पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बनेंगे आठ फ्यूल स्टेशन: अवनीश अवस्थी

  • यूपीडा बोर्ड की बैठक में जमीन के प्रस्ताव भी मंजूर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा जल्द तैयार होने जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आठ फ्यूल स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए आयल मार्केटिंग कंपनियों के चयन के प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की 66वीं बोर्ड बैठक में स्वीकृति दे दी गई। साथ ही पूर्वांचल और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए जरूरी जमीन की उपलब्धता के प्रस्ताव भी मंजूर हो गए हैं। यूपीडा बोर्ड की बैठक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में विभागीय कार्यालय में हुई। निदेशक मंडल के सदस्य और अन्य अधिकारियों के सामने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना पर आठ फ्यूल स्टेशन स्थापित करने के लिए सरकारी एवं निजी आयल मार्केटिंग कंपनियों के चयन का प्रस्ताव रखा गया। तय हुआ कि कंपनी ओन्ड कंपनी आपरेटेड पद्धति पर फ्यूल स्टेशन स्थापित करने के लिए निविदाएं आमंत्रित करने के लिए निविदा मूल्यांकन समिति से पहले ही अनुमोदन मिल चुका है। अब उसी आधार कंपनियों का चयन किया जाए। वहीं, मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेस-वे के सिविल निर्माण की वित्तीय व्यवस्था के लिए एसबीआइ कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत ड्राफ्ट फाइनेंशियल एडवाइजरी रिपोर्ट के प्रस्ताव को निदेशक मंडल ने स्वीकृति दे दी। बताया गया कि गंगा एक्सप्रेसवे के लिए अब तक कुल 7800 हेक्टेयर के सापेक्ष 4600 हेक्टेयर जमीन की खरीद या अधिग्रहण किया जा चुका है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के पैकेज-दो के तहत आजमगढ़ में रेलवे ओवरब्रिज के अलावा इंटरसेक्शन के लिए भूमि उपलब्ध कराई जानी है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का काम अंतिम दौर में चल रहा है। पैकेज-पांच स्थित अम्बेडकर नगर व आजमगढ़ में रेलवे ओवरब्रिज और रैम्प-इंटरचेंज के लिए जमीन दी जानी है। बोर्ड ने इन दोनों प्रस्तावों को भी स्वीकृति दे दी।

ट्रस्ट पर भ्रष्टïाचार के आरोप भाजपा को देंगे झटका

  • जमीन खरीद को लेकर विपक्षी दलों ने घोटाले का लगाया है आरोप
  • राम मंदिर के मुद्ïदे को लेकर भाजपा हमेशा चलती रही है सियासी दांव

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। किसी को हक नहीं है कि कोई किसी की आस्था पर सवाल खड़ा करे। कौन नहीं चाहता कि उसके आराध्य का मंदिर न बने। पिछले 30 सालों से राम का नाम राजनीति के लिए इस्तेमाल किया गया लेकिन जिस तरह इन चंदों में अभी तक कोई पारदर्शिता सामने नहीं आई है, वैसे में अब यह घटना करोड़ों लोगों की आस्था पर चोट है। अब यह मुद्दा आगामी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए बड़ा झटका है। ये बात निकलकर आई वरिष्ठï पत्रकार शरत प्रधान, राजेश बादल, पीसीआई अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा व 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक लंबी परिचर्चा में। परिचर्चा में शरत प्रधान ने कहा साल 2011 में जमीन का रेट 1 करोड़ था, 2019 में वह जमीन 2 करोड़ की हो गई. लेकिन अब वही जमीन डेढ़ सालों में 9 गुना महंगी हो गई। ऐसा कहां होता है? ऐसे में मुझे लगता है कि साल 2011 का एग्रीमेंट वाला कागज फर्जी है क्योंकि यदि सही कागज होता तो इसका जिक्र रजिस्ट्री में होता। रजिस्ट्री में गवाह एक ही है। जब आज ट्रस्ट पर आरोप हैं तो पूरी भाजपा आरोपी के साथ खड़ी है। ट्रस्ट को जवाब देना ही होगा।

