गजब कारनामा कर रहे है यूपी के अफसर! बरेली के नगर आयुक्त पर रिश्वत के आरोप में मुकदमा

  • अपर नगर आयुक्त समेत अन्य अफसरों पर भी घूस लेने का आरोप, परिवाद दर्ज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क, लखनऊ। बरेली नगर निगम के अफसरों व अधिकारियों पर भूमाफिया से रिश्वत लेकर मिशन कंपाउंड स्थित दुकानों को कब्जाने का आरोप लगाया गया है। इस प्रकरण में स्पेशल जज भ्रष्टïाचार निवारण अधिनियम कोर्ट एक ने अर्जी पर बतौर परिवाद दर्ज कर सुनवाई शुरू कर दी है। किला फूलबाग निवासी डॉॅ अनुपमा राघव ने नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह व सहायक लेखाधिकारी प्रभारी राजस्व हृदय प्रकाश के विरूद्घ रिपोर्ट दर्ज कराने को स्पेशल जज भ्रष्टïाचार निवारण अधिनियम कोर्ट एक के समक्ष अर्जी दी थी, जिसे कोर्ट ने बतौर परिवाद स्वीकार कर लिया। इस मामले में वादिनी ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराते हुए कहा कि 6 जून 1995 को नगर निगम के तत्कालीन प्रशासक द्वारा मृतक आरिक्षत कोटे में नौकरी के एवज में शिन मार्केट में उनको तीन दुकानों का आवंटन किया गया था। कब्जा 2001 में कोर्ट के आदेश पर मिला था। वर्ष 2004 में नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया था, जिसकी शिकायत महिला आयोग, शासन के आला अधिकारियों से करने पर नगर निगम ने पुन: दुकानों का निर्माण करवाया और 2011 में कब्जा दिया गया। जांच में तत्कालीन जांच अधिकारी आईएएस अनीता चटर्जी ने भी स्पष्ट रूप से अंकित किया कि दुकानों के पीछे मिशन कम्पाउंड की भूमि को बिल्डर ने खरीद लिया है। वादिनी ने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त अभिषेक आनन्द की नियुक्ति के समय से ही सचिन भारद्वाज व नगर निगम द्वारा ब्लैक लिस्ट की गयी विज्ञापन कम्पनी के संचालकों में हरीश अरोड़ा आदि लोग शामिल हैं, दोबारा उनकी दुकानों को हासिल करने के प्रयास में लग गए। आरोप है कि अभिषेक आनंद ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर बिल्डरों से दो करोड़ रुपये की रिश्वत लेकर उनका आवंटन निरस्त कर दुकानें पांच दिन में खाली करने अन्यथा कब्जा हटवाने का नोटिस जारी कर दिया।

22 अप्रैल को होगी मामले में सुनवाई
आरोप है कि 22 अक्टूबर 2020 को नगर निगम अधिकारियों ने वादिनी को बुलाकर 10 लाख रुपये देने का दबाव बनाया, अन्यथा दुकानें तोड़ डालने की बात कही। मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट में नगर निगम के पैनल के अधिवक्ता के बजाए सीनियर काउंसिल को व्यक्तिगत तौर पर केस में दाखिल किया गया है। कोर्ट ने वादिनी के बयान के दर्ज करने के बाद गवाह के बयान दर्ज कराए जाने को 22 अप्रैल की तिथि नियत की है।

बीएसपी मूवमेंट रुकने व झुकने वाला नहीं : मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आंबेडकर जयंती पर लखनऊ में आज बहुजन समाज पार्टी प्रदेश कार्यालय पर भीमराव आंबेडकर की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधा। आंबेडकर जयंती की बधाई देते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि संविधान शिल्पी परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उनके अनुयाइयों की ओर से उन्हें शत-शत नमन व हार्दिक श्रद्धा-सुमन। करोड़ों कमजोर व उपेक्षित वर्गों तथा मेहनतकश समाज आदि के हित व कल्याण के प्रति उनके महान व ऐतिहासिक योगदान के लिए देश हमेशा ऋ णी व कृतज्ञ रहेगा। विपक्षी दलों पर हमला करते हुए बसपा प्रमुख बोलीं कि जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयाइयों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेन्ट रुकने व झुकने वाला नहीं है। इतना ही उन्होंने यह भी कहा कि जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है, जैसा कि अब तक यहां होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार, यह अति-दु:खद है।

बाबा साहेब को हराने वाले को कांग्रेस ने दिया पद्ïम पुरस्कार : स्मृति ईरानी

वाराणसी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आज अचानक वाराणसी पहुंचीं और पार्टी कार्यालय पर आयोजित सामाजिक समरसता दिवस पर समारोह को संबोधित किया। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इसके पूर्व सुबह स्मृति ईरानी विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचीं तो पार्टी की ओर से उनका स्वागत किया गया, इसके बाद वह शहर के लिए रवाना हो गईं। रोहनिया स्थित पार्टी मुख्यालय पर उन्होंने सामाजिक समरसता दिवस को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि कुछ पार्टियां वर्ग विशेष की राजनीति कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कभी जाति या वर्ग के नाम पर वोट नहीं मांगते हैं। वह विकास की बात करते हैं, जो बाबा साहब का सपना था। काशी ने पीएम मोदी को यहां से सांसद चुना और देश ने सेवक मिला जो लगातार बाबा साहब के सपनों को पूरा कर रहा है। देश में सशक्त भारत की संकल्पना तब ही साकार होगी जब सरकार के खजाने पर सभी गरीबों का हक हो। डॉक्टर आंबेडकर के सपनों का भारत आमजन की मदद का था। अब देश भर में बैंक खुद ही चलकर गरीबों के दरवाजे पर आते हैं। वहीं 11 करोड़ किसानों के खाते में पैसा सीधे उनके एकाउंट में जाता है। यूपी में एक समय था राजनीतिक दल का रंग लाल था। सड़कें भी तब लाल थीं। उस समाजवादी पार्टी के गुंडाराज को बीजेपी ने खत्म किया है। सपा ने चुनाव के दौरान बुलडोजर को लेकर तंज किया था।

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