लखनऊ के नगर आयुक्त का एक और कारनामा : बीस परसेंट रिश्वत का ऑडियो वायरल होने से मचा हंगामा

  • लखनऊ नगर निगम के भ्रष्टाचार के किस्से हर जुबान पर
  • नगर आयुक्त के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रहे हैं ताकतवर लोग
  • सत्ता के एक बड़े केंद्र की खास कृपा है नगर आयुक्त पर
  • कुछ दिन पहले भी एक महिला अफ़सर से अभद्रता करते हुए ऑडियो हुआ था वायरल

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। भ्रष्टïाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेस की नीति की पोल एक बार फिर खुल गयी है। ताजा मामला नगर निगम से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो में एक एजेंट और नगर निगम आयुक्त के बीच काम दिलाने के एवज में बीस फीसदी कमीशन लेने की बातचीत सुनाई दे रही है। इस बातचीत में एक महिला अर्चना का भी जिक्र किया गया है। बताया जा रहा है कि यह महिला अपर आयुक्त अर्चना द्विवेदी हैं। इसके पहले भी नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी का एक महिला से अभद्रता का ऑडियो वायरल हो चुका है। लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी का एक और कारनामा सामने आया है। वायरल ऑडियो में नगर आयुक्त और एक एजेंट के बीच काम दिलाने के एवज में बीस फीसदी कमीशन की बातचीत का खुलासा हुआ है। ऑडियो में एजेंट गाजियाबाद के एक एनजीओ को काम दिलाने और कमीशन की रकम एकाउंट में जमा कराने की बात करता सुनाई दे रहा है। दूसरी ओर से अधिकारी की ओर से केवल हूं की आवाज सुनाई दे रही है। ऑडियो में एजेंट यह कहते सुना जा रहा कि सर जो कंपनी काम करेगी वह गाजियाबाद की है। अमिताभ शुक्ला का एनजीओ है। उन्हीं की कंपनी काम करेगी। कहिए तो शुक्ला जी को बुला ले। अभी दिल्ली में काम कर रहे हैं। दूर की कंपनी होगी तो किसी प्रकार की टीका-टिप्पणी भी नहीं होगी। काम भी आसानी से हो जाएगा। इस पर उधर से फिर हूं की आवाज सुनाई देती है। इसके बाद एजेंट चेक लेकर आरटीजीएस करवाने और धनराशि देने की बात कर रहा है। यह ऑडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद नगर निगम में चर्चा का बाजार गर्म है। यही नहीं यह मामला नगर निगम के सदन में भी उठा। सपा-कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। निगम के कुछ कर्मचारी भी इस मामले में जांच कराने की बात कर रहे हैं। इस मामले ने नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टïाचार और इसकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। वहीं लगतार हो रहे घोटालों में घिरी प्रदेश सरकार की एक बार फिर किरकिरी हो गई है। गौरतलब है कि नगर आयुक्त लगातार विवादों में रहे हैं और सत्ता में बैठे कुछ ताकतवर लोग उनके भ्रष्टïाचार पर पर्दा डाल रहे हैं। उन पर सत्ता के बड़े केंद्र की कृपा है।

सदन में हंगामा

वायरल ऑडियो को लेकर कल नगर निगम सदन में भी जमकर हंगामा हुआ। सपा समेत विपक्षी दलों के पार्षदों ने नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी का घेराव और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मामला बढ़ता देख नगर आयुक्त वहां से चले गए।

ऑडियो फर्जी है। इसके जरिए मेरी छवि खराब करने का प्रयास हो रहा है। नगर निगम में एनजीओ के माध्यम से कोई काम नहीं कराया जाता है, जिसने भी ऐसा ऑडियो वायरल किया है उस पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त, लखनऊ

मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच करायी जाएगी। किसी के पास साक्ष्य हैं तो उपलब्ध कराए। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

संयुक्ता भाटिया, मेयर

मामला गंभीर है। सबको पता है कि नगर निगम भ्रष्टाचार का गढ़ है। खुलेआम डील की बात कर रहे दोनों महानुभावों की पहचान करके मामले की जांच हो लेकिन जांच करेगा कौन, भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं होती। योगी से मोदी तक सभी भ्रष्टाचार पर खामोश रह कर अपनी वाहवाही करवाने में व्यस्त रहते हैं ।

वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता, आप

ऑडियो में बातचीत करने वालों की पहचान कराकर सत्यता की जांच करायी जाए। यदि कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

अनिल दुबे, राष्टï्रीय सचिव आरएलडी

नगर निगम लखनऊ ही नहीं सरकार के हर विभाग में भ्रष्टïाचार व्याप्त है। पार्षद यूं ही नहीं नगर निगम सदन में इसका विरोध कर रहे हैं। जो ऑडियो वायरल है उससे स्पष्टï है कि निगम में अफसरशाही चल रही है। इसका परिणाम लखनऊ की जनता भुगत रही है। ऑडियो की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

अजय कुमार लल्लू, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

जो ऑडियो वायरल है, उसमें कहीं न कहीं सत्यता जरूर है। इस सरकार में भ्रष्टïाचार हर जगह है। आरोप ऐसे नहीं लगते, चिंगारी ऐसे नहीं उठती। नगर आयुक्त और एजेंट के बीच कुछ तो गड़बड़ है। ऑडियो की जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।

निधि यादव, प्रवक्ता, सपा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button