प्रेमिका ने धोखा दिया तो गोमती नदी में जान देने चला आया प्रेमी, पुलिस ने बचा लिया

  • पुलिस ने प्रेमिका से मिलाने का वादा किया तो माना
  • सिरफिरे आशिक ने प्रेमिका पर लगाए कई गंभीर आरोप, जांच में जुटी पुलिस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आज लखनऊ में उस समय हडक़ंप मच गया जब एक युवक को उसकी प्रेमिका ने धोखा दिया तो आहत प्रेमी ने हसनगंज थाना क्षेत्र स्थित गोमती नदी के किनारे बनी रेलिंग में लटककर जान देने की कोशिश की। आत्महत्या के इरादे से युवक गोमती बिज्र की जाली पर लटक कर चिल्ला रहा था मैं जान दे दूंगा पर तुझे कभी माफ नहीं करूंगा। यह देख भीड़ इक_ïा हो गई। इस बीच मौके पर पुलिस पहुंच गई। सिरफिरा आशिक पुलिस को घंटो छकाता रहा। पुलिस ने जब प्रेमिका से मिलाने का वादा किया तो ही प्रेमी रेलिंग से नीचे उतरा। इसके बाद पुलिस ने प्रेमी युवक को हिरासत में ले लिया तो भीड़ ने भी राहत की सांस ली।
घटना के समय मौजूद 4पीएम के संवाददाता को पुलिस ने बताया कि यह इश्क का मामला है। प्रेमी की प्रेमिका ने उसे धोखा दे दिया है। इससे वो आहत है। प्रेमी दीपक विकास नगर थाना क्षेत्र में पडऩे वाले बटहा सबौली का रहने वाला है। उसी इलाके में किसी युवती से दीपक को प्रेम हो गया। प्रेम-प्रसंग में प्रेमिका को दीपक ने महंगा मोबाइल, 16 हजार रुपए व कई तोहफे दिए मगर जब प्रेमिका ने उसका प्यार ठुकरा दिया, धोखा दिया तो वह आत्महत्या करने चले आया। प्रेमी दीपक ने पुलिस को बताया कि प्रेमिका ने हमें अपने जाल में फंसाकर बर्बाद किया है। इस चक्कर में मैं कोई काम नहीं कर पा रहा हूं। प्रेमिका भी बटा सबोली की ही रहने वाली है। आरोप है कि प्रेमिका ने उससे प्रेम के जाल में फंसाया और जमकर उसकी कमाई उड़ाई। जब बाद में उसके पास कुछ नहीं बचा तो युवती ने उसे छोड़ दिया। अब वह बेरोजगार है, इसलिए प्रेमिका ने उसे ठुकरा दिया। इससे तंग आकर खुदकुशी के लिए यहां आया था पर पुलिस ने जिंदगी को गले लगाने से मना कर दिया।

