भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल के कब्जे से किसान की जमीन नहीं छुड़ा पा रहा प्रशासन

  • जगदम्बिका पाल के बेटे अभिषेक पाल ने चार साल से जमीन पर कर रखा है कब्जा

सत्य प्रकाश
लखनऊ। डुमरियागंज से भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल के बेटे अभिषेक पाल के चंगुल से एक किसान की जमीन कब्जा मुक्त कराने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम है। किसान की जमीन के एक हिस्से का बैनामा कराकर सांसद पुत्र ने पूरी जमीन पर कब्जा रखा है। यह जमीन किसान को बंटवारे के समय मिली थी। बावजूद स्थानीय प्रशासन जमीन कब्जा मुक्त नहीं करा पा रहा है। वहीं किसान बीते चार साल से अपनी जमीन मुक्त कराने के लिए मोहनलालगंज तहसील के चक्कर काट रहा है। जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसान लगातार अपनी जान को खतरा बता रहा है। बावजूद प्रशासनिक उच्चाधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
मामले में सांसद के भाई जय पाल बक्श का कहना है कि उन्होंने जमीन का 1/4 हिस्सा आज से दस साल पहले किसान से खरीदा है। कागज भी उनके पास हैं। इसलिए जमीन उनकी है। जानकारी के अनुसार 70 वर्षीय बुजुर्ग किसान नरेश सिंह मोहनलालगंज के गौरा में रहते है। इनकी जमीन रायबरेली रोड के गौरा में है। उस जमीन के निकट सांसद पाल का सूर्या इंस्टीटूट ऑफ टेक्नोलॉजी के नाम से एक कालेज संचालित है। पीडि़त किसान का आरोप है कि कालेज के निकट जमीन होने के कारण मेरी जमीन हथिया ली गई है। बीते चार साल से सांसद के बेटे अभिषेक पाल ने कब्जा कर रखा है। हमारी जमीन पर कालेज का मेस बनाया गया है। कॉलेज प्रशासन भी सांसद के इशारे पर दबंगई करता है। पीडि़त किसान ने बताया कि जमीन भूलेख के अनुसार खतौनी संख्या 00819 कि गाटा संख्या 1623मी. के रूप में दर्ज है। जिसमे का 1/4 हिस्सा किसान ने ट्रस्ट को बेचा था। वहीं इसके अतिरिक्त जमीन का 0.1665 हेक्टयर सांसद के बेटे ने कब्जा लिया है। किसान ने बताया कि जब वह वहां खेती के लिए गए तो उन्हें जान से मारने की धमकी के साथ ही झूठे केस में फंसाने की भी धमकी भी दी गई। इसकी शिकायत डीएम समेत तहसील प्रशासन से की, लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं है।

28 जुलाई को 4पीएम में किया था खुलासा

भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल के बेटे अभिषेक पाल ने दबंगई कर एक किसान की जमीन हथिया ली है। किसान नरेश सिंह जब अपनी पीड़ा लेकर स्थानीय प्रशासन के पास पहुंचा तो मामला सांसद के बेटे का होने के चलते सबने अपना पल्ला झाड़ दिया। इसका खुलासा फोरपीएम ने 28 जुलाई के अंक में किया था। बुजुर्ग पीडि़त किसान नरेश सिंह का कहना है कि इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी शिकायत की लेकिन उनके नीचे बैठे अधिकारियों ने मामला वहीं दबा दिया। उनका कहना है जब जुताई-बुआई करने गए तो सांसद के गुर्गों ने उन्हें जान से मारकर की धमकी भी दी।

छात्रा अपूर्वा चौहान एपीआईडी से सम्मानित, लखनऊ का मान बढ़ा

  • आईपीेएस एन पद्मजा और आईएएस अजय चौहान की बेटी ने लहराया सफलता का परचम
  • अपूर्वा की इस उपलब्धि पर सभी ने की उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। गोमती नगर में रहने वाली एक प्रतिभाशाली छात्रा अपूर्वा चौहान ने देश-प्रदेश सहित लखनऊ का मान बढ़ाया है। इस प्रतिभाशाली छात्रा को कॉलेज स्तर की एडवान्स प्लेसमेन्ट परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन के लिए अमेरिका के कालेज बोर्ड द्वारा विश्व प्रतिष्ठित एपी इंटरनेशनल डिप्लोमा (एपीआईडी) से सम्मानित किया गया है।
अपूर्वा चौहान पद्मजा चौहान आईपीएस, आईजी, पुलिस भर्ती बोर्ड लखनऊ और अजय चौहान आईएएस, कमिश्नर, उत्तर प्रदेश हाउसिंग बोर्ड की बड़ी संतान है। अपूर्वा अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को देती है। अपूर्वा राष्टï्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी भी हैं। उन्हें अमेरिका के कालेज बोर्ड द्वारा एडवान्स प्लेसमेन्ट स्कॉलर अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है, जो अमेरिकी विश्वविद्यालयों में एडमीशिन को सुलभ बनाता है। अपूर्वा की इस नवीनतम उपलब्धि पर उनके शिक्षकों ने उन्हें बधाई दी। साथ ही उनके दोस्तों ने भी उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। अपूर्वा ने एपीआई डिप्लोमा के तहत विज्ञान, ह्यूमैनिटीज, विदेशी भाषाओं एवं वैश्विक परिप्रेक्ष्य के अनुरूप विभिन्न विषयों में अपने ज्ञान-विज्ञान का परचम लहराया है। छात्रा अपूर्वा इटैलियन, फ्रैंच, जर्मन, अंग्रेजी एवं हिन्दी आदि विभिन्न भाषाओं में अपनी गायिकी हेतु जानी जाती है, साथ ही वह दुनिया के जाने-माने ओपेरा गायकों जैसे सेसीलिया बार्तोली (इटली), रेनी फ्लेमिंग (अमेरिका), मोन्टसेराट कैबेलिए (स्पेन) आदि से भी जुड़ी हुई हैं। गीत-संगीत की दुनिया में शानदार प्रदर्शन के लिए अपूर्वा को एसोसिएटेड बोर्ड ऑफ रॉयल स्कूल्स ऑफ म्यूजिक लंदन द्वारा लेवल 4 डिप्लोमा से सम्मानित किया जा चुका है। भारत के किसी भी छात्र/छात्रा के लिए एपीआई डिप्लोमा हासिल करना बहुत ही गौरवपूर्ण उपलब्धि है।

17 दिन में 10 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित

  • 11 मार्च से 30 जुलाई तक 8 हजार ही संक्रमित थे
  • लापरवाही के चलते शहर में संक्रमण की रफ्तार हुई तेज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सडक़ पर चलने वाले वाहन की तरह कोरोना ने भी स्पीड पकड़ ली है। रफ्तार इतनी तेज हो गई है कि 1 से 17 अगस्त के बीच राजधानी लखनऊ में दस हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना ने जकड़ लिया है। वहीं 105 मौत हुई हैं जबकि 30 जुलाई तक 113 लोग अपनी जान गंवा चुके थे यानी अब तक कुल 218 मौत। 11 मार्च से 30 जुलाई तक शहर में आठ हजार संक्रमित थे। मगर महज 17 दिनों में ही इस खतरनाक वायरस ने दस हजार लोगों को अपने चपेट में ले लिया है। इससे अंदाजा लगा सकते है कि शहरवासियों की लापरवाही के चलते यह वायरस किस तरह राजधानी को अपने आगोश में ले रहा हे।
अगस्त माह के 17 दिनों में 10,214 मरीजों में संक्रमण पाया गया। वहीं 150 दिन करीब पांच महीने में 8,291 मरीज ही कोरोना की चपेट में आए थे। राजधानी में कोरोना का पहला मामला 11 मार्च को दर्ज किया गया था। मौजूदा समय में लखनऊ में 7710 सक्रिय केस है। जबकि 10,427 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। राजधानी में 18338 संक्रमण के कुल मामले हैं। वहीं 248920 लोगों का टेस्ट हो चुका है। उधर रविवार तक 9,724 मरीज होम आइसोलेशन में गए। इसमें 4808 कोरोना मुक्त हो गए। प्रदेश पर नजर डाले तो एक लाख 58 हजार से ज्यादा सक्रिय केस है। एक लाख से ज्यादा रोगी ठीक हो चुके हैं। एक्टिव केस 51000 है। वहीं अब तक 2515 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।

