भाजपा राज में बेटियों का अपमान : अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या में पांच साल की मासूम बच्ची के साथ हुई हैवानियत की घटना को विधानसभा में उठाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में बेटियों का अपमान और उनके साथ दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि से उत्तर प्रदेश की बहुत बदनामी हुई है। कानून व्यवस्था में आई गिरावट से लोग त्रस्त हैं। दरअसल, अखिलेश से गुरुवार को अयोध्या में दुष्कर्म की शिकार मासूम बच्ची के चाचा और पिता ने मुलाकात कर अपना दर्द बयां किया। हनुमानगढ़ी चौराहा के पास बीती 16 मार्च किसी हैवान ने मासूम बच्ची को अपना शिकार बना लिया था। उसके बाद से बच्ची लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती है। अखिलेश ने कहा कि पवित्र धाम में ऐसी अपवित्र घटना होना दुखद है और विचलित करने वाली है। पांच वर्ष की मासूम बच्ची ट्रामा सेंटर में तड़प रही हैं पर शासन-प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है। भाजपा झूठ-फरेब की राजनीति करती है। बड़े जोरशोर से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया गया लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा राज में बेटियां सर्वाधिक दुराचार की शिकार हुई हैं। वहीं सपा ने सोनभद्र के डीएम व गाजियाबाद के एसएसपी को भ्रष्टाचार और लापरवाही के मामले में निलंबित किए जाने को बेहद गंभीर और चिंताजनक बताया है। सपा ने कहा कि भाजपा राज में थाने, तहसील और कलेक्ट्रेट सब भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं। मुख्यमंत्री की अपराध के प्रति जीरो टालरेंस नीति महज एक दिखावा है। बता दें कि समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही भाजपा सरकार पर हमलावर हैं।

अपनी तिजोरी भरने पर लगी डबल इंजन सरकार
उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद महंगाई दोगुना रफ्तार से बढ़ रही है। समाजवादी पार्टी ने हर रोज बढ़ रही महंगाई को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार और केंद्र सरकार को घेरा। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि सरकार सिर्फ अपनी तिजोरी भर रही है। इस सब के बीच बड़ी खबर यह है कि पिछले दस दिनों से हो रही लगातार बढ़ोतरी के बाद आज तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी नहीं की है, जिससे आम आदमी को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं आज से कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर एक झटके में 250 रुपये महंगा हुआ है।

लखनऊ में शिक्षा सुधार पर होगा मंथन

लखनऊ। योगी 2.0 ने अपने नए सफर की शुरुआत शिक्षा और शिक्षण संस्थानों को और बेहतर बनाने के फैसले से किया है। शिक्षण संस्थानों को राष्टï्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रदेश भर के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षाविद और अधिकारी मंथन करेंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व में आयोजित इस मंथन में केंद्र राष्टï्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के सभी सात बिंदु रहेंगे। इसके अतिरिक्त बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा के उन्नयन और बेहतरी पर विद्वान चर्चा करेंगे। कार्यक्रम 4 और 5 अप्रैल को प्रस्तावित है। इसके लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय को चुना गया है। हालांकि इस आयोजन को लेकर किसी स्तर पर आधारिक सूचना जारी नहीं की गई इै। शिक्षण संस्थानों को और अधिक स्वस्थ माहौल देने के मकसद से यह अब तक का सबसे बड़ा प्रयास है। नई शिक्षा नीति और इस मंथन में शिक्षाविदों द्वारा सामने लाए तथ्यों से शिक्षा को नया आयाम मिलने का रास्ता साफ होगा, ताकि प्रदेश की शिक्षण संस्थाएं देश ही नहीं प्रदेश स्तर पर खुद को साबित कर सकें। यह भी बता दें कि शिक्षण संस्थानों में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। साथ ही शिक्षा क्षेत्र से जुड़े मंत्री, प्रदेश के सभी 38 विश्वविद्यालयों के कुलपति व वरिष्ठ प्रोफेसर व विभागों के प्रमुख सचिव शामिल होंगे।

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