राजेश बादल ने कहा राम सभी के आराध्य है। राम किसी एक पार्टी के कब्जे में नहीं है। ऐसे में यदि हम घोटाले पर सवाल उठा रहे हों तो हम राम विरोधी नहीं हैं। यह जालसाजी का मामला है और कानूनन गैरजमानती अपराध है। यदि किसी को धर्म के नाम पर लालच देकर भी जमीन ली गई है तो यह भी कानूनन अपराध है। यदि चंपत राय कहते हंै कि बाजार दर से कम में जमीन खरीदी गई है तो भी यह दंड संहिता के हिसाब से अपराध है। उमाकांत लखेड़ा ने कहा सरकार के पास चंपत राय के अलावा कई अन्य लोग भी है, जो जमीन के मामलों में अच्छी पकड़ रखते हैं। इस मामले में खुद चंपत राय व अन्य पर आरोप हैं तो वह बयान देने के लिए कैसे अधिकृत हो गए। यूपी में यही काम कोई दूसरा करता तो पुलिस अब तक उसे थाने में बैठकर पूछताछ करती और कई तरह के मुकदमे लाद देती।

मुख्तार का 25 हजार का इनामी गुर्गा गिरफ्तार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. बाराबंकी। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस प्रकरण में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी आनंद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मऊ की हास्पिटल संचालिका डॉ. अलका राय को धमकाने व हस्ताक्षर कराने में अहम भूमिका निभाने के इस आरोपित की तीन दिन से बाराबंकी में लोकेशन मिल रही थी। आरोपित ने पूछताछ में बताया है कि एंबुलेंस में असलहे भी साथ में रखे जाते थे। विधायक मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस को बाराबंकी में 2013 में फर्जी दस्तावेज पर पंजीकृत कराने के मामले में दर्ज मुकदमे में वांछित मऊ के आनंद यादव को विवेचक एमपी सिंह, कोतवाल पंकज सिंह और एसआई मार्कंडेय ने टीम के साथ बुधवार सुबह वादीनगर गांव के पास हाईवे पर गिरफ्तार किया है। एसपी यमुना प्रसाद ने आनंद पर 25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया था। तीन दिन से आनंद की लोकेशन बाराबंकी में थी, सर्विलांस की मदद से पुलिस ने उसे धर दबोचा। एसपी ने बताया कि विधायक प्रतिनिधि मो. शोएब मुजाहिद के साथ डा. अलका राय के पास आनंद गया था और मो. जाफरी उर्फ शाहिद से उसकी फोन पर बात कराया था कि उसे मीडिया से क्या बोलना है इस प्रकरण में। यही नहीं अलका राय को डरा कर मीडिया से यह बोलने को कहा था कि मुख्तार की पत्नी की तबियत खराब थी इसलिए एंबुलेंस लेकर वह लोग पंजाब गए थे। यही नहीं, उन्हें एक आडियो भी सुनाई गई थी।

खुशखबरी: यूपी टीईटी अभ्यर्थियों का प्रमाणपत्र अब आजीवन मान्य

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) उत्तीर्ण 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी ने केन्द्र की तर्ज पर यूपी टीईटी के प्रमाणपत्र को भी आजीवन मान्य करने का आदेश दे दिया है। उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार यूपी टीईटी का प्रमाणपत्र को आजीवन वैधता प्रदान की जाए। एक बार परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद दोबारा देने की आवश्यकता नहीं होगी। इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाए। डीएलएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पूर्व प्रचलित व्यवस्था ही लागू रखी जाए। दरअसल, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने तीन जून को ऐलान किया था कि टीईटी 2011 से जारी हो रहे प्रमाणपत्र आजीवन होंगे। इसके पहले प्रमाणपत्र सात साल और 2020 का ही आजीवन मान्य था। 

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