विकास के लिए विदेश भ्रमण नहीं, सही सोच व विजन जरूरी : मायावती

  • बसपा प्रमुख ने सपा प्रमुख के विदेश दौरों पर उठाए सवाल

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अखिलेश यादव पर हमलावर हैं। आज फिर मायावती ने सपा प्रमुख पर ट्वीट कर हमला बोला। उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश पर नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की आड़ में अपने विदेशी दौरों को उचित ठहराने का आरोप लगाया है। मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि नवनिर्वाचित यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के अनेकों बार विदेश भ्रमण की आड़ में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का अपने विदेश दौरों को विकास के बहाने उचित ठहराने का प्रयास उनकी उस कमियों पर पर्दा डालने की कोशिश है जिसका शिकार भाजपा उनको अक्सर बनाती रही है, जो क्या सही? समग्र विकास के लिए सही सोच व विजन जरूरी जो बिना विदेशी दौरे के भी संभव। ऐसा बीएसपी सरकार ने ताज एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे आदि के जरिए साबित करके दिखाया है। जिस प्रकार दंगा, हिंसा व अपराध-मुक्ति के लिए आयरन विलपावर जरूरी, उसी तरह विकास हेतु भी संकीर्ण नहीं, सही सोच जरूरी। इससे पहले भी मायावती ने सपा प्रमुख और सपा संरक्षक मुलायम सिंह पर भाजपा के साथ मिल कर काम करने का आरोप लगाया था। मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा था कि यूपी में सपा व भाजपा की अन्दरूनी मिलीभगत जग-जाहिर रही है कि इन्होंने विधान सभा आमचुनाव को भी हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहां भय व आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ व सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की, जिसको सुधार कर ही भाजपा को यहां हराना संभव।

स्वतंत्र देव सिंह को नेशनल वॉटर अवार्ड

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्रालय को तीसरा राष्टï्रीय जल पुरस्कार मिला है। यह अवार्ड प्रदेश को जल संवर्धन व जल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए बेहतर काम के लिए प्रदान किया गया है। राज्यों में यूपी पहले पर, राजस्थान दूसरे स्थान पर और तीसरे नंबर पर तमिलनाडु रहा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को यह नेशनल वॉटर अवार्ड दिया। इस मौके पर प्रमुख सचिव अनिल गर्ग व विभागाध्यक्ष वीके निरंजन भी मौजूद थे। यह अवार्ड राज्य के अलावा जिला व ग्राम पंचायत स्तर समेत विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है। उत्तर प्रदेश की ओर से वर्ष 2021 में इसके लिए आवेदन किया गया था। इसके बाद केंद्रीय टीम ने यहां विभिन्न बड़ी बांध परियोजनाओं के साथ ही अन्य कार्यों का मौका मुआयना किया। अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में किए गए कार्य बेहतर पाए गए और इसी क्रम में प्रदेश को राज्य श्रेणी में पहले पुरस्कार से नवाजा गया।

मुख्तार अंसारी के बेटे विधायक अब्बास की गिरफ्तारी पर रोक

लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मऊ की नगर कोतवाली में दर्ज मुकदमे में बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे विधायक अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। साथ ही मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब तलब किया है। विधायक के खिलाफ यह मुकदमा विधानसभा चुनाव के दौरान आपत्तिजनक बयान देने के आरोप में दर्ज किया गया था। यह आदेश न्यायमूर्ति सुनीता अग्रवाल तथा न्यायमूर्ति वी के श्रीवास्तव की खंडपीठ ने अब्बास अंसारी की याचिका पर दिया है। याचिका पर अधिवक्ता उपेंद्र उपाध्याय ने बहस की। याची का तर्क था कि उस पर आरोप है कि तीन मार्च की चुनावी सभा में उसने सत्ता में आने पर अधिकारियों को सबक सिखाने की धमकी दी थी, जिसकी एफआईआर चार मार्च को दर्ज कराई गई थी। याची की ओर से कहा गया कि आरोपों पर सात साल से अधिक सजा नहीं दी जा सकती और 153 ए संज्ञेय अपराध की धारा जानबूझकर जोड़ी गई है। कहा गया कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर एफआईआर दर्ज कराई गई है, लेकिन यह सही नहीं है। इस धारा में पुलिस याची को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है, जबकि वह मऊ से विधायक हैं। उन्हें शपथ लेने नहीं दी जा रही है। हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार को तीन हफ्ते में याचिका पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। याचिका की सुनवाई 27 अप्रैल को होगी। कोर्ट ने याची को विवेचना में सहयोग करने का निर्देश दिया है और कहा है कि सहयोग नहीं करते तो अंतरिम आदेश विखंडित करने की सरकार अर्जी दाखिल कर सकती है।

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