चीन-पाक ने कैसे हड़प ली भारत की जमीन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत और चीन में चल रही तनातनी के बीच भाजपा-कांग्रेस में घमासान जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सवालों पर भाजपा ने आज पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस चीन पर भ्रम फैला रही है जबकि उनके शासनकाल के दौरान पाकिस्तान और चीन ने जम्मू-कश्मीर की 78,000 स्क्वॉयर किलोमीटर जमीन हड़प ली थी।
भाजपा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के बयानों से देश को नुकसान हो रहा है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के ट्वीट का जिक्र करते हुए प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने चीन और पाकिस्तान के मुद्दे पर ऐतिहासिक भूल की है। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस का रुख चीन के प्रति नरम क्यों था? देश कांग्रेस को खारिज कर चुका है और यह पार्टी चीन पर भ्रम फैलाने में जुटी है। 2012 में संसद में पाकिस्तान और चीन पर पूछे एक सवाल से कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि यूपीए के शासनकाल के दौरान वाई एस चौधरी ने संसद में सवाल पूछा था- चीन और पाकिस्तान ने भारत की कितनी जमीन हड़प ली है। क्या वे आगे बढक़र और जमीन हड़प रहे हैं। सरकार ने इस बारे में क्या कदम उठाए हैं? इसपर तत्कालीन विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने कहा था कि पाकिस्तान और चीन ने मिलकर जम्मू-कश्मीर में कुल 78,000 स्क्वॉयर किलोमीटर जमीन हड़प रखी हैं। चीन ने जम्मू-कश्मीर में 38,000 किमी जमीन पर कब्जा कर रखा है जबकि पाकिस्तान ने एक समझौते के तहत उसे 5,180 किमी जमीन दे दी थी। गौरतलब है कि चीन के मसले पर कांग्रेस लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेर रही है।

गांधी परिवार के कारण भारत की जमीन कब्जे में

संबित पात्रा ने कहा कि सोनिया व राहुल गांधी जवाब दें कि आपके परिवार या परिवार के नीचे जिन लोगों ने काम किया है उसने देश की 78 हजार स्क्वॉयर किलोमीटर जमीन क्यों दे दी। आपने 70 सालों के दौरान सीमा पर स्ट्रक्चर क्यों नहीं बनाया। 2013 में कांग्रेस के तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा था कि सीमा पर कोई विकास नहीं करेंगे, यही हमारी पॉलिसी होगी। गांधी परिवार की वजह से भारत की जमीन चीन-पाकिस्तान के कब्जे में है।

यूपीए शासन में सीमा पर क्यों नहीं बनाया स्ट्रक्चर

संबित पात्रा ने 1962 की जंग का जिक्र कर कहा कि हमारे सैनिकों को कैनवास के शूज पहनकर लडऩे के लिए भेज दिया गया था। उन्होंने कहा कि यूपीए के शासनकाल के दौरान सीमा पर क्यों नहीं स्ट्रक्चर बनाया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का रवैया चीन के प्रति नरम क्यों है। इन सब विषयों पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए।

बाराबंकी: चौकीदार की आरी से गला रेतकर हत्या

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बाराबंकी में शराब के नशे में हुए विवाद के बाद गो आश्रय केंद्र के चौकीदार ने अपने ही साथी की गला रेत कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला बदोसराय थाना क्षेत्र के ग्राम तेतारपुर का है। यहां सरकारी गो आश्रय केंद्र है। इस गो आश्रय केंद्र में गांव का ही राजेश वर्मा और उसके साथ क्षेत्र के ग्राम करोरा निवासी परशुराम उसके साथ चौकीदारी करता था। मंगलवार रात नौ बजे दोनों के बीच नशे में कहासुनी हुई। इसमें राजेश ने फावड़े से परशुराम पर हमला कर दिया। कुछ घंटों बाद जब राजेश सो रहा था। परशुराम लोहा काटने वाली आरी लेकर आया और राजेश के गले पर हमला कर दिया। गंभीर हालत में राजेश को सीएचसी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हत्या में प्रयोग की गई आरी बरामद कर ली है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

केस दर्ज पर पुलिस नहीं करती कार्रवाई

  • इंदिरानगर और मडिय़ांव में मुकदमा दर्ज होने के एक माह बाद भी मामलों में सुनवाई नहीं कर रही पुलिस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी पुलिस केस दर्ज होने के बाद भी महीनों कार्रवाई नहीं करती है। शहर के कई थानों में मारपीट, लूट व चोरी के मुकदमे दर्ज है। बावजूद पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। अधिकतर मामलों में जांच की बात कह पुलिस अपना पल्ला झाड़ लेती है। ऐसे ही तीन अलग-अलग मामले मडिय़ांव और इंदिरा नगर थाना क्षेत्र से सामने आए हैं, जिनमे पुलिस कार्रवाई के नाम पर पीडि़त को ही टरकाती रही।
पीडि़त ने पुलिस पर उल्टा धमकाए जाने का आरोप लगाया है। ज्यादातर मामलों में पीडि़तों का आरोप है कि पुलिस अपराधियों का साथ देती है। उनकी शह पर अपराधी बेखोफ होकर घूमते रहते हैं। पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली से आमजन में रोष है। इन सभी मामलों में एडीसीपी उत्तरी राजेश श्रीवास्तव ने बातचीत में कहा कि थानों में दर्ज मुकदमों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। थानाधिकारी को चाहिए कि पीडि़त को जल्द से जल्द न्याय मिले। तभी पुलिस के प्रति आमजन में विश्वास बनेगा।

