महिला टीचर की हत्या से चढ़ा ओडिशा का सियासी पारा

नई दिल्ली। एक शिक्षिका की हत्या के बाद ओडिशा में इन दिनों सियासी पारा चढ़ा हुआ है. विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने ओडिशा सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है. इसके लिए भाजपा ने कल बंद का ऐलान भी किया है. वहीं कांग्रेस भी सरकार पर दबाव बनाने में जुटी है. भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को ओडिशा के गजपति जिले में कल 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. उसने बीजद सरकार पर एक महीने पहले एक शिक्षिका के अपहरण और हत्या के मुख्य आरोपी को संरक्षण देने का इल्जाम लगाया है.
इसके साथ ही पार्टी की युवा शाखा के सदस्यों ने उन सभी जगहों पर काले झंडों के साथ प्रदर्शन करने का ऐलान किया है, जहां-जहां मंत्री दिव्य शंकर मिश्रा कार्यक्रमों में भाग लेने जाएंगे। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष इराशीष आचार्य ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि हमारे कार्यकर्ता मिश्रा का काले झंडों के साथ उनका स्वागत करेंगे.
इसके साथ ही आचार्य ने कहा कि ऐसा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि मंत्री अपना इस्तीफा नहीं दे देते या बर्खास्त नहीं कर दिए जातेहै. पार्टी कल गजपति में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है.
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद भक्त चरण दास और पार्टी विधायक एस सलूजा ने मांग की कि मिश्रा के अन्य दो सहयोगियों के फोन कॉल के रिकॉर्ड को सत्यापित करने की मांग की है ताकि मामले में उनकी भूमिका का पता लगाया जा सके. दूसरी ओर एक कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि मुख्य आरोपी और शिक्षिका के परिवार के सदस्यों के बीच फोन पर जो वार्तालाप हुआ है उससे संकेत मिलता है कि मुख्य संदिग्ध का मंत्री के साथ करीबी रिश्ता है.
कांग्रेस ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि सूबे के मुख्यमंत्री कार्यालय के कई अधिकारी मिश्रा को बचाने में जुटे हैं. कांग्रेस नेता ने ऐसा भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मिश्रा को न जाने कब का बर्खास्त कर दिया होता अगर उन्हें कुछ प्रभावशाली लोगों ने नहीं बचाया होता.
इस हत्याकांड के बाद चढ़े सियासी पारे के बाद मिश्रा को मुख्य आरोपी का करीबी बताते हुए विपक्षी दल मुख्यमंत्री पर मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने का दबाव बना रहे हैं. आपको बताते चलें कि 24 वर्षीय शिक्षिका का शव 19 अक्तूबर को उस स्कूल के खेल के मैदान में मिला था, जहां वह पढ़ाती थी. वहीं इस मामले के मुख्य आरोपी कालाहांडी जिले के निजी स्कूल की प्रबंध समिति के अध्यक्ष सहित दो लोगों को पुलिस ने दबोच लिया है.
पुलिस के अनुसार अपहरण और हत्या के मामले में मुख्य आरोपी मिश्रा की शिक्षिका से दुश्मनी थी, क्योंकि उसे उनके अवैध सबंधों के बारे में पता चल गया था और उसने चेतावनी दी थी कि वह उसको बेनकाब कर देगी.

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