4पीएम की खबर के बाद मंत्रीजी की चहेती मोबाइल कंपनी का मालिक और पीआर कंपनी का स्वामी गिरफ्तार

  • 4पीएम ने कथित स्वदेशी मोबाइल के फर्जीवाड़े का किया था खुलासा
  • मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के भाई की कंपनी ने किया था प्रचार-प्रसार
  • लोगों को झांसा देने के लिए होर्डिंग में लगाई गई थी पीएम-सीएम की फोटो
सत्य प्रकाश
लखनऊ। यूपी सरकार के कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के मोबाइल कंपनी के 4 पीएम के खुलासे के बाद अब मोबाइल कंपनी के मालिक दुर्गा प्रसाद त्रिपाठी और पीआर कंपनी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। मंत्री के भाई की कंपनी ने यूपी और उत्तराखंड में पीएम और सीएम की फोटो सहित होर्डिंग लगाकर दावा किया था कि देश का पहला स्वदेशी फोन आ गया है। मंत्री इस कंपनी पर इतना मेहरबान थे कि उन्होंने नोएडा और लखनऊ तक में इस फोन की लॉन्चिंग कर डाली। 4पीएम ने इस पूरे गठजोड़ का ख़ुलासा कर बता दिया था कि यह कंपनी फर्जी है। आज इस खबर पर इन दोनों की गिरफ्तारी से मुहर लग गयी। 4पीएम के इस खुलासे से देश भर मे हड़कंप मच गया था। सपा मुखिया अखिलेश यादव, आप सांसद संजय सिंह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 4 पीएम अखबार को फेसबुक और ट्विटर पर टैगकर सरकार पर हमला किया था। इससे हड़कंप मच गया था। पुलिस ने मंत्री के भाई ललित अग्रवाल और होर्डिंग लगाने वाली कंपनी के जीएम समेत पांच लोगों के खिलाफ एफाईआर दर्ज कर ली थी। 4पीएम ने ख़ुलासा किया था कि मंत्री जी भले ही मोबाइल कंपनी की लॉंन्चिंग कर रहे हों पर हकीकत में यह कंपनी फर्जीवाड़ा कर रही है। आज यह बात साबित हो गयी। कपंनी ने जिस पते पर रजिस्ट्रेशन कराया है नोएडा में वहां कोई दफ्तर नहीं था। कंपनी के मालिक भी इस फर्जीवाड़ा में शामिल थे। मोबाइल बनना शुरू नहीं हुए। न मशीन न फैक्ट्री पर मोबाइल की दो-दो जगह लॉन्चिंग कर दी मंत्री कपिल अग्रवाल ने। हकीकत यह थी कि सीएम और पीएम का फोटो लगाकर स्वदेशी मोबाइल के नाम यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। साजिश इस कंपनी के डीलर बनाकर करोड़ों का खेल करने की थी पर हमारी खबर ने सारे किये धरे पर पानी फेर दिया।

 इस मामले में पूछने पर कंपकंपी छूट जाती है लखनऊ पुलिस की
इस फर्जीवाड़े में मंत्री कपिलदेव अग्रवाल का नाम सामने आने के बाद लखनऊ पुलिस के नीचे से ऊपर तक के अफसर इस मामले में बोलने को तैयार नहीं हैं। सभी को पता है कि यह हाई प्रोफाइल मामला है। इसमें कुछ भी बोलना खतरनाक हो सकता है। लिहाजा एफआईआर लिखने से लेकर आज गिरफ्तारी होने तक पुलिस कुछ भी बताने को तैयार नहीं हो रही है।
पत्रकार से पीआर कंपनी के मालिक बने आशीष ने निभायी बड़ी भूमिका
मेक यू बिग मीडिया का मालिक आशीष पहले पत्रकार था। बाद में उसने लोगों की मध्यस्थता से पैसे कमाने का धंधा शुरू करने के लिये पीआर कंपनी बनायी। वह मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के बहुत करीबी लोगों में से एक था। उसने ही इस मोबाइल कपंनी की लॉन्चिंग और बड़े लोगों से मिलने-जुलने का ठेका लिया था। न्यायालय सूत्रों के मुताबिक उसे राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है हालांकि पुलिस हकीकत अभी भी बताने को तैयार नहीं है।
इनके खिलाफ एफआईआर
जिन पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है उसमें भारती एडवरटाइजिंग कंपनी के सीईओ और कौशल विकास मंत्री का भाई ललित अग्रवाल, दुर्गाप्रसाद त्रिपाठी, कंपनी स्वामी, शोएब मलिक, कंपनी फाउंडर, नागेंद्र नाथ ललित, मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर और सुल्तानपुर निवासी विवेक कुमार शामिल है।

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