चुनाव से पहले यूपी में विवाद नहीं चाहता भाजपा नेतृत्व

  • परिचर्चा में सामने आया कि अरविंद शर्मा के पास अभी 2024 तक का समय

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। मोदीजी जब गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो उनके साथ केंद्र में अटलजी का साथ था। जब गोधरा हुआ तो आडवाणी साथ थे लेकिन योगी के समय वैसी स्थिति नहीं है क्योंकि न तो मोदी जी उनके साथ है और न ही उनके सरकार के मंत्री-विधायक। यूपी में योगी को संघ के दबाव में भेजा गया क्योंकि मोदी-शाह की पसंद कोई और था। जब से योगी यूपी के सीएम बने तभी से मोदीजी स्वयं को असुरक्षित महसूस करने लगे कि मेरे लिए एक चुनौती खड़ी हो रही है। देवेन्द्र फडनवीस, आनंदी बेन पटेल, सुमित्रा महाजन जैसे उदाहरण आपके सामने हैं। चुनाव से 6 महीने पहले यूपी में बदलाव विवाद की स्थिति पैदा करेगा। यह बात निकलकर आई अमर उजाला समूह के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री, देश के चर्चित पत्रकार दीपक शर्मा, टीवी चैनलों के जाने माने नाम व वरिष्ठï पत्रकार अशोक बानखेड़े व 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक लंबी परिचर्चा में। परिचर्चा में अशोक बानखेड़े ने कहा एके शर्मा वीआरएस देकर एमएलसी तो बनने नहीं आए थे। उन्हें मोदी द्वारा किसी दूसरे काम के लिए लाया गया था, लेकिन योगीजी ने पीएम के उस मंसूबे को ध्वस्त कर दिया। ऐसे में अरविंद शर्मा अब मोदीजी की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देखेंगे कि क्या हमें एमएलसी बनकर ही रहना है या फिर कोई जिम्मेदारी भी मिलेगी। क्योंकि अभी अरविन्द शर्मा के पास 2024 तक का समय है। राज्यसभा के रास्ते उन्हें कैबिनेट में मंत्री भी बनाया जा सकता है।

विनोद अग्निहोत्री ने सवालों के जवाब देते हुए कहा जब फेरबदल की बात उठ रही थी तो योगी के साथ स्वतंत्र देव को भी बदलने की बात चल रही थी। ऐसे में स्वतंत्र का बयान यह दिखाता है कि उन्हें भी अब अपनी कुर्सी की चिंता है क्योंकि पूरे पंचायत चुनाव और कोरोना की दूसरी लहर में स्वतंत्र देव चुप्पी साधे बैठे रहे। अगर भाजपा एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरेगी तो वह फायदे में रहेगी, लेकिन अगर सरकार इसी खटास के साथ चुनाव लड़ेगी तो उसे भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। मोदी की तुलना में योगी के पास संसदीय राजनीति का ज्यादा अनुभव है। दीपक शर्मा ने कहा पूरे विवाद की जड़ योगीजी है। उनका अड्ïियल रवैया सब पर भारी है। कल्याण सिंह भी ऐसे ही थे। भाजपा में दो लोग ऐसे हैं जो काम करने के तरीके से सीधे मुख्यमंत्री बने, एक मोदी और योगी। अब दोनों ही आमने-सामने हैं। ऐसे में मूल प्रश्न यह है कि कोरोना काल में हुए कु-प्रबंधन के कारण जनता में जो आक्रोश है, उससे सरकार चुनावों से पहले कैसे निपटेगी।

23 लाख निर्माण श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता की सौगात

  • श्रमिकों के खाते में भेजे गए एक-एक हजार रुपए

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना की विषम परिस्थितियों में योगी सरकार ने दिहाड़ी पर काम करने वाले पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को एक माह के लिए 1000 रुपए भरण-पोषण भत्ता दिया है। श्रम विभाग के अधीन उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड (बीओसीडब्लू) की ओर से 23 लाख श्रमिकों के बैंक खाते में 230 लाख रुपए आनलाइन ट्रांसफर किए गए। सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश राज्य समाजित सुरक्षा बोर्ड में असंगठित क्षेत्र के कामगारों को पंजीकृत करने के लिए पोर्टल का भी शुभारंभ किया। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया कि कार्यक्रम में सीएम ने श्रमिकों से संवाद भी किया। बता दें कि कोरोना के मद्देनजर सुरक्षा के लिए यूपी सरकार ने आंशिक कर्फ्यू लगाया था। इसका फायदा भी देखने को मिला, क्योंकि प्रदेश में डेली नए केस के आंकड़े तेजी से कम हो रहे हैं। हालांकि, इसका बुरा असर उन लोगों पर पड़ा है, जो दिहाड़ी पर काम कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं, लेकिन सरकार ने उनकी मदद के लिए भी एक बड़ा कदम उठाया है ताकि दिहाड़ी पर काम करने वाले श्रमिकों, पटरी और फेरी दुकानदारों को जीवन यापन में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। पिछले वर्ष लॉकडाउन में भी पंजीकृत 20.37 लाख श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता मिला था।

दंपति पर फायरिंग, पत्नी की मौत, पति गंभीर

4पीएम न्यूज नेटवर्क. बाराबंकी। चुनावी रंजिश में सशस्त्र हमलावरों ने कार सवार दंपति को रोककर उन पर जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों की फायरिंग से महिला की कार में ही मौत हो गई, जबकि जान बचाकर भागे पति को घायल कर दिया। असंदरा थाने की सिद्धौर पुलिस चौकी से आधा किमी दूर कैसरगंज मार्ग पर स्थित सिद्धौर चौराहे के निकट मंगलवार रात 11 बजे तीन बाइक व एक कार पर सवार सशस्त्र लोगों ने कार को ओवरटेक कर रोक लिया। कार पर कोठी थाना के ग्राम अरुई में रहने वाले दामोदर वर्मा व उनकी पत्नी संगीता देवी सवार थीं। कार के रुकते ही हमलावरों ने दंपती पर हमला कर दिया। संगीता के सीने पर गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। यह वारदात उस समय हुई जब दामोदर कोतवाली नगर के आवास विकास कालोनी में रहने वाले अपने पिता से मिलकर लौट रहे थे। उनके पिता परमात्मादीन बीएसएनएल में कर्मचारी हैं। वारदात की सूचना पर एसपी यमुना प्रसाद व एएसपी मनोज पांडेय सहित सीओ सहित कोठी व असंदरा थाना पुलिस ने पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया। 

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