मनपसंद टीवी सीरियल देखने को लेकर हुए विवाद में 3 बहनों ने खाया जहर, एक की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सहारनपुर जिले के नांगल थाना इलाके के भलस्वा गांव में तीन बहनों ने मामूली विवाद में जहर खा लिया। घटना में एक युवती की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई तो वहीं दो को हालत गंभीर है। विवाद मनपसंद टीवी सीरियल देखने को लेकर शुरू हुआ था।
पुलिस के अनुसार नांगल क्षेत्र के गांव भलस्वा के रहने वाले इंद्रपाल की तीन बेटियां हैं। इंद्रपाल पीओपी का काम करते हैं। बताया जा रहा है कि रीता, शीतल और तनु नाम की तीनों सगी बहनें घर का काम निपटाने के बाद टीवी देखने लगी थी। इस दौरान टीवी पर मनपसंद सीरियल देखने को लेकर इन तीनों के बीच में विवाद इतना बढ़ा कि तीनों बहनों ने मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद तीनों ने आत्महत्या के इरादे से एक साथ गेहूं में रखने वाली जहरीली दवाओं का सेवन कर लिया। कुछ देर बाद तीनों बहनों की हालत बिगड़ गई। परिवार के लोग तीनों बहनों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां बड़ी बहन रीता ने दम तोड़ दिया, जबकि शीतल व तनु की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस को परिवारीजनों ने बताया कि टीवी सीरियल देखने को लेकर तीनों में झगड़ा हुआ था।

नेपाल ने वाल्मीकि बैराज बांध की मरम्मत से भारतीय इंजीनियरों को रोका

  • भारत ने बनाया दबाव तो हटाया बैरियर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नेपाल ने बाढ़ के खतरे के बीच गोरखपुर में वाल्मीकि बैराज पर बैरियर बना भारतीय इंजीनियरों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इसको लेकर जब भारत ने दबाव बनाया तो नेपाल ने भारतीय इंजीनियरों को बैराज के निरीक्षण की अस्थाई अनुमति प्रदान की।
नेपाल के इस रवैये के चलते इंजीनियरों को वहां काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंडक बैराज पर ही बिहार के सिंचाई विभाग का स्टोर रूम भी है, जहां बाढ़ से निपटने के जरूरी उपकरण रखे गए हैं। इससे पहले लॉकडाउन के बहाने नेपाल ने अपने क्षेत्र में गंडक नदी पर बने चारो तटबंधों (ए गैप, बी गैप, लिंक बांध व नेपाल बांध) के मरम्मत कार्य पर रोक लगाई। इसके चलते इस वर्ष इन पर मरम्मत कार्य ही नहीं हुए। वाल्मीकि बैराज में 36 फाटक लगे हैं, जिसमें 18 नेपाल व 18 बिहार की सीमा में पड़ते हैं। बैराज से अधिकतम पानी डिस्चार्ज की क्षमता 8.5 लाख क्यूसेक है। ङ्क्षसचाई विभाग के मुताबिक बैराज से चार लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज होने पर भी नेपाल के तटबंधों को कोई खतरा नहीं होगा। अभी बैराज से पानी का डिस्चार्ज 90 हजार से 1.50 लाख क्यूसेक के बीच है।

नेपाल के अफसरों से बातचीत जारी है। बैराज पर जाने के लिए बिहार के इंजीनियरों को अनुमति मिल गई है। नेपाल के तटबंधों की लगातार निगरानी की जा रही है। यूपी-बिहार में बाढ़ की स्थिति को रोकने के हर संभव उपाय किए जा रहे हैं।
एके सिंह, प्रमुख अभियंता
(बाढ़), सिंचाई एवं जल संसाधन उप्र

अब शराब की दुकानों में नहीं चलेगी एसी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानों पर एयर कंडीशन (एसी) चलाने पर रोक लगा दी गई है। शराब की दुकानों और मॉडल शॉप के दरवाजे पर सैनिटाइजर का उचित प्रबंध करने का भी निर्देश आबकारी आयुक्त ने सभी जिला आबकारी अधिकारियों को दिया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही शराब की बिक्री करने की छूट दी गई है। शराब की दुकानों पर आने वाले ग्राहकों की जांच करने के लिए संचालकों से इंफ्रारेड थर्मामीटर की व्यवस्था भी करने का निर्देश दिया है। आबकारी आयुक्त पी गुरुप्रसाद ने सभी जिला आबकारी अधिकारियों से निर्देशों का पालन करने को कहा है।

https://www.youtube.com/watch?v=P7V4biaQE_s

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