जानें कब-कब सुर्खियों में रहें मुनव्वर राणा

लखनऊ। मशहूर शायर मुनव्वर राणा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला उनके बेटे जुड़ा हुआ जिसको लेकर घटनाक्रम की शुरूआत हुई। दरअसल बीते दिनों राणा के बेटे ने शिकायत की थी कि उन पर जान से मारने की नियत से फायरिंग की गई है। जिसके बाद मुनव्वर राणा ने राजधानी पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। अब जब पुलिस ने इस केस के वर्कआउट का दावा किया है तो एक नया ही विवाद खड़ा हो गया है।
बेटे तबरेज राणा पर हुए हमले के बाद उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए गंभीर सवाल खड़े किए थे। लेकिन अब पुलिस ने खुलासा किया है कि मुनव्वर राणा के बेटे ने अपने चाचा और चचेरे भाइयों को फंसाने के लिए खुद पर गोलियां चलाई थीं। इस पूरे मामले के पीछे संपत्ति का विवाद है। हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब शायर मुनव्वर राणा का नाम किसी विवाद से जुड़ा हो। इससे पहले भी वह अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं।
बीती रात लखनऊ में मुनव्वर राणा के घर पुलिस ने छापेमारी की। इस पर मुनव्वर राणा ने कहा कि पुलिस उनके घर आई और गुंडागर्दी की। हालांकि माना जा रहा है कि छापेमारी उनके बेटे के मामले से जुड़ी हो सकती है, जिस पर कुछ दिन पहले कथित तौर पर हमला किया गया था।
वहीं मुनव्वर राणा की बेटी और कांग्रेस नेता फौजिया राणा ने प्रशासन पर जवाबी कार्रवाई का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मेरे बीमार पिता को भी परेशान किया गया, प्रशासन हमारे पिता और हमसे बदला ले रहा है, पुलिस बिना सर्च वारंट के घर के अंदर पहुंच गई। वैसे ये कोई पहला मामला नहीं जब मुनव्वर राणा का नाम सुर्खियां बटोर रहा है उनका सुर्खियों का चोलीदामन का साथ है। आइए आपको बताते हैं मुनव्वर राणा के बयानों के बारे में जिन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
जब हत्या पर दिया विवादित बयान
पिछले साल राणा ने एक कार्टून विवाद को लेकर फ्रांस में गला काटने की घटना को जायज ठहराया था। मुनव्वर राणा ने तर्क दिया था कि धर्म मां के समान है, अगर कोई आपकी मां को गाली देता है, या धर्म का खराब कार्टून बनाता है, तो वे गुस्से में ऐसा करने के लिए मजबूर होते हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह का कार्टून मुसलमानों को चिढ़ाने के लिए बनाया गया था। किसी पर इतना जोर मत दो कि वह मारने को मजबूर हो जाए। उनके इस बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था। इस बयान पर उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। हालांकि बाद में उन्होंने इस पर सफाई भी दी।
लिखे शेर और हो गया विवाद
इसी साल जनवरी में मुनव्वर राणा ने किसान आंदोलन पर ट्विटर पर एक शेर लिखा था, जिससे विवाद खड़ा हो गया था। इस शेर में मुनव्वर राणा ने संसद को तोडक़र खेत बनाने की बात कही थी और सेठों के गोदामों को जलाने की बात कही थी हालांकि, विवाद के चलते उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दिया।
जब यूपी में लगने लगा डर
सीएए-एनआरसी प्रोटेस्ट के दौरान मुनव्वर राणा ने उत्तर प्रदेश सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि योगी के शासन में उन्हें यूपी में डर लगने लगा है. उन्होंने बीजेपी पर देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का आरोप लगाया था। सीएए-एनआरसी के खिलाफ बयानबाजी के चलते मुनव्वर राणा और उनकी बेटियां भी सुर्खियों में रहीं।
राम मंदिर और पूर्व मुख्य न्यायाधीश पर टिप्पणी
अयोध्या विवाद में राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुनव्वर राणा ने तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि इस मामले में कहीं न कहीं हिंदुओं का पक्ष लिया गया है।

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