ट्रांसफर पॉलिसी में गड़बड़ी, 15 को मुख्यमंत्री को रिपोर्ट देगी कमेटी

  • स्वास्थ्य और पीडब्लूडी विभाग में हुए ट्रांसफर की चल रही जांच

लखनऊ। यूपी में स्वास्थ्य और पीडब्लूडी विभाग में हुए ट्रांसफर पर सीएम योगी ने जांच बैठा दी है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा की अगुवाई में 3 बड़े अफसरों का एक्सपर्ट पैनल बनाया है। इस पैनल से 2 दिन में रिपोर्ट मांगी है। 15 जुलाई को रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। इस जांच पैनल में चीफ सेक्रेटरी के अलावा एसीएस होम अवनीश अवस्थी और संजय भुसरेड्डी को भी शामिल किया गया है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग में हुए ट्रांसफर पर खुद डिप्टी सीएम और मंत्री बृजेश पाठक ने सवाल उठाए थे। उन्होंने भी मामले में विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद को जवाब तलब भी किया था। वहीं पीडब्लूडी विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद हैं। इस विभाग में भी ट्रांसफर को लेकर भी आपत्तियां आई थीं। स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों पर काफी आपत्तियां आईं थीं। डॉक्टरों ने आरोप लगाया था कि तबादला नीति को दरकिनार करके ट्रांसफर किए गए। एक जिले में तैनात पति-पत्नी का ट्रांसफर अलग-अलग जिलों में कर दिया गया। इसके अलावा रिटायरमेंट में कुछ ही महीने शेष रहने वाले डॉक्टरों का तबादला भी कहीं दूर कर दिया गया। दिव्यांग डॉक्टरों का भी ट्रांसफर घर से दूर कर दिया गया।

पीएमएस एसोसिएशन ने भी तबादलों पर आपत्तियां जताते हुए संशोधन की मांग की थी। स्वास्थ्य विभाग में जारी ट्रांसफर लिस्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां पाई गई थी। इसमें प्रयागराज के एक मृतक डॉक्टर डॉ. दीपेंद्र सिंह का भी नाम शामिल था। बाद में विभाग के आला अफसरों ने इसके लिए विभिन्न जिलों के चिकित्सा अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए नोटिस जारी की थी। तबादलों में गलत सूचनाएं देने के आरोप में प्रदेशभर के 22 सीएमओ समेत 29 चिकित्सा अधिकारियों को शोकॉज नोटिस थमाई गई। इनमें अस्पतालों के निदेशक, सीएमएस और एमएस शामिल हैं। आरोप लगा था कि तबादलों के लिए आयुष और डेंटल के डॉक्टरों की जानकारी भेजी गई। जबकि ये पीएमएस संवर्ग में नहीं आते हैं। इस वजह से उनका भी ट्रांसफर हो गया। ट्रांसफर में 25 जिलों में नए सीएमओ तैनात हुए। इनमें से कई के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। कुछ पर आरोप साबित हो चुके हैं। कुछ ऐसे हैं, जो हार्ट पेशेंट है। कुछ ऐसे डॉक्टरों को सीएमओ बनाया गया है, जो शासनादेश के विपरीत है।

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