यूपी से लड़े नीतीश तो जमानत जब्त होगी : केशव मौर्य

लखनऊ। विपक्ष के साथ महागठबंधन बनाने में जुटे बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार लोकसभा का चुनाव यूपी से लड़ेंगे तो उनकी जमानत जब्त हो जाएगी। भदोही कलेक्ट्रेट सभागार में सोनिया गांधी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की दिल्ली में हुई मुलाकात पर डिप्टी सीएम ने कहा कि 2024 में पहले से ज्यादा सीटें हम जीतेंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की हैसियत दो सांसद की है। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 100 में से 60 हमारा है, 40 वोटों में बंटवारा है और बंटवारे में भी हमारा है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर नीतीश यूपी से चुनाव लड़ें तो जमानत जब्त हो जाएगी । 2014 के चुनाव में नीतीश कुमार बिना मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़े थे। उनके चेहरे पर दो सांसद जीते थे। गौरतलब कि फूलपुर के बाद अब मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के चुनाव लड़ने की चर्चा चल पड़ी है। उन्होंने कहा कि गांव स्वच्छ होगा तो प्रदेश भी साफ रहेगा। गांव में अगर गंदगी है तो बीमारी फैलेगी। परिवार को बीमारी पर अधिक खर्च करना होगा। इसलिए स्वच्छता को अपनाएं। पर्यावरण में हो रहे बदलाव के लिए कम पौधरोपण को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम बदल रहा है। जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर बन रहे हैं। घर-घर पानी पहुंचाया जा रहा है।

गुंडे और माफिया की कोई जाति नहीं
भदोही के गजधरा गांव में समारोह को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुंडे और माफिया की कोई जाति नहीं होती। भाजपा सरकार में अपराधी जेल में बंद है। मुख्तार जैसे अपराधी अब चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में माफिया और दलाल जनता के पैसे खाते थे, लेकिन अब लाभार्थी के खाते में सरकार की ओर से भेजी गई रकम पहुंच रही है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार और समाज एक रथ के दो पहिए हैं। दोनों के तालमेल से ही विकास होगा। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है।

आयोग की आपत्ति के बाद यूपी डीजीपी को लेकर फंसा पेंच

लखनऊ। प्रदेश में स्थाई डीजीपी की नियुक्ति के लिए प्रदेश सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की आपत्ति के बाद स्थाई डीजीपी को लेकर पेंच फंस गया है। गृह विभाग एक ओर जहां रविवार के दिन भी आयोग की ओर से लगाई गई आपत्ति का जवाब तलाशता नजर आया। वहीं सरकार की ओर से पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल की कमियां गिनाई जाती रहीं। सूत्रों का कहना है कि यूपीएससी की ओर से लगाई आपत्ति का जवाब तैयार करने केलिए विधिक राय भी ली जा रही है, ताकि आयोग में प्रदेश सरकार का पक्ष मजबूती से रखा जा सके। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से जल्द से जल्द आयोग को जवाब भेजा जाएगा ताकि 30 सितंबर से पहले आयोग में बैठक हो सके।

दर असल मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान को पूर्णकालिक डीजीपी बनने के लिए जरूरी है कि आयोग मुकुल गोयल को डीजीपी के पद से 2 वर्ष पूरा होने से पहले हटाए जाने के फैसले के राज्य सरकार के जवाब से संतुष्ट हो जाए। इसके बाद राज्य सरकार के प्रस्ताव के दिन को ही आधार मानकर प्रदेश के नए डीजीपी के लिए नाम तय करे। ऐसा होता है तो जीएल मीणा और डॉ. आरपी सिंह छह माह से कम कार्यकाल बचा होने के कारण रेस से बाहर हो जाएंगे और डीएस चौहान की राह आसान हो जाएगी। वहीं डीजीपी के लिए बैठक के लिए 30 सितंबर के बाद की तिथि निर्धारित करता है और बैठक की तिथि को आधार मानता है तो ऐसी स्थिति में डीएस चौहान के पूर्णकालिक डीजीपी बनने की राह बहुत मुश्किल हो जाएगी। वहीं डीजीपी का पद रिक्त होने की तिथि को आयोग आधार मानता है तो भी देवेंद्र सिंह चौहान की डीजीपी बनने की राह मुश्किल रहेगी। क्योंकि मुकुल गोयल का नाम हटाने के बाद भी देवेंद्र सिंह चौहान से वरिष्ठ तीन और अधिकारी (आरपी सिंह, जीएल मीणा और राज कुमार विश्वकर्मा) डीजीपी के पैनल के लिए उपलब्ध होंगे।

मिलकर चलते तो अपनी ही सरकार बनती : शिवपाल

लखनऊ। संभल जिले में असमोली विधानसभा क्षेत्र की कुलदेवी के मंदिर कैला देवी पर डीपी यादव और शिवपाल सिंह यादव ने संयुक्त रूप से जनसभा की। शिवपाल ने अपने ही परिवार की अंतर्कलह के जिक्र से भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि नेताजी को मुख्यमंत्री बनाया और पार्टी के लिए पूरी मेहनत की, लेकिन इसके बाद भी साथ नहीं चले। कहा कि अगर मिल कर चलते तो अपनी ही सरकार बनती। जमीन मिलने पर डिग्री कॉलेज और मेडिकल कॉलेज दिलवाने की बात कही। पूर्व सांसद डीपी यादव ने कहा कि मेरा इस क्षेत्र से पुराना रिश्ता है। यहां के लोग मेरे दिल से जुड़े हैं और जुड़े रहेंगे। आगामी समय में हम और शिवपाल यादव मिलकर चुनाव लड़ेंगे। कहा कि इस क्षेत्र में जमीन मिलने पर वह मिलकर डिग्री कॉलेज बनवाकर देंगे। अपने भाषण में शिवपाल यादव ने कहा कि उन्होंने अपनी अलग प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई है। अब राष्टï्रीय परिवर्तन दल के राष्टï्रीय अध्यक्ष डीपी यादव हमारे साथ हैं। हम दोनों मिलकर आगामी चुनाव लड़ेंगे। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक को लेकर कहा कि वह भी हमारे साथ नहीं हैं।

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