मोहल्ले से क्रांतिकारियों ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी। हमें उन्हें याद रखना चाहिए। देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। 15 अगस्त को हर घर में तिरंगा फहराना चाहिए। उन्होंने जनता से पूछा कि आप लोग अपने घर में तिरंगा फहराएंगे कि नहीं। इस पर जनता ने हां में जवाब दिया।

‘सुप्रीम’ आदेश, शिवसेना पर अभी फैसला न ले चुनाव आयोग

  • शिंदे गुट के दावे पर फैसला लेने से आयोग को रोका
  • अब सोमवार को होगी शीर्ष अदालत में सुनवाई
  • संवैधानिक बेंच को भी भेजा जा सकता है मामला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शिवसेना पर अधिकार को लेकर आज भी सुप्रीम कोर्ट में कोई फैसला नहीं हो सका है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा कि वह अगले आदेश तक शिवसेना पर अलग-अलग गुटों के दावे पर कोई फैसला न ले। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के दावों को लेकर अब अदालत में सोमवार को सुनवाई होगी।
शिवसेना को लेकर लड़ाई लंबी खिंचती दिख रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह फिलहाल एकनाथ शिंदे गुट की ओर से खुद को ही असली शिवसेना की मान्यता देने की अर्जी पर फैसला न ले। एकनाथ शिंदे गुट ने आयोग से मांग की है कि उनका गुट ही असली शिवसेना है और उन्हें ही पार्टी का सिंबल तीर-धनुष आवंटित किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा कि यदि उद्धव ठाकरे इस मसले पर जवाब देने के लिए समय मांगते हैं तो फिर उसे यह मौका मिलना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि अब इस मामले पर 8 अगस्त यानी सोमवार को सुनवाई की जाएगी। यही नहीं अदालत ने यह भी कहा कि 8 अगस्त को हम इस बात पर भी विचार करेंगे कि क्या इस मामले को 5 जजों की संवैधानिक बेंच के समक्ष भेजा जाना चाहिए या नहीं।

 

हेराल्ड हाउस पर ईडी की कार्रवाई पर भडक़ी कांग्रेस, संसद में हंगामा

  • लोक सभा और राज्य सभा की कार्यवाही बाधित, कांग्रेस ने बुलाई सांसदों की बैठक
  • जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का सरकार पर लगाया आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हेराल्ड हाउस पर ईडी की कार्रवाई के खिलाफ संसद में कांग्रेस सांसदों ने जमकर हंगामा किया। इसके कारण लोक सभा और राज्य सभा की कार्यवाही बाधित हुई। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग में यंग इंडियन का दफ्तर सील किए जाने के बाद कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों की आपात बैठक बुलाई है।
राज्य सभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि उन्हें ईडी का समन मिला है। मुझे दोपहर 12.30 बजे बुलाया गया था, लेकिन जब संसद सत्र चल रहा हो तो क्या यह समन करना सही है? क्या पुलिस के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आवासों का घेराव करना सही है? खडग़े ने कहा कि हम डरेंगे नहीं, हम लड़ेंगे। कांग्रेस ने संसद में आरोप लगाया कि सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

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