ब्राह्मणों की नाराजगी से हड़कंप, दिल्ली बुलाए गए भाजपा के बड़े ब्राह्मण नेता

  • नड्डा ने ब्राह्मण सांसदों, मंत्रियों व विधायकों को दिया जीत का मंत्र
  • ब्राह्मण वोट बिखर न जाए इसलिए घर-घर मनाने जाएगी भाजपा

लखनऊ। अगले साल यूपी चुनाव है और भाजपा दोबारा सत्ता पाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में भाजपा ने ब्राह्मण पॉलिटिक्स चली है। दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व ने ब्राह्मण सांसदों, मंत्रियों व विधायकों को बुलाकर मंत्रणा की ताकि आगामी चुनाव में 300 से ज्यादा का आंकड़ा पार कर सकें। भाजपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्ïडा ने यूपी में ब्राह्मïण समाज को एकजुट करने के लिए सभी ब्राह्मïण सांसदों और मंत्रियों को चुनाव में जुट जाने के लिए कहा है।

दरअसल, चुनावी सियासत के केंद्र में ब्राह्मïण वोट बैंक है। हर एक पार्टी की नजर इसी वोट बैंक पर है, खासकर भाजपा की। यूपी विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा अपने सारे समीकरणों को सेट कर लेना चाहती है। लिहाजा, सूबे के ब्राह्मण वोटरों की नाराजगी की खबरों को लेकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी अलर्ट मोड पर है। यही वजह है कि टेनी से न तो इस्तीफा लिया गया, न उन पर कार्रवाई हुई। यूपी बीजेपी के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली आवास पर कल आगामी चुनाव को लेकर अहम बैठक हुई। हालांकि आज की बैठक जेपी नड्डा के आवास पर चल रही है।

वहीं धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी इस बैठक में राज्य के ब्राह्मïण मंत्रियों से फीडबैक लिया और अपने इस सबसे मजबूत वोट बैंक की नब्ज टटोली। इस दौरान बताया गया कि सूबे में ब्राह्मण सरकार की उपेक्षाओं से निराश है। ब्राह्मण वर्ग का मानना है कि सरकार ने उसके लिए कोई विशेष काम नहीं किया है। इसके बाद वहां लोगों को बताया गया कि भाजपा सरकार ने ब्राह्मïण वर्ग के लिए कई काम किए हैं और उन्हें अब जनता तक पहुंचाया जाएगा।

सामान्य वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण, मंदिरों के भव्य निर्माण, ब्राह्मïण वर्ग से बड़ी संख्या में मंत्री विधायक और सांसद भाजपा द्वारा बनाए गए हैं। इन विषयों को जनता के बीच पहुंचाया जाएगा। बैठक के बाद बृजेश पाठक ने कहा कि यूपी चुनाव को लेकर चर्चा हुई। कोई वर्ग भाजपा से नाराज नहीं है। ब्राह्मणों का सबसे ज्यादा भला भाजपा सरकार में हुआ हैं। वहीं धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर एक कमेटी बनाई है, शिव प्रताप शुक्ला कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए हैं।

ये ब्राह्मण सांसद, मंत्री-विधायक गए हुए हैं दिल्ली

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, रीता बहुगुणा जोशी, रमापति त्रिपाठी, हरिद्वार दूबे, सत्यदेव पचौरी, अनिल शर्मा, जितेन प्रसाद, रामनरेश अग्निहोत्री, लक्ष्मीकांत वाजपेयी इस समय दिल्ली में है।

यूपी में ब्राह्मण पॉलिटिक्स

उत्तर प्रदेश में ब्राह्मïणों की आबादी 13 फीसदी के करीब मानी जाती है। 1990 तक सूबे की सत्ता पर ब्राह्मïणों का राज हुआ करता था, लेकिन मंडल की राजनीति के बाद समीकरण तेजी से बदलने लगे और ब्राह्मïण सिर्फ वोट बैंक तक सीमित रह गया। इसके बावजूद पूर्वांचल से लेकर अवध और रुहेलखंड तक आज भी कई सीटों पर इस फैक्टर का प्रभाव काम करता है। हार और जीत ब्राह्मïणों के मिजाज से तय होती है। ऐसे में बसपा से लेकर बीजेपी तक इस वोट बैंक को साधने की कवायद में जुटे हुए हैं।

