राजस्थान में सियासी उठापटक, सीएम गहलोत के करीबियों पर छापेमारी

  • विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे पायलट समर्थक विधायक, शीर्ष नेतृत्व कर रहा बात
  • कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया राजस्थान सरकार को अस्थिर करने का आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी है। वे आज विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। वहीं कांग्रेस ने दावा किया है कि उसके पास 106 विधायकों का समर्थन है। मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने आवास पर मौजूद 100 से अधिक विधायकों की परेड मीडिया के सामने कराई और विक्ट्री साइन दिखाया। कांग्रेस ने भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया। फिलहाल शीर्ष नेतृत्व पायलट को मनाने में जुटा हुआ है। दूसरी ओर सीएम गहलोत के करीबियों के ठिकानों पर आयकर और ईडी ने छापेमारी की है।
राजस्थान में पल-पल में सियासी तस्वीर बदल रही है। कांग्रेस ने व्हिप जारी कर सभी विधायकों को आज की बैठक में उपस्थित रहने का निर्देश दिया था लेकिन डिप्टी सीएम सचिन पायलट समर्थक 17 विधायक बैठक में नहीं पहुंचे। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खचारियावास ने कहा है कि पूरे देश को समझना चाहिए कि भाजपा पैसे के दम पर सरकार गिराना चाहती है। इस बीच खबर है कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सचिन पायलट के पोस्टर दोबारा लगा दिए गए हैं। वहीं एक तरफ जहां सचिन पायलट की बगावत के बाद अशोक गहलोत अपनी सरकार बचाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनके तीन विश्वस्तों के यहां आयकर विभाग ने छापेमारी की गई है। गहलोत के पुराने मित्र और राज्य पर्यटन विकास निगम के पूर्व चेयरमैन राजीव अरोड़ा और उनके बेटे वैभव गहलोत के मित्र धमेंद्र राठौड़ के आवास पर छापेमारी की गई है। राजीव अरोड़ा आम्रपाली ज्वलैर्स के मालिक भी हैं। उनके सी-स्कीम आवास, एमआई रोड स्थित शोरूम सहित पांच ठिकानों पर छापेमारी की गई है। धर्मेंद्र राठौड़ के सोमदत्त मार्ग स्थित फ्लैट पर छापेमारी जारी है। वहीं आयकर विभाग की टीम ने वैभव गहलोत के पार्टनर रविकांत शर्मा के ठिकानों पर भी छापेमारी की। शर्मा की जयपुर स्थित फेयरमाउंट होटल पर छापा मारा गया है। रविकांत को ईडी ने तलब किया था। उनसे पूछताछ की जा रही है।

विधायकों के शक्ति प्रदर्शन से पहले सचिन पायलट ने बताया था कि उनके पास 25 विधायक हैं। सचिन पायलट ने ये भी कहा था कि अशोक गहलोत 100 से ज्यादा विधायकों का जो दावा कर रहे हैं, वह सही नहीं है।

अब पायलट को मनाने में जुटीं प्रियंका गांधी
अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा राजस्थान विवाद में मध्यस्थता कर रही हैं। प्रियंका ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट से बात की है। इससे पहले राहुल गांधी ने सचिन से बात कर मनाने की कोशिश की थी।
बहुमत खो चुकी है राज्य सरकार: सतीश पूनिया
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए सचिन पायलट सही उम्मीदवार थे, लेकिन अशोक गहलोत ने पदभार संभाला, तब से पार्टी में टकराव शुरू हो गया। आज जो कुछ हो रहा है यह उसी टकराव का नतीजा है। राज्य सरकार बहुमत खो चुकी है।
पार्टी फोरम में अपनी बात रखें: रणदीप सुरजेवाला
रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि सभी विधायकों के लिए दरवाजे खुले हैं, खुले रहेंगे। सोनिया-राहुल गांधी से बात कीजिए। व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के लिए कांग्रेस पार्टी को अस्थिर करना गलत है। सभी विधायक विधायक दल की बैठक में शामिल हों। पार्टी फोरम में अपनी बात रखें, न की पार्टी के बाहर। भाजपा सीबीआई, आयकर, ईडी के जरिए लोकतंत्र की हत्या करती है।

दिल्ली दंगे: केंद्र को नोटिस ताहिर को नहीं मिली जमानत

दिल्ली हाईकोर्ट ने दो दिन के अंदर मांगा जवाब, याचिकाओं पर की सुनवाई
कडक़डड़ूमा की अदालत ने दंगों को बताया गहरी साजिश का परिणा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में फरवरी में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं पर आज सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर दो दिन के अंदर जवाब मांगा है। वहीं कडक़डड़ूमा कोर्ट ने दिल्ली दंगों के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो स्टाफ अंकित शर्मा हत्याकांड में आरोपी आम आदमी पार्टी के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन की जमानत याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली के दंगों का परिणाम गहरी साजिश नजर आ रही है।
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए)के खिलाफ प्रदर्शन के विरोध में हुई हिंसा के बाद दिल्ली में सांप्रदायिक दंगा भडक़ उठा था। चार्जशीट में दावा किया गया है कि एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के घरों और दुकानों में आग लगा रहे थे। इसके विरोध में हिंसा भडक़ी तो दोनों तरफ से पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया गया। हिंसा की घटनाओं को लेकर अभी तक 750 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। वहीं कडक़डड़ूमा कोर्ट ने कहा ऐसा लग रहा है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के क्षेत्र में हुए दंगे संगठित तरीके से करवाया गया है। दंगे गहरी साजिश का हिस्सा थे। इस पूरे मामले में हुसैन के शामिल होने के संबंध में जांच की जा रही है।

बाबरी विध्वंस: सीबीआई कोर्ट में पेश हुए कल्याण, दर्ज कराया बयान

पुलिस ने कोर्ट परिसर के दरवाजे किये बंद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अयोध्या में विवादित ढाचा गिराये जाने के मामले में आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और धर्म सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष दूबे सीबीआई की विशेष अदालत में आज पेश हुए और बयान दर्ज कराया। कड़ी सुरक्षा के बीच कल्याण सिंह को कोर्ट में पेश किया गया। मीडिया के भारी जमावड़े के कारण पुलिस ने कोर्ट परिसर के दरवाजे बंद कर दिया। अयोध्या ढांंचा गिराये जाने के मामले में कुल 49 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इसमें से 32 लोगों के बयान दर्ज हो रहे हैं।
कोर्ट पहुंचे धर्म सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष दूबे ने कहा कि ढांचा ढहाने में उनका हाथ नहीं है, लेकिन उनकी हमेशा ये चाहत रही की वहांं पर एक भव्य राम मंदिर बने और इसके लिए वह काम करते रहेंगे। संतोष ने राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार द्वारा बनाये गए ट्रस्ट पर भी सवाल उठाये। संतोष ने कहा, ट्रस्ट में जो लोग शामिल किये गए हैं उनका राम मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है। अयोध्या ढांचा विध्वंस मामले में 6 दिसंबर को थाना राम जन्मभूमि में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस मामले में सीबीआई ने जांच करते हुए 49 आरोपियों के खिलाफ विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था। आरोपियों में से 17 की मौत हो चुकी है।

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