एटीएफ पर वैट को लेकर राज्यों से करेंगे बात: ज्योतिरादित्य सिंधिया

नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि हमने कई परियोजनाओं के लिए 100 दिनों का लक्ष्य रखा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि 100 दिन की कार्ययोजना तैयार की गई है। इस कार्य योजना में 4 नए हवाई अड्डों का विकास किया जाएगा। इसमें 255 करोड़ की लागत से कुशीनगर एयरपोर्ट को एयर बस 321 के लिए विकसित किया जाएगा। इसके अलावा उत्तराखंड के देहरादून में हवाई अड्डे के विकास पर 457 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट 3,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट होगा। साथ ही अगरतला एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नीति में बदलाव लाना जरूरी है। योजना के तहत, 5 नए हवाई अड्डों को लक्षित किया गया है। 6 नए हेलीपैड का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 100 दिनों में हिमाचल प्रदेश में 4 और उत्तराखंड में 2 हेलीपैड शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा नवंबर तक 50 नए रूट शुरू होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केप टाउन कन्वेंशन बिल- लीजिंग के नियम को सरल बनाया जाएगा। इसके साथ ही राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित करना भी हमारा मुख्य उद्देश्य है। हवाई अड्डों के लिए जमीन पर बात हो चुकी है, इस मामले पर 29 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत हो रही है। उन्होंने कहा कि एयर टर्बाइन फ्यूल पर लगने वाला वैट- एयर टर्बाइन फ्यूल पर वैट के लिए 22 राज्यों से इस मामले पर बात की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को ईजीसीए के माध्यम से अनुमति मिलती है, इसलिए ईजीसीए इस प्लेटफॉर्म के अंतर्गत आ गया है – कुल 298 सेवाएं हैं जो इससे जुड़ी हैं। वहीं, बीकेस ऑनलाइन सिस्टम आने वाला है, यह 31 अक्टूबर तक आएगा, यह ईबीकेस होगा। डीजीआर के तहत नई तकनीक के आधार पर चेहरे की पहचान की जाएगी। पैसेंजर में फेस डिटेक्शन सिस्टम होगा। उन्होंने कहा कि अब भारत में ही विमान की सेवा की तैयारी की जा रही है। 8 हवाईअड्डों में निवेश बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वहां सेवा के विकल्प उपलब्ध कराए जा सकें, इसमें 30 साल का आवंटन होगा ताकि हितधारकों को बेहतर समय पर मिल सके। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उड़ान एफटीओ को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें 8 और एफटीओ तैयार करने का निर्णय लिया गया है। एयर सेवा पोर्टल 2.0 में तय किया गया है कि यात्री अपनी शिकायत या निवारण की जानकारी भी दे सकेगा कि उसकी परेशानी का समाधान हुआ है या नहीं।

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