हेट स्पीच व फेक न्यूज पर लगाम जरूरी

4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्घजनों ने किया मंथन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। देश में सबसे ज्यादा ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसी सोशल मीडिया से भ्रामक जानकारी फैलाने का काम किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर पहचान छिपाकर नफरती विचार फैलाए जा रहे है। ऐसे में सवाल उठता हैं कि आखिर कब लगेगी सोशल साइट्स पर फैल रही हेट स्पीच पर लगाम? इस मुद्ïदे पर वरिष्ठï पत्रकार अमित मिश्रा, एजुकेशनिस्ट डॉ. शैलेंद्र, प्रो. सुधांशु कुमार, राजनीतिक विश्लेषक प्रबल प्रताप शाही और अभिषेक कुमार ने एक लंबी परिचर्चा की।
डॉॅ. शैलेंद्र ने कहा कि फेक मीडिया की स्पीड बहुत तेज है जब तक सत्य आता है तब तक 400-500 बार उसे डायवर्ट कर दिया जाता है या शेयर कर दिया जाता है। चैनल पर भी एडिट कर वीडियो व खबरें चल जाती हैं। इस पर गंभीर चिंतन करना होगा।
अमित मिश्रा ने कहा, फेक न्यूज, हेट स्पीच, फेक वीडियो व फेक मीडिया भयावह रूप ले चुकी है। सोशल मीडिया भी ऐसी है। भ्रांतियां फैलाई जा रही है, अब इसमें सही गलत हमें चुनना होगा। फेक न्यूज, हेट स्पीच के लिए सरकार को सख्त होना पड़ेगा। प्रबल प्रताप शाही ने कहा, देश संविधान से चलता है। लोकतांत्रिक देश है, तानाशाही से नहीं चलता है। आईटी सेल जो कर रहे हैं, उनका कुछ नहीं बिगड़ रहा। ऐसे में ऐसी घटनाएं बढ़ेगी। एक तरफ नुपुर शर्मा है लीना है, ऐसे तमाम लोग अपनी टीआरपी के लिए सोशल मीडिया पर भ्रांतियां फैला रहे हैं। इससे लोगों को बचना होगा।
प्रो. सुधांशु कुमार ने कहा, कहानी की कला नई तरीके से कहने की कला भी होती है। सोसाइटियों को व्हाट्सअप इंड्रस्टी मिल गयी हेट स्पीच को फैलाने को। सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा हेट स्पीच, फेक न्यूज, अगर इस पर रोक लगे तो देश का जो माहौल बन रहा, इस पर भी लगाम लगाई जा सकती है। व्हाटसअप, फेसबुक व ट्वीटर पर भारत ही नहीं, अन्य देशों में भी हेट स्पीच की भ्रांतियां फैलाई जा रही है। लोग गलत दिशा में जा रहे हैं।

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