फिर हिंदुत्व को सियासी हथियार बना रही भाजपा, विपक्ष बोला- सब जानती है जनता

राम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और मां अन्नपूर्णा की मूर्ति स्थापना को भुनाने में जुटे भाजपा नेता

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले भाजपा एक बार फिर हिंदुत्व को सियासी हथियार बनाने में जुटी है। यही वजह है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से लेकर कनाडा से मां अन्नपूर्णा की मूर्ति भारत लाने और दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में उसकी भव्य रैली निकालने और उसे वाराणसी में स्थापित करने तक को भाजपा भुनाने में जुटी है। वहीं विपक्ष ने इसको लेकर भाजपा पर जमकर हमला किया है। उसका कहना है कि विकास के काम गिनाने की जगह भाजपा धार्मिक आस्था के नाम पर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है लेकिन जनता सब जानती है और इस बार भाजपा का प्रदेश से सफाया तय है।

विधान सभा चुनाव में हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए भाजपा ने एक बार फिर धार्मिक भावनाओं वाला दांव चला है। भाजपा नेता अपने बयानों के जरिए अयोध्या में राम मंदिर से लेकर काशी के विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और मंदिरों के पुन:निर्माण की ब्रांडिंग कर रहे हैं। अब भाजपा मां अन्नपूर्णा की शरण में जाती दिख रही है। इसी सिलसिले में प्रतिमा को काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में स्थापित किया गया। जिस तरह मूर्ति की यूपी में रथयात्रा निकाली गई, इससे भी साफ है कि यह भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा है।

कनाडा से आयी है प्रतिमा
18वीं सदी की पत्थर की बनी मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा 108 साल पहले 1913 में काशी से चोरी कर कनाडा ले जाई गई थी। इसे कनाडा से वापस लाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत तौर पर रुचि दिखाई। कनाडा सरकार द्वारा मूर्ति भारत को सौंपने के बाद गुरुवार को दिल्ली में हुए भव्य समारोह में इसे सुसज्जित रथ पर रखकर यूपी के विभिन्न जिलों से होते हुए बनारस पहुंचाया गया था।

हमारे पास अन्नपूर्णा देवी का आशीर्वाद है। यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि कोई भी भूखा न रहे। चुनाव वाले उत्तर प्रदेश में सरकार ने सुनिश्चित किया है कि राष्ट्रीय खजाने को वापस लाने की उपलब्धि को मान्यता मिले।
जी किशन रेड्डी, केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री

भाजपा के लिए आस्था व्यापार है। ये वही भाजपा है जो मंदिर निर्माण की जमीन में घोटाले करती हैं। चंदा चोरी करती है। अब वह आस्था की आड़ में अपनी नाकामी छिपा रही है। इसके पास गिनाने के लिए विकास का कोई काम नहीं है। जनता सब समझ चुकी है। भाजपा का सफाया तय है।
सुनील सिंह साजन, एमएलसी, सपा

भाजपा सरकार अपनी असफलताओं और नकारापन को छिपाने के लिए धर्म के पीछे छिप रही है, जिससे यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री को नौजवानों, किसानों और प्रदेश के विकास से कोई मतलब नहीं है वह जनता की बुनियादी जरूरतों पर बात नही करेंगें। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी के नेतृत्व में जो प्रतिज्ञाएं की हैं उससे प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के जीवन में खुशहाली आएगी यही असली राजनैतिक धर्म है, जनता भाजपा के कालनेमि को सत्ता से बाहर कर सफाया करने जा रही है।
अंशु अवस्थी, प्रवक्ता, कांग्रेस

भाजपा को धर्म का इतना ही अर्थ पता है कि इससे लोगों को बेवकूफ बनाकर चुनाव में अच्छे वोट मिलते हैं। धर्म की बातों के पीछे छिपकर हर तरह का अधर्म ये पार्टी खुल कर करती है। न इनको हिन्दू धर्म के मूल्यों से कोई वास्ता है न ही राज धर्म से। सत्ता मिलने के बाद राम राज्य की तर्ज पर सबके लिए काम करना था, उल्टे इन्होंने सबको महंगाई में पीस दिया। करोड़ों लोगों को बेरोजगारी दे दी। लोगों का घर चलाना मुश्किल कर दिया। अब चुनाव आते ही धार्मिक आडंबर के पीछे छिपने की कोशिश शुरू हो गई है।
वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता, आप

भाजपा हमेशा से अपने सियासी हितों की पूर्ति के लिए जनता की धार्मिक भावनाओं से खेलती रही है। चुनाव आते ही वह विकास की जगह धर्म का आडम्बर फैला रही है। इसके जरिए वह अपनी नाकामियों को छिपाना चाहती है लेकिन काठ ही हांडी बार-बार नहीं चढ़ने वाली है।
अनुपम मिश्रा, राष्टï्रीय संयोजक, टीम आरएलडी

प्रदूषण पर बैठक नहीं, एक्शन प्लान बताइए: सुप्रीम कोर्ट

  • केंद्र और दिल्ली सरकार से कल तक मांगा जवाब

4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर में खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज फिर केंद्र और दिल्ली सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि जिस तरह प्रदूषण पर आपात बैठक हुई, उस तरह कोई बैठक की उम्मीद नहीं की जा सकती। हालात खराब होने के बाद भी केवल आपात बैठक करने की बात की जा रही है। हमें कल शाम तक हालात काबू करने के लिए एक्शन प्लान की जानकारी दीजिए।

कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार से कहा है कि वे कल शाम तक बताएं कि कौन की इंडस्ट्री को बंद किया जा सकता है और किस तरह की गाड़ियों को सड़कों पर आने से रोका जा सकता है। वहीं दिल्ली सरकार ने कहा कि अगर पूरे एनसीआर में लॉकडाउन लगाया जाता है तो दिल्ली भी इसके लिए तैयार है।

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