2017 के चुनाव में ब्राह्मणों की पसंद बीजेपी

2017 के विधानसभा चुनावों में ब्राह्मणों का आशीर्वाद बीजेपी को मिला था। प्रदेश में कुल 58 ब्राह्मण विधायक जीते थे, जिनसें से बीजेपी के 46 विधायक थे। यूपी में ब्राह्मण वोट बैंक की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 1990 से पहले तक यूपी को आठ ब्राह्मïण मुख्यमंत्री मिले थे। राज्य की सत्ता में ब्राह्मण बड़े भागीदार रहे हैं। हालांकि हाल के वर्षों में ब्राह्मïणों की भाजपा से नाराजगी की खबरें आ रही थीं।

अपर्णा गौतम बनीं डीसीपी लखनऊ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने चार आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया है। शासन के गृह विभाग ने सुबह चार आईपीएस अधिकारियों के तबादला की सूची जारी की है। इन चार तबादलों में किसी भी जिले का एसपी या एसएसपी नहीं बदला गया है। गृह विभाग ने जो सूची जारी है उसके अनुसार रुचिता चौधरी को लखनऊ में पुलिस अधीक्षक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के पद पर तैनात किया गया है। इससे पहले रुचिता चौधरी लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात थीं। रुचिता चौधरी के स्थान पर अपर्णा गौतम को लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात किया गया है।

अपर्णा गौतम इससे पहले पुलिस महानिदेशक कार्यालय में एसपी मुख्यालय के पद पर तैनात थीं। मोहम्मद नेजाम हसन को अपर्णा गौतम के स्थान पर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय पुलिस महानिदेशक कार्यालय के पद पर तैनाती मिली है। मोहम्मद नेजाम हसन लखनऊ में पुलिस अधीक्षक/उप निदेशक के पद पर तैनात थे। आईपीएस अधिकारी अष्टभुजा प्रसाद सिंह को पुलिस अधीक्षक/उप निदेशक यातायात लखनऊ के पद पर तैनात किया गया है। वह इससे पहले पुलिस अधीक्षक मुख्यालय, पुलिस महानिदेशक कार्यालय में तैनात थे।

पंजाब में बीजेपी को झटका, आप की धमाकेदार जीत

  •  भाजपा के मेयर रवि कांत हारे, आप ने 23 में से 10 सीटें जीती

चंडीगढ़। नगर निगम चुनाव के परिणामों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। भाजपा और कांग्रेस को पछाड़ते हुए आप की धमाकेदार एंट्री हुई है। पंजाब चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पहली बड़ी खबर मेयर रविकांत को लेकर आई है। वह वार्ड नंबर 17 से चुनाव हार गए हैं। उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) के दमनप्रीत सिंह ने 828 वोटों से हराया है। एक बजे तक 35 में से 23 सीटों पर नतीजे आ चुके हैं। आम आदमी पार्टी ने बढ़त बनाए हुए हैं। 10 सीटों पर आप ने कब्जा कर लिया है। 7 सीटों पर भाजपा और 5 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।

अकाली दल की झोली में 1 सीट आई है। वार्ड नंबर 23 से आम आदमी पार्टी की प्रेमलता ने कांग्रेस की रविंदर कौर को 681 वोट से मात दी है। वार्ड नंबर 35 से भारतीय जनता पार्टी के रविंद्र कुमार शर्मा ने आम आदमी पार्टी के जगजीवन जीत सिंह को 474 वोट से हराया है। वार्ड नंबर 26 से पूर्व मेयर भाजपा नेता राजेश कालिया भी चुनाव हार गए हैं। उन्हें आप के उम्मीदवार कुलदीप ढलोर ने शिकस्त दी है। मेयर रविकांत शर्मा के साथ ही पूर्व मेयर और मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष अरुण सूद के वार्ड से भी भाजपा के प्रत्याशी भी हार गए हैं।

पूर्व मेयर देवेश मौदगिल भी चुनाव हार गए हैं। वार्ड नंबर 10 से कांग्रेस नेता देवेंद्र बबला की पत्नी हरप्रीत कौर बबला जीत गई हैं। वार्ड नंबर 2 से सीनियर डिप्टी मेयर भाजपा नेता महेश चंद्र सिद्धू मात्र 11 वोट से जीत सके हैं। नगर निगम चुनाव में इस बार चौकाने वाले रिजल्ट देखने को मिल रहे हैं। पहली बार नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की धमाकेदार एंट्री हुई है। 8 सीटों पर जीत के साथ ही कई सीटों पर आप पार्टी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।

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