नाराज किसानों पर डोरे डाल रही भाजपा, योजनाओं से पहुंचा रही लाभ

बाढ़-बारिश से फसलों के नुकसान से प्रभावित किसानों को जारी की जा रही धनराशि

कृषि कानूनों को लेकर नाराज किसानों को मनाने की कवायद कर रही सरकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। विधान सभा चुनाव से पहले भाजपा किसानों को मनाने में जुटी हुई है। एक ओर वह किसानों से संवाद कर रही है तो दूसरी ओर योजनाओं का लाभ पहुंचाने में जुटी है। योगी सरकार ने जिलों में बाढ़ और बारिश से फसलों को हुए नुकसान से प्रभावित लाखों किसानों को मुआवजा देने के लिए धनराशि जारी की है।

तीन कृषि कानूनों को लेकर प्रदेश के किसानों में भी गुस्सा है। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान भाजपा सरकार से नाराज चल रहे हैं। वे कानूनों को वापसी की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। विपक्ष भी किसानों के मुद्दे पर सरकार को लगातार घेर रही है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को पता है कि यदि किसानों की नाराजगी को कम नहीं किया गया तो विधान सभा चुनाव में उसको खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। लिहाजा किसानों विशेषकर सीमांत और लघु किसानों को खुश करने के लिए योगी सरकार लगातार कोशिश कर रही है। हाल ही में बाढ़ और बारिश से हुए फसलों के नुकसान से प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि देने के लिए राजस्व विभाग की ओर से प्रदेश के 52 जिलों के 8.25 लाख किसानों के लिए पांच किस्तों में कुल 282.09 करोड़ रुपये की धनराशि जारी गयी है। इसके अलावा हाल ही में बचे हुए 2.98 लाख किसानों के लिए अब 102.63 करोड़ रुपये की धनराशि और दी गई है।

इसे मिलाकर इस साल बाढ़ व बारिश से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के लिए अब तक राज्य आपदा मोचक निधि से 377.41 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की जा चुकी है। यह मुआवजा राशि प्रदेश के ललितपुर, लखीमपुर खीरी, बरेली, महोबा, बहराइच, मुरादाबाद, रामपुर, बदायूं, श्रावस्ती, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, कन्नौज, बलरामपुर, उन्नाव, जालौन, कानपुर नगर, अलीगढ़, फर्रुखाबाद, बस्ती, अमेठी, अंबेडकरनगर, गोंडा, मेरठ, अयोध्या, मथुरा, आजमगढ़, मुजफ्फरनगर और फतेहपुर के एक किसानों को जारी किया गया है।

ट्रैक्टर रैली निकालने की तैयारी

विधान सभा चुनाव के मद्देनजर किसान आंदोलन का जवाब देने के लिए भाजपा के किसान मोर्चा ने प्रदेश भर में किसान ट्रैक्टर रैली के आयोजन की तैयारी की है। रैली की शुरुआत 16 नवंबर से होगी। सिलसिला 30 जनवरी तक चलेगा। पखवारे भर चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत हर जिले में रैली का आयोजन किया जाएगा। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने बताया कि इसकी शुरुआत मऊ जिले से हो रही है। 16 नवंबर को आयोजित मऊ की रैली में वह खुद भी मौजूद रहेंगे। 25 नवंबर को देवरिया, 27 को गौतमबुद्ध् नगर और 28 नवंबर को वाराणसी की रैली भी निर्धारित हो गई है। जल्द ही अन्य जिलों के आयोजन तिथि भी जारी कर दी जाएगी। इन रैलियों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का समय लिया जा रहा है। सभी रैलियों में स्थानीय सांसद, राज्यसभा सदस्य, विधायक, विधान परिषद सदस्य और भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। इस दौरान किसानों को नए कृषि कानून की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

गन्ने का भाव बढ़ाया

अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधान सभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ने का अधिकतम मूल्य 25 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की घोषणा की है। पहले यहां गन्ने का रेट 325 रुपये प्रति क्विंटल था जो अब बढ़ कर 350 हो गया है। इससे पहले केंद्र की मोदी सरकार ने भी किसानों को खुश करने की कोशिश की थी। केंद्र सरकार ने मिलों के लिए गन्ने का रेट 285 से बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था।

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