सराहनीय : केसरवानी पर हमले की कमान संभाली सुजीत पांडे ने और 12 घंटे में हो गया खुलासा

बद्री सर्राफ ज्वैलर्स पर फायरिंग का मामला
करोड़ों की जमीन के विवाद में अष्टभुजा पाठक ने रची थी हमले की पूरी साजिश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। विकास नगर थाना क्षेत्र में बद्री सर्राफ ज्वैलर्स पर हुए जानलेवा हमले की गुत्थी पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने चंद घंटों में सुलझा ली। घटना के थोड़ी देर बाद ही सुजीत पांडेय अभिषेक के घर पहुंच गए और उनके पिता से हर पहलु पर बात की तो मामला भूमि विवाद से जुड़ा होना सामने आया। भूमि विवाद को लेकर दोनों भाइयों के बीच मुकदमे बाजी भी हुई थी। पूरे मामले में अभिषेक के पिता सुधीर द्वारा सगे भाई और अष्टभुजा नामक व्यक्ति सहित दो अन्य को तहरीर में नामजद किया है। पुलिस हमले के मास्टरमाइंड अष्टभुजा पाठक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं सुजीत पांडेय ने भाड़े के शूटर व बदमाशों की धरपकड़ के लिए क्राइम ब्रांच के साथ 5 टीमें लगाई गई हैं।
पूरा मामला विकास नगर थाना क्षेत्र का है। अभिषेक केसरवानी की विकास नगर में बद्री सर्राफ ज्वैलर्स नाम की दुकान है। वह छन्नीलाल चौरहा महानगर के रहने वाले हैं। बुधवार देर रात वह दुकान बंद करके अपने घर की तरफ कार से जा रहे थे कि उन्हें कुछ कार सवार बदमाशों ने रोक लिया। कार का शीशा बंद था। कार में उनके साथ उनकी पत्नी भी मौजूद थी। बदमाशों ने पहले लूट की मंशा से शीशा उतरवाने की कोशिश की। नाकाम होने पर अज्ञात बदमाशों ने कार के शीशे पर फायरिंग कर दी। गोली अभिषेक केसरवानी के कंधे में जा धंसी। बदमाश घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। केसरवानी की पत्नी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और अभिषेक को ट्रामा सेंटर ले जाया गया था। अब उनकी हालत खतरे से बाहर है।
विकासनगर इंस्पेक्टर ऋ षभदेव सस्पेंड
पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने मामले में इंस्पेक्टर विकासनगर ऋ षभदेव सिंह को सस्पेंड कर दिया है। ऋ षभदेव को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया है।
प्रॉपर्टी विवाद को लेकर किया गया था हमला
सुजीत पांडेय ने बताया कि प्रकरण में कल रात से ही पुलिस छानबीन में लग गई थी। इसके बाद अभिषेक केसरवानी के पिता सुधीर केसरवानी ने भूमि विवाद को लेकर कई जानकारी दी। मामला जिस भूमि को लेकर जुड़ा है उसमे पिछले वर्ष कई मुकदमे भी लिखे गए हैं। भूमि को लेकर 145 सीआरपीसी की कार्रवाई भी की गई है।

बिल्डर्स ने बेची एलडीए की जमीन, वीसी ने दिए जांच के आदेश

गोमतीनगर विस्तार के सेक्टर सात में 70 एकड़ जमीन पर कब्जा किए जाने का मामला
जिलाधिकारी के आदेश पर जमीनों की पैमाइश शुरू

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। गोमतीनगर विस्तार के सेक्टर-7 में एलडीए के 70 एकड़ जमीन पर निजी बिल्डर्स ने भूखंड काट दिए। भूखंड बेचने के साथ कॉम्प्लेक्स और मकान भी बनाकर बेचे जा रहे हैं। यह शिकायत जब एलडीए वीसी अभिषेक प्रकाश के पास पहुंची तो उन्होंने तुरंत मामले में जांच के आदेश दिए हैं। एलडीए वीसी ने जमीनों की पैमाइश भी करानी शुरू करा दी है। वीसी ने एसडीएम सदर व मोहनलालगंज को भी एलडीए के तहसीलदार के साथ जांच में लगाया है। नदी किनारे की जमीन को खासतौर पर चिन्हित किया जा रहा है, जिससे निजी बिल्डर्स के कब्जे से जमीनें खाली कराई जा सकें। दीपावली के बाद यहां एलडीए अभियान चलाकर अपनी जमीनों को खाली कराएगा। पुलिस भवन के आसपास सबसे अधिक जमीनें एलडीए की बताई जा रही हैं। नजूल अधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि जमीनें 70 एकड़ से अधिक भी हो सकती हैं। सही आंकड़ा पैमाइश के बाद ही सामने आएगा। जमीनों के चिन्हांकन की दिक्कत दो गांवों के गाटा और नदी के बहाव में बदलाव के चलते आई है। ये जमीनें मलेशेमऊ और सरसवां के बीच हैं। नदी का बहाव शिफ्ट होने के चलते कुछ जमीन हमारी सरसवां से मलेशेमऊ में चली गई। इसे भी देखकर चिह्नित कर कब्जा लिया जाएगा। यह सभी जमीनें अर्जित हैं। अधिकांश का मुआवजा भी एलडीए दे चुका है। इस जमीन की कीमत करीब 400 करोड़ रुपए से अधिक है।
400 करोड़ रुपए से अधिक कीमत
एलडीए की सेक्टर-7 में अधिकांश जमीनें संस्थागत या व्यावसायिक हैं। यहां जमीनों की कीमतें आज के समय में बहुत अधिक हैं। इस जमीन की कीमत करीब 400 करोड़ रुपये से अधिक मानी जा रही है। अब देखना यह होगा कि एलडीए इन जमीनों को खाली करा पाता है कि नहीं। सूत्रों का कहना है कि दीपावली के बाद यहां एलडीए अभियान चलाकर अपनी जमीनों को खाली कराएगा। पुलिस भवन के आसपास सबसे अधिक जमीनें एलडीए की बताई जा रही हैं। यहां पर भी निजी बिल्डर्स ने कई जगह कब्जा कर रखा है।

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