स्वस्थ एवं प्रदूषण मुक्त बनेगा पूरा प्रदेश : एके शर्मा

  • सरकार ने नागरिक सुविधाओं पर किया फोकस

लखनऊ। नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वस्थ एवं प्रदूषण मुक्त शहर बनाने की दिशा में काम कर रही है। शहरों का नवीकरण एवं आधुनिकीकरण किया जा रहा है। सरकार ने नागरिक सुविधाओं पर विशेष फोकस किया है। सरकार का ज्यादा ध्यान ई-गवर्नेंस पर है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अब शहरों में सीवर व पेयजल कनेक्शन के लिए लोगों को दफ्तरों में भटकने की जरूरत नहीं है, केवल ऑनलाइन आवेदन करने पर कनेक्शन मिल जाएगा। ऑनलाइन आवेदन से विलंब से कनेक्शन देने वाले अधिकारियों की जवाबदेही भी होगी। प्रदेश सरकार के 100 दिन पूरा होने के मौके पर लोक भवन में मंत्री ने अपने विभाग की उपलब्धियां बताईं। उन्होंने बताया कि बाजार व भीड़भाड़ वाले स्थानों में सुबह पांच बजे से आठ बजे तक सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसकी निगरानी स्थानीय निकाय निदेशालय में स्थापित डेडीकेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के जरिए ऑनलाइन की जा रही है। एके शर्मा ने कहा, नागरिकों की समस्याएं समय पर निस्तारित करने के लिए संभव पोर्टल शुरू किया है। शिकायतों के लिए टोल फ्री नंबर 1533 शुरू किया गया है। प्रदेश के 17 नगर निगम 102 छोटी नगरीय निकायों को अपने संसाधन उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने बताया कि अमृत सरोवर व अमृत उद्यान योजना के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। लखनऊ का हैवतमऊ मवैया झील एक माडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां पहले गंदे नाले बहते थे। इस बार शहरों में नाले की सफाई की निगरानी ड्रोन से की गई है। उन्होंने बताया कि नगर विकास विभाग प्लास्टिक के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान चला रहा है।

आज आपकी है कल हमारी सरकार होगी : हरक सिंह

देहरादून। पिछली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत इन दिनों लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। एक तरफ उनके बयानों के बाद हरीश रावत ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, तो दूसरी तरफ पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा उन मामलों की जांच करवाई जा रही है, जो हरक के कार्यकाल में हुए। इससे नाराज हरक ने साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा है कि आज भले ही बीजेपी की सरकार हो, लेकिन कल वह फिर सरकार में आ सकते हैं, तो बदले की भावना से कोई कार्रवाई करना किसी के लिए फायदे की बात नहीं है। उत्तराखंड की बीजेपी सरकार में मंत्री रहते हुए जिस कर्मकार कल्याण बोर्ड के विवाद के कारण हरक सिंह रावत चर्चाओं में रहे, वह अब भी उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है। हरक के कई करीबी उनके बीजेपी में रहते हुए ही हटा दिए गए थे। सरकार ने हाल में हरक की करीबी रहीं बोर्ड की तत्कालीन सचिव दमयंती रावत के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। दमयंती पर वित्तीय अनियमितता के आरोप हैं। ऐसे में हरक सिंह का कहना है कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है और ऐसा हुआ तो इससे कोई नहीं बचेगा। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के बीच ऐसी खींचतान हो चुकी है।

बीजेपी ने कहा, अपराधियों को नहीं छोड़ेंगे
हरक सिंह के बयान पर बीजेपी विधायक विनोद चमोली का कहना है कि वह अपने बचाव में ऐसी बातें कर रहे हैं। अगर उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, तो उनको परेशान होने की जरूरत नहीं है। ऐसे मामले सामने आए हैं तो निश्चित तौर पर एक जिम्मेदार सरकार इसका पर्दाफाश करेगी और जो अपराधी हैं, उन पर कार्रवाई करेगी। चमोली का कहना है कि हरक सिंह के बयान इशारा कर रहे हैं कि वह अपने बचाव की भूमिका तैयार कर रहे हैं।

मंत्री के मुकदमे में नहीं आया गवाह

लखनऊ। केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल के खिलाफ चल रहे छह साल पुराने मुकदमे में गवाह नहीं आया। अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए अब 22 जुलाई की तारीख नियत की है। केंद्रीय मंत्री की ओर से उनके अधिवक्ता केके शर्मा और विजय कांत शर्मा ने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। वहीं पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया अदालत में हाजिर हुए। केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल व अन्य के खिलाफ एत्मादपुर थाने में वर्ष 2016 मुकदमा दर्ज किया गया था। उन पर बिना अनुमति सभा करने का आरोप है। पुलिस ने प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल की थी। मामले में केंद्रीय मंत्री ने आरोपों से डिस्चार्ज करने के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था, जिसे इस वर्ष 12 मई को विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी/एमएलए अर्जुन ने सुनवाई के बाद खारिज कर दिया था। मामले में तत्कालीन है मोहर्रिर समेत कई लोगों की गवाही होनी है, शुक्रवार को गवाह पेश नहीं हुआ। इस पर विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी/एमएलए अर्जुन ने गवाही के लिए अब 22 जुलाई की तारीख नियत की है।

सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत हेलमेट बांटे

लखनऊ। शुभम सोती मेमोरियल ट्रस्ट ने अपने 12वें स्थापना दिवस पर उतरेठिया चौराहे पर सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया। अभियान के तहत लोगों को सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों की जानकारी दी गई। शुभम सोती फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती ने बैटरी रिक्शा व साइकिल रिक्शा पर रेडियम स्टीकर लगाकर उसका महत्व बताया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अथिति ट्रैफिक इंस्पेक्टर अतुल कुमार सिंह ने की। उन्होंने बैटरी रिक्शा के चारो ओर रेडियम स्टीकर लगाया व यातायात नियमों का पालन करने का लोगों से आग्रह किया। इस दौरान शुभम सोती मेमोरियल ट्रस्ट ने राहगीरों को हेलमेट बांटे। इस दौरान नितेश शुक्ला, शैलेंद्र शर्मा, चंद्रभूषण और शुभम सोती फाउंडेशन के उपाध्यक्ष अनवारुल अब्बासी और उनकी टीम ने यातायात पुलिस के साथ मिलकर यातायात को संचालित किया। कार्यक्रम में हीरोमोटो कॉर्प के सुमित मिश्रा सेफ्टी मैनेजर ने हेलमेट क्यों आवश्यक होता है इसकी जानकारी मौजूद सड़क से गुजर रहे लोगों को दी।

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