छेडख़ानी कर रहा फूड इंस्पेक्टर, दो एफआईआर पर नहीं हुर्ई कार्रवाई

  • जान से मारने के साथ ही दी एसिड फेंकने की धमकी
  • पीडि़त छात्रा ने मीडिया से लगाई न्याय की गुहार
  • सस्पेंड संजय सिंह कोर्ट के आदेश पर बहाल, फिर भी नहीं सुधरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी के एक विश्वविद्यालय की शोध छात्रा से एफएसडीए का फूड इंस्पेक्टर संजय सिंह लगातार छेडख़ानी कर रहा है। मामले में छात्रा ने दो एफआईआर भी कराई पर अभी तक छेड़छाड़ के आरोपी फूड इंस्पेक्टर पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवार्ई नहीं की गई। दोनों एफआईआर आशियाना थाने में दर्ज है। इससे पहले भी इंस्पेक्टर संजय सिंह पर ठाकुरगंज निवासी एक महिला ने दस साल पहले दुष्कर्म की संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी।
मामले में विभागीय कार्रवाई करते हुए एफएसडीए आयुक्त ने संजय सिंह को सस्पेंड कर दिया था, लेकिन कोर्ट के आदेश पर वह बहाल हो गया। अब संजय सिंह शोध छात्रा पर एसिड फेंकने और जान से मारने की धमकी दे रहा है। छात्रा पर उल्टा मुकदमा भी दर्ज करा दिया, पुलिस ने जांच में संजय सिंह द्वारा दबाव बनाने के लिए एफआईआर कराने की बात कही है। पीडि़त छात्रा ने अब मीडिया से न्याय की गुहार लगाई है। संजय सिंह ने छात्रा को बदनाम करने के लिए विवि प्रशासन को चिी लिखी और खुद को छात्रा से बचने के लिए उस पर अमर्यादित टिप्पणी कर एक पत्र विवि प्रशासन में वायरल कर दिया। छेडख़ानी का मामला जब चर्चा में आया तो खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन आयुक्त ने विवि को जांच के आदेश दे दिए। जांच अभी तक लटकी है। दरअसल प्रतापगढ़ निवासी छात्रा ने इसी साल लखनऊ के शहीदपथ स्थित एक विवि से शोध की पीएचडी की है। छात्रा ने विवि में प्रवेश 2016 में लिया था। छात्रा द्वारा पीएचडी करने के दौरान 2012 में परिवर्तन चौक स्थित शोध अनुसंधान से पीएचडी कर चुके जानकीपुरम सेक्टर एक के रहने वाले एफएसडीए के फूड इंस्पेक्टर संजय सिंह से हो गई। प्रतापगढ़ निवासी शोध छात्रा ने बताया कि संजय सिंह ने अपने ही विभाग में नौकरी दिलाने का लालच देकर नजदीकियां बनाना शुरू कर दिया। नजदीकियां बढऩे पर संजय सिंह ने सोशल साइट्स पर उससे अश्लील चैट करना शुरू किया तो छात्रा ने उसे ब्लॉक कर दिया। उसने सनी सिंह के नाम से दूसरी आईडी बनाकर अश्लील फोटो भेज दी। छात्रा ने उसे फिर ब्लॉक कर दिया। छात्रा ने जब शिकायत की बात की तो उसे बदनाम करने की बात कहकर ब्लैकमेल करने लगा। शोध छात्रा ने बताया कि संजय सिंह ने विवि एचओडी प्रोफेसर राजेश कुमार और अन्य स्कॉलर्स से मिलकर छात्रा को बदनाम करने के लिए 29 नवंबर 2019 को विवि प्रशासन को चिी भी लिखी थी। बाद में इस चि_ी को पूरे कॉलेज में प्रसारित कर दिया गया, जिससे छात्रा के सम्मान को ठेस पहुंची। छात्रा ने अजीज आकर आशियाना थाने में बीते 4 फरवरी को एफआईआर कराई, धमकी देने पर 31 जुलाई को एफआईआर दर्ज कराई ,बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

मामला गंभीर है। इसके जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चारु निगम, डीसीपी पूर्वी

मामले की जानकारी नहीं है। इसलिए कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
अनीता सिंह, आयुक्त, एफएसडीए

लडक़ी पूरी तरीके से फ्रॉड है। उस पर कार्रवाई करूंगा। मुझे आपसे बात नहीं करनी यह कहकर फोन काट दिया।
संजय सिंह, फूड इंस्पेक्टर, एफएसडीए

यूपी में सहारनपुर का रहने वाला आतंकी तिरुवनंतपुरम से गिरफ्तार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आतंकियों की धरपकड़ में लगी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को आज बड़ी सफलता मिली है। एनआईए ने केरल के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक यूपी के सहारनपुर का रहने वाला मोहम्मद गुलनवाज है। दोनों आतंकी दुबई की फ्लाइट से उतरे थे। यह दोनों बेंगलुरू में 2008 के मुख्य आरोपित हैं।
दोनों फरार आतंकी एनआईए के वॉटेड आतंकी थे। एनआईए को इनको दबोचने में तीन दिन में ही सफलता मिल गई। तीन दिन पहले एजेंसी ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था। तीनों पर आरोप था कि उनके संबंध पाकिस्तान के अल कायदा संगठन के मॉड्यूल के साथ हैं, जो एर्नाकुलम में काम करते हैं। एनआईए को सूचना मिली थी कि 2008 में बेंगलुरु में हुए सीरियल ब्लास्ट के आरोपित दो आतंकी आज सउदी अरब से तिरुवनंतपुरम के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेंगे। दोनों जैसे ही फ्लाइट से उतरे उनको एनआइए की टीम ने धर दबोचा। सहारनपुर का नाम एक बार फिर आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया है। 2008 के बेंगलुरु सीरियल बम ब्लास्ट केस में थडियंताविदे नजीर कर्नाटक की जेल में बंद है, शोएब उसका साथी है। दूसरा आरोपी मोहम्मद गुलनवाज यूपी के सहारनपुर जिले का रहने वाला है। वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है।

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