कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या, प्रयागराज में पिता बच्चे समेत 4 की हत्या और गाजियाबाद में डबल मर्डर की घटना ने पुलिस के इकबाल पर खड़े किये सवाल

  • लखनऊ के कृष्णानगर की इंद्रलोक कॉलोनी में विकास दुबे की घर की ली गई तलाशी

  • परिवार के सभी लोग फरार, पुलिस ने मकान का ताला तोड़ा, लोगों से की पूछताछ

  • डीजीपी और सीएम पहुंचे कानपुर, शहीदों के परिवारीजन से मिले
  • बदमाशों को पकडऩे के लिए कानपुर समेत छह जिलों की सीमाएं सील

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कानपुर शहर में मुठभेड़ में शहीद आठ पुलिस कर्मी, प्रयागराज में पिता और बच्चे समेत चार की हत्या और गाजियाबाद में डबल मर्डर की घटना ने पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कानपुर में आज सुबह हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकडऩे गई पुलिस पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। घटना में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र, एसओ शिवराजपुर महेश यादव समेत एक सब इंस्पेक्टर और 5 सिपाही मुठभेड़ में शहीद हुए। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। हिस्ट्रीशीटर दुबे पर 60 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं। विकास बिठूर के शिवली थाना क्षेत्र के बिकरु गांव का रहने वाला है। 2001 में विकास ने थाने के अंदर घुसकर बीजेपी के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या कर दी थी। संतोष शुक्ला हत्याकांड ने प्रदेश में हडक़ंप मचा दिया था। 2002 में बीएसपी सरकार के दौरान दूबे की तूती बोलती थी। उसके ऊपर जमीनों की अवैध खरीद फरोख्त का भी आरोप है।
घटनास्थल पर पहुंचे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस टीम बिना तैयारी के गई थी। उसे अंदाजा ही नहीं था कि विकास और उसके साथी असलहों के साथ अंदर हैं। यही चूक भारी पड़ गई। हिस्ट्रीशीटर विकास को खोजा जा रहा है। कानपुर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। सर्च अभियान जारी है। जीटी रोड पर स्थित गांव में हुई घटना के बाद से जीटी रोड पर जगह-जगह बैरियर लगाकर संघन तलाशी हो रही है। फॉरेंसिंक टीमें घटनास्थल पर जांच पड़ताल के लिए पहुंची गई है। वहीं हिस्ट्रीशीटर विकास के घर को चारों तरफ पुलिस ने घेर लिया है। दुबे का एक साथी हिरासत में है। वहीं चौबेपुर के बिकरू गांव से 5 किलोमीटर दूर काशीराम निवादा गांव में पुलिस मुठभेड़ में दो बदमाश मारे जा चुके हैं। डीजीपी और सीएम कानपुर पहुंच गए है। वहां वे शहीदों के परिवारीजन से मिले। रीजेंसी अस्पताल में भर्ती घायल जवानों का हालचाल भी जाना। सीएम ने उनसे कहा कि अब पुलिस अधिकारी तभी कानपुर से वापस जाएंगे जब तक यह टीम विकास दुबे को पकड़ नहीं लेती या फिर मुठभेड़ में धराशाई नहीं कर देती है।
पुलिस लखनऊ में कृष्णानगर कोतवाली क्षेत्र की इंद्रलोक कॉलोनी में विकास दुबे के घर पहुंची तो वहां ताला लटका मिला। पुलिस टीम गेट का ताला तोडक़र अंदर घुसी। वहां हिस्ट्रीशीटर नहीं मिला। इस दौरान पुलिस ने अगल-बगल के लोगों से भी विकास दुबे और उसके परिवार के लोगों के बारे में पड़ताल की।
वहीं प्रयागराज में होलागढ़ थाना क्षेत्र के देवापुर गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई। एक महिला गंभीर है। देवापुर गांव में 40 वर्षीय विमलेश पांडे वैद्य थे। उनके परिवार के लोग देर रात खाना खाने के बाद सो रहे थे। रात में बदमाशों ने विमलेश पांडे के साथ ही उनकी पुत्री सोमू (22), पुत्र शीबू (19) और प्रिंस (18) की हत्या कर दी। जबकि गाजियाबाद में साहिबाबाद के शहीद नगर में अज्ञात बदमाशों ने पिता अब्दुल्ला (38) और पुत्री अफसा (08) की गला रेत कर हत्या कर दी।

कानपुर में कर्तव्य पथ पर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले आठ पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि। शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस साहस व कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उत्तर प्रदेश उसे कभी भूलेगा नहीं। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
योगी आदित्यनाथ, सीएम उत्तरप्रदेश

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को हत्या के प्रयास के मामले में उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम उसके गांव पहुंची थी। फोर्स देख अपराधियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में 8 पुलिसवाले शहीद हो गए। 7 पुलिसकर्मी घायल हैं। सीमाएं सील कर दी गई हैं। दो को हिरासत में लिया है। विकास के लिए सर्च अभियान जारी है।
एचसी अवस्थी, डीजीपी

कवरेज के लिए निकले थे रास्ते में हार्टअटैक, निधन
हिंदुस्तान अखबार के फोटोग्राफर संजय त्रिपाठी का हृदय गति रुक जाने से असमय निधन हो गया। संजय त्रिपाठी आज सबेरे कानपुर के शिवली में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे द्वारा 8 पुलिस वालों को मार दिए जाने की घटना की कवरेज के लिए घर से निकले थे।

यूपी में गुंडाराज का एक और प्रमाण। जब पुलिस सुरक्षित नहीं, तो जनता कैसे होगी? मेरी शोक संवेदनाएं मारे गए वीर शहीदों के परिवारजनों के साथ हैं और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
राहुल गांधी, कांग्रेस नेता

शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि। उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का खामियाजा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है। अपराधियों को जिंदा पकडक़र वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए।
अखिलेश यादव, राष्टï्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी

कानपुर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़ंत में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मेौत व 7 अन्य के घायल होने की घटना अति-दु:खद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण है। यूपी सरकार के हाथ में कानून-व्यवस्था नहीं है। शहीद पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दे।
मायावती, बसपा राष्टï्रीय अध्यक्ष

शहीद आठ पुलिसकर्मियों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं। यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं। आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है। कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इस जंगलराज को देखते हुए जवाबदेही तो फिक्स करनी ही होगी।
प्रियंका गांधी, यूपी प्रभारी कांग्रेस

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