लखनऊ कोरोना मीटर कुल मामले मौतें स्वस्थ उपचाराधीन
18338 218 10,427 7710

अगस्त में 105 मरीजों की मौतबीते 24 घंटे में राजधानी में 595 नए मरीज पाए गए। वहीं 13 ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसमें छह शहर निवासी हैं। इसके अलावा 668 कोरोना मरीजों को विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी भी दी गई। अगस्त में सर्वाधिक मरीजों की मौत हुई है। 17 दिन में कोरोना से 105 मरीजों ने दम तोड़ा है।

मानसून सत्र से दो दिन पहले 24 कर्मी पॉजिटिव
लखनऊ। 20 अगस्त से विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू है और इससे दो दिन पहले ही 24 कर्मी पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे विधानसभा में खलबली मच गई है। सत्र शुरू होने से पहले यूपी विधानसभा में सोमवार को पूरे स्टाफ की कोरोना जांच कराई गई, जिसमें 24 अधिकारी, कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए। कोविड-19 को देखते हुए मानसून सत्र से पहले सभी का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। वहीं सेनेटाइजेशन के साथ विधानसभा में कोरोना से बचाव के लिए सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं।

बिकरू कांड: पूर्व एसएसपी अनंतदेव के बयान दर्ज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कानपुर के गांव बिकरू में सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एसआईटी ने जांच तेज कर दी है। बिकरू कांड के बाद जारी तीन ऑडियो क्लिप को भी जांच में शामिल करने वाली एसआईटी ने तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव तिवारी का बयान दर्ज किया है। गैंगस्टर विकास दुबे के फंड मैनेजर जय वाजपेयी के बेहद खास माने जाने वाले अनंतदेव तिवारी फिलहाल डीआईजी पीएसी के पद पर मुरादाबाद में तैनात हैं। एसआईटी ने देवेंद्र मिश्रा के पत्र तथा वायरल ऑडियो क्लिपस में तीन को अपनी जांच में शामिल किया है। इसी बाबत अनंतदेव तिवारी का बयान दर्ज कराया गया है।

साफ-सफाई और शुद्घ पेयजल पहली प्राथमिकता: नगर आयुक्त

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। शहर की साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल और डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन को हमारी पहली प्राथमिकता में शामिल है। यह बात नगर निगम के नवनियुक्त नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने फोरपीएम से कही। अजय कुमार ने कल त्रिलोकी नाथ सभागार में अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इस मौके पर नगर निगम के कर्मचारियों ने नगर आयुक्त को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। नगर आयुक्त ने कहा कि लखनऊ वासियों की मूलभूत सुविधाओं से जुड़े इन पहलुओं को लेकर वो गंभीर हैं और इस पर जमीनी कार्य किया जाएगा। शहर की साफ-सफाई व सीवर व्यवस्था को भी दुरस्त किया जाएगा। कोविड-19 पर उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीम काफी सक्रिय है। इसके बाद भी हर स्थिति की मॉनीटरिंग करेंगे ताकि शहर संक्रमण मुक्त हो सके। बता दें कि द्विवेदी इससे पूर्व सीडीओ सोनभद्र थे।

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