अपनी सरकार बना लो, नहीं तो कुंवारे रह जाओंगे : जयंत चौधरी

  • गठबंधन की सरकार बनेगी तो एक करोड़ युवाओं को नौकरी मिलेगी

लखनऊ। बात घर की हो या घर जैसे माहौल की। अपनत्व की बात निकल ही आती है। इगलास में सभा के दौरान जयंत चौधरी कुछ ऐसे ही माहौल में जनता से रूबरू हुए। बेरोजगारी का हवाला देते हुए युवाओं से कहा कि अपनी सरकार बना लो, नहीं तो कुंवारे रह जाआगे। किसानों की आय दो गुनी करने पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 2022 आ गई, क्या किसी की आय दो गुनी हुई? जनता की भीड़ व जोश देखकर जयंत ने कहा भाजपा वाले दूरबीन लगाकर देख लें।

सपा-रालोद की रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर जयंत चौधरी जोश से लबरेज थे। मास्क निकालकर तेजी से माइक की ओर बढ़े और राम-राम से शुरुआत की। कहा, हमने तो ऊपर से तस्वीर देखी है, जितने लोग यहां हैं उससे 10 गुना ज्यादा सड़कों पर हैं। सपा से गठबंधन करने के कारणों को भी रखा। कहा, चौधरी चरण सिंह का पुराना समीकरण लौटाने के लिए हाथ बढ़ाया है। आज किसान दिवस है। चौधरी चरण सिंह कहते थे अपनी एक आंख खेत पर रखते हो तो दूसरी दिल्ली और लखनऊ की राजनीति पर रखा करो। देश का किसान उन्हें अनमोल रत्न मानता है, मैं भी उसी परिवार से हूं।

2019 के चुनाव में अमित शाह ने घोषणा की थी कि हम किसानों के लिए नया कोष स्थापित करेंगे और चौधरी चरण सिंह सम्मान योजना बनाएंगे, जितने करोड़ चाहिए वे देंगे। सवाल किया, कहां है वह योजना? अमित शाह जी दूरबीन लगाकर देखिए चौधरी साहब के नाम पर कोई भी योजना बनाई हो तो बताएं। जवाब आएगा कि कोई योजना नहीं बनाई। मोदी ने कहा था सात साल में किसान की आय दो गुनी कर देंगे। किसानों का भला तो दूर यहां युवा डिग्री लेकर भी खेती कर रहे हैं, उनको नौकरी नहीं मिल रही। नौकरी नहीं मिलेगी तो शादी भी नहीं होगी। प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनेगी तो एक करोड़ युवाओं को नौकरी मिलेगी।

सरकार बनने के बाद अगले साल 23 दिसंबर को हम किसानों को 12 हजार रुपये देंगे, जो भाजपा अभी छह हजार देती है। पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का दिमाग अर्थशास्त्री का दिमाग था। दिल उनका किसान का था। गरीब घर में पैदा व्यक्ति को भी देश की मुख्यधारा में पहुंचाना चौधरी साहब अपना फर्ज मानते थे। देश के मुद्दे गांव तक पहुंचाने होंगे। चौधरी चरण सिंह की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि उनका नाम लेना आसान है लेकिन उनके रास्ते पर चलना मुश्किल है और भाजपाईयों के लिए तो ये काफी मुश्किल है।

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