बंगाल के गवर्नर होंगे नकवी! बीजेपी सांसद हंसराज ने दी बधाई फिर डिलीट किया ट्वीट

  • अभी मणिपुर के राज्यपाल गणेशन के पास है बंगाल का अतिरिक्त प्रभार

कोलकाता। एनडीए की ओर से जगदीप धनखड़ को उपराष्टï्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद अब उनकी जगह बंगाल के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी किन्हें दी जाएगी, इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया है। इस कड़ी में भाजपा सांसद ने पहले ही ट्वीट कर केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले मुख्तार अब्बास नकवी को बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में बधाई दे दी। हालांकि कुछ ही देर में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया लेकिन तब तक वह वायरल हो गया। गौरतलब है कि बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ को एनडीए ने उपराष्टï्रपति चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। फिलहाल मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को बंगाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। बंगाल में राज्यपाल पद के लिए कई उम्मीदवारों के नाम की चर्चा है। इसमें मुख्तार अब्बास नकवी का नाम सबसे आगे चल रहा है। उन्होंने हाल ही में अल्पसंख्यक मामलों के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। भाजपा सांसद हंसराज हंस ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मुख्तार अब्बास नकवी को बंगाल का नया राज्यपाल बनाए जाने पर बधाई। हालांकि कुछ देर बाद ही हंसराज हंस ने ट्वीट को डिलीट कर दिया।

बता दें कि राजनीतिक गलियारों में नए राज्यपाल को लेकर कई नामों पर चर्चाएं तेज है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी व केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से लेकर पिछले साल बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस से बिना इस्तीफा दिए भाजपा में शामिल होने वाले वरिष्ठ सांसद शिशिर अधिकारी तक के नाम की चर्चा है। संभावित राज्यपाल की सूची में पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का भी नाम है। इसके अलावा भी लोग कई नामों पर कयास लगा रहे हैं। इस रेस में नकवी व खान का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि इससे पहले राष्टï्रपति व उपराष्टï्रपति उम्मीदवार के रूप में भी कई नामों पर कयास लगाए जा रहे थे, जिसमें नकवी भी शामिल थे। लेकिन भाजपा नेतृत्व ने एनडीए के राष्टï्रपति उम्मीदवार के रूप में पहले द्रौपदी मुर्मू और अब जगदीप धनखड़ को उपराष्टï्रपति प्रत्याशी बनाकर सबको चौंका दिया। ऐसे में अब देखने वाली बात है कि धनखड़ के उपराष्टï्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामांकन व राज्यपाल पद से इस्तीफे के बाद उनकी जगह किसे बंगाल का राज्यपाल बनाया जाता है।

मंकी पॉक्स को लेकर यूपी में अलर्ट

लखनऊ। भारत में मंकी पॉक्स दूसरा मामला मिलने के बाद इसे लेकर यूपी में एक बार फिर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा है कि जिला अस्पतालों में निगरानी की जा रही है। हवाई अड्ïडों और रेलवे स्टेशनों की भी निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह सतर्क है और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। बता दें कि इसके पहले मई और जून महीने में भी यूपी सरकार ने मंकी पॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया था। डब्ल्यूएचओ ने भी इसे लेकर चेतावनी जारी की है। बताया जा रहा है कि अभी तक 29 देशों में मंकी पॉक्स के एक हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। बृजेश पाठक के मुताबिक यूपी में स्वास्थ्य विभाग बीमारी से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। जिला अस्पतालों में निगरानी की जा रही है। पीएचसी-सीएचसी के प्रभारियों को भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है यदि कोई मरीज मंकी पॉक्स के लक्षणों के साथ मिलता है तो उसके बारे में तत्काल सूचना दी जाए। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में भी वार्ड बनाने और तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मरीज मिलते ही उसे तत्काल भर्ती करके इलाज किया जा सके। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को मंकी पॉक्स के लक्षणों, बचाव और इलाज के बारे में आम लोगों को जागरूक करने का आदेश दिया है।

अब ऑनलाइन प्रक्रिया से ही बनेंगे लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस : दयाशंकर सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनने की प्रक्रिया के फर्जीवाड़ा में लगाम लगेगी। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि प्रदेश में अब लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस आनलाइन प्रक्रिया से ही बनेंगे। उन्होंने बताया कि उनके तीन माह के कार्यकाल के दौरान परिवहन निगम ने मुनाफा कमाया है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने आज अपने मंत्रालय के सौ दिन के काम का ब्यौरा पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लर्निंग लाससेंस बनाने की प्रक्रिया को आसान कर दिया गया है। अब किसी को भी लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ कार्यालय की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आधार नंबर के जरिए आनलाइन आवेदन करने के बाद घर बैठकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित आनलाइन टेस्ट पास करना होगा। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस भी अब सिमुलेटर पर टेस्ट देने के बाद ही बनाए जाएंगे। यह व्यवस्था चरणवार ढंग से जिलों में लागू की जाएगी। सरकार ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया और आसान बना रही है। सरकार पीपीपी माडल पर हर जिले में आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनवा रही है। इसमें सिमुलेटर पर टेस्ट लिया जाएगा। कोई व्यक्ति ना तो किसी को पास कर पाएगा और ना ही फेल कर पाएगा। सारा काम कंप्यूटर के जरिए आटोमेटिक होगा। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अपने मंत्रालय के सौ दिन की उपलब्धियों का ब्यौरा मीडिया को दिया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश को बसों के नेटवर्क से जोड़ा गया है।

पानी बचाने के लिए पसीना बहाना है : स्वतंत्र देव सिंह

लखनऊ। प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने साफ कर दिया है कि पानी की क्वॉलिटी जांचने वाले संगठनों की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के राजस्व गांव में पांच-पांच महिलाओं को दी जा रही पानी की गुणवत्ता जांच की ट्रेनिंग हर हाल में 30 जुलाई तक पूरी कर ली जाए। ट्रेनिंग देने वाले संगठनों की मॉनीटरिंग कल से और सख्त होगी। स्वतंत्र देव सिंह ने नामामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग में पानी की जांच का प्रशिक्षण देने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे। बैठक में जलशक्ति मंत्री ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से कई सवाल किए। उन्होंने संगठनों से पूछा कि वे ट्रेनिंग कैसे कराते हैं? कितने-कितने बैच में ट्रेनिंग दी जाती है? विषय क्या रहते हैं? विभाग की ओर से आपकी समीक्षा होती है या नहीं? जलशक्ति मंत्री ने बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों से कहा कि आपको पसीना बहाना है, अगर पसीना नहीं बहा सकते हैं तो पहले ही बता दीजिए। उन्होंने कहा कि हम राष्टï्र के लिए काम कर रहे हैं। 50 साल के जीवन को आप बचाने जा रहे हैं कोई अहसान नहीं कर रहे हैं। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि हमको जन-जन तक शुद्ध पानी व्यवस्थित रूप से पहुंचाना है।

 

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