मिशन 2022 की मीटिंग से गायब रहे दो सांसद, चढ़ा नड्डा का पारा

नई दिल्ली। अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की रणनीति तय करने के लिए गुरुवार को दिल्ली में भाजपा सांसदों की अहम बैठक से पहले पार्टी के दो प्रमुख चेहरे गायब हो गए। मथुरा से अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी और गोरखपुर के सांसद और अभिनेता रवि किशन गुरुवार रात उत्तर प्रदेश के सांसदों की बैठक में नदारद थे। खास बात यह है कि इन दोनों नेताओं की गैरमौजूदगी के बारे में कोई पूर्व जानकारी नहीं थी। जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी विदेश दौरे पर होने की पूर्व जानकारी देने के बाद बैठक में नहीं आ सके। बैठक के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से सांसद रहे मेनका गांधी के बारे में भी चर्चा हुई, जो सांसदों के साथ बैठीं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को मेनका को आगे आने के लिए राजी करना पड़ा।
उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी में मंथन का दौर शुरू हो गया। इसी सिलसिले में गुरुवार को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में पार्टी के अवध, काशी और गोरखपुर लोकसभा क्षेत्रों और राज्यसभा सांसदों की बैठक हुई। एक घंटे तक चली इस बैठक में नड्डा के साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संगठन महामंत्री सुनील बंसल, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद थे।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में शामिल एक सांसद ने नाम न छापने के अनुरोध पर कहा, संगठन महामंत्री सुनील बंसल बैठक में शामिल होने आए लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की उपस्थिति की जांच कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अन्य लोगों से बैठक में सांसद रवि किशन और हेमा मालिनी की अनुपस्थिति के बारे में पूछा तो उन्हें जानकारी दी गई कि रवि किशन फिल्म के लिए शूटिंग में व्यस्त हैं और हेमा मालिनी निजी कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगी। इसके बाद जैसे ही राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस विषय में जानकारी दी गई। नड्डा के पहुंचने पर उन्होंने सांसदों की हाजिरी भी चेक की। इसके बाद उन्होंने दोनों नेताओं की गैरमौजूदगी का कारण भी पूछा। नड्डा ने संसद सत्र के दौरान हुई इस महत्वपूर्ण बैठक से अनुपस्थित रहने पर भी नाराजगी जताई।
सांसद ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मेनका गांधी बैठक कक्ष के कोने में एक गोलमेज सम्मेलन में अकेली बैठी थीं। जब जेपी नड्डा जब मंच पर बैठे तो उन्होंने राज्यसभा सांसद अरुण सिंह को फोन किया और पूछा कि वह एक तरफ अकेली क्यों बैठी हैं। इसके बाद अरुण सिंह ने संगठन महामंत्री सुनील बंसल को यह बात बताई। बंसल उनके पास गए और उनसे दूसरी टेबल पर बैठने का अनुरोध किया। इसके बाद दोनों नेता पूरी बैठक में एक साथ बैठे रहे। बैठक में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा, कौशल किशोर, पंकज चौधरी समेत तमाम वरिष्ठ सांसद शामिल हुए।
गौरतलब है कि बुधवार को भी प्रदेश के ब्रज, पश्चिम और कानपुर क्षेत्रों के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की बैठक हुई थी। इसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी सांसदों को मानसून सत्र के बाद अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में आशीर्वाद यात्रा निकालने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा था कि इस यात्रा के दौरान संसदीय क्षेत्र का एक भी गांव नहीं छोड़ा जाना चाहिए। यात्रा के दौरान सांसदों को खुली जीपों में घूमना चाहिए, प्रत्येक गांव में कोरोना अवधि के दौरान शुरू किए गए टीकाकरण अभियानों और योजनाओं की निगरानी करनी चाहिए । सभी सांसदों को यह भी पता लगाना चाहिए कि जरूरतमंदों को योